पैसे चुकाने का तरीका जोड़ना
आप Google Pay में कार्ड, बैंक खाते, और दूसरे पैसे चुकाने के तरीके जोड़ सकते हैं.
अहम जानकारी: कुछ सुविधाएं कुछ ही पैसे चुकाने के तरीकों के साथ ही काम करती हैं
सलाह: आप कुछ बैंक के ऐप्लिकेशन और वेबसाइटों की मदद से कार्ड जोड़ सकते हैं. ज़्यादा जानकारी के लिए अपने बैंक से संपर्क करें.
-
में साइन इन करें.
- सबसे नीचे, पैसे चुकाने का तरीका जोड़ें पर क्लिक करें.
- क्रेडिट या डेबिट कार्ड जोड़ें पर क्लिक करें.
- अपने कार्ड की जानकारी डालें.
- अगर आपको अपनी भुगतान विधि की पुष्टि करने के लिए कहा जाता है, तो सूची में दिए गए में से किसी एक को चुनें.
- पुष्टि कोड ढूंढें और डालें.
ध्यान दें: कार्ड जोड़ने के बाद, आपको अपने खाते में Google की ओर से थोड़े ही समय के लिए लगाया गया एक छोटा सा शुल्क दिखाई दे सकता है. इस शुल्क से इस बात की जाँच होती है कि आपका कार्ड और खाता सही हैं. इससे आपके बैलेंस पर कोई फ़र्क नहीं पड़ेगा और यह शुल्क जल्द ही चला जाएगा.
सभी इनाम का एक समान रहना
आपको Google Pay पर सभी कार्ड के साथ वही सुरक्षा, फ़ायदे और इनाम मिलते रहेंगे.
-
में साइन इन करें.
- सबसे नीचे, पैसे चुकाने का तरीका जोड़ें पर क्लिक करें.
- बैंक खाता जोड़ें पर क्लिक करें.
- अपने बैंक खाते के लिए रूटिंग और बैंक खाता नंबर डालें. आपको यह जानकारी चेक पर या अपने बैंक से संपर्क करके मिल सकती है.
- सेव करें पर क्लिक करें.
- अगर आपके बैंक में झटपट पुष्टि की सुविधा है, तो आपको अपने बैंक खाते में साइन इन करने के लिए कहा जाएगा. अगर आपके बैंक ने यह पुष्टि नहीं दी या आप 'टेस्ट करने के लिए भेजे गए पैसे' के ज़रिए पुष्टि करना चुनते हैं:
- Google आपके बैंक खाते में एक छोटी रकम जमा करेगा, जिसे आप दो-तीन दिनों के बाद देख सकेंगे.
- अपनी बैंक जानकारी की पुष्टि करने के लिए, Google Pay में जमा की गई रकम की पुष्टि करें.
कुछ सुविधाओं का इस्तेमाल करके पैसे चुकाने का तरीका
Google Pay की कुछ सुविधाएं:
- हो सकता है कि अभी तक आपके देश में उपलब्ध न हों. जानें कि Google Pay की सुविधाएं कहां उपलब्ध हैं.
- सिर्फ़ कुछ डिवाइस पर उपलब्ध हैं.
- सिर्फ़ कुछ ही पैसे चुकाने के तरीकों के साथ काम करते हैं. ज़्यादा जानकारी के लिए नीचे दिया गया टेबल देखें.
अहम जानकारी: पैसे भेजने और पाने की सुविधा सिर्फ़ अमेरिका में रहने वालों के लिए उपलब्ध है. अमेरिकी क्षेत्रों में, इस सुविधा का इस्तेमाल सिर्फ़ तभी किया जा सकता है अगर डेबिट कार्ड अमेरिका के लाइसेंस रखने वाले बैंक से जारी किया गया हो.
मंज़ूर किए गए पैसे चुकाने के तरीके
- American Express
- MasterCard
- Visa
- Discover (केवल अमेरिका में)
- JCB (सिर्फ़ जापान और अमेरिका में)
- Visa Electron (सिर्फ़ अमेरिका से बाहर)
- Elo क्रेडिट कार्ड (सिर्फ़ ब्राज़ील; Elo डेबिट कार्ड मंज़ूर नहीं किए जाते हैं)
कौन सा कार्ड Google सेवाओं के लिए, मंज़ूर किया जाएगा वह जगह और उत्पाद के हिसाब से अलग-अलग होता है.
ध्यान दें: क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय आपको वे शुल्क दिख सकते हैं जो कुछ समय के लिए लगाए गए हैं.
जापान में, अगर आपका डिवाइस, Osaifu-Keitai के साथ काम करता है, तो आप उन दुकानों में Google Pay का इस्तेमाल कर सकते हैं जहां व्यापारी, ई-मनी, QUICPay, और iD चलाते हैं.
कुछ मोबाइल डिवाइस और सर्विस प्लान, Google Play और YouTube पर खरीदारी करने के लिए, डायरेक्ट कैरियर बिलिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अमेरिका और जर्मनी में, Android डिवाइस पर Google Pay ऐप्लिकेशन में पैसे चुकाने के तरीके के तौर पर PayPal जोड़ा जा सकता है.
Google Play में PayPal को पैसे चुकाने के तरीके के तौर पर कहां जोड़ा जा सकता है, यह जानने के लिए Google Play पर पैसे चुकाने के स्वीकार किए गए तरीके देखें.
आप अपने उपहार कार्ड Google Pay में सेव कर सकते हैं और उनका इस्तेमाल स्टोर, ऐप्लिकेशन, और वेब पर कर सकते हैं. आप Google Pay प्रमोशन कोड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
Google Play के लिए
कुछ देशों में Google Play पर खरीदारी करने के लिए, Google Play उपहार कार्ड और प्रमोशन कोड का इस्तेमाल किया जा सकता है. उनका इस्तेमाल Google Voice या Project Fi जैसे दूसरे Google उत्पादों के साथ नहीं किया जा सकता. अगर आप कोई उपहार कार्ड या प्रमोशन कोड रिडीम करते हैं, तो वह Google Pay में आपके Google Play बैलेंस के तौर पर दिखेगा.
आप Google Pay में इन पैसे चुकाने के तरीकों को नहीं जोड़ सकते हैं:
- वायर ट्रांसफ़र
- बैंक हस्तांतरण
- Western Union
- Moneygram
- वर्चुअल क्रेडिट कार्ड (VCC)
- स्वास्थ्य बचत खाता (HSA)
- किसी भी तरह का एस्क्रो भुगतान
- अपने-आप पैसे चुकाने की सुविधा का इस्तेमाल करने पर प्रीपेड कार्ड
समस्या को ठीक करना
अगर आपको गड़बड़ी का यह मैसेज दिखता है, तो पैसे चुकाने के किसी दूसरे तरीके को जोड़ने की कोशिश करें. ऊपर देखें कि किन तरीकों से पैसे चुकाए जा सकते हैं. अगर आपको अब भी समस्याएं आ रही हैं, तोहमसे संपर्क करें.
अगर आपको यह गड़बड़ी का मैसेज दिखता है तो 24 घंटे तक इंतज़ार करें और अपना कार्ड दोबारा जोड़ने की कोशिश करें.
अगर आपको गड़बड़ी का यह मैसेज मिला है, तो इसका मतलब है कि आपने पैसे चुकाने के लिए जिस तरीके का इस्तेमाल करने की कोशिश की थी, उसमें कोई समस्या आई थी. मंज़ूरी पा चुके, पैसे चुकाने के तरीकों एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? की सूची में शामिल, पैसे चुकाने का कोई दूसरा तरीका आज़माएं. अगर आपको अब भी समस्याएं आ रही हैं, तो हमसे संपर्क करें.
क्या Google Pay आपके लिए, नया है और पैसे चुकाने के तरीके आपको पहले से ही दिख रहे हैं? अगर आपने पहले कभी किसी चीज़ के लिए, Google से पैसे चुकाए हैं, तो Google Pay आपका कार्ड सेव कर लेता है.
अगर आपके दो बैंक अकाउंट है |If you have two Bank Accounts
आज के इस लेख में जानेंगे कि अगर आपने बैंक में दो अकाउंट खोल रखे हैं तो क्या नुकसान या क्या फायदे होते हैं इन दो अकाउंट को रखने से, तो पड़ते रहिए इस ब्लॉग को लास्ट तक.
बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिनके बैंक में एक से अधिक अकाउंट हैं, चाहे उन अकाउंट की उनको जरूरत है या नहीं है फिर भी वह दो बैंकों में अपने अकाउंट को ओपन करवा कर रखते हैं, जबकि आरबीआई यानी “रिजर्व रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया” के अनुसार किसी भी Same बैंक में आप दो अकाउंट ओपन नहीं कर सकते. जैसे अगर आपका अकाउंट पहले से ही SBI बैंक में एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? है तो आप दूसरा अकाउंट भी SBI बैंक में नहीं खोल सकते. किसी अन्य बैंक में तो ओपन कर सकते हैं जैसे पंजाब नेशनल बैंक Central Bank of India इत्यादि में लेकिन एक ही ब्रांच कि बैंक में आप दो सामान अकाउंट ओपन नहीं कर सकते हैं.
अगर आपका पहले से ही सेविंग अकाउंट है तो उसी बैंक में आप करंट अकाउंट तो ओपन कर सकते हैं लेकिन दो सेविंग अकाउंट ओपन नहीं कर सकते.
दो बैंक अकाउंट होने के नुकसान:
तो पहले हम देखते है इसके नुकशान के की क्या नुकशान होते हैं अगर दो अकाउंट हैं बैंक में तो
पहली प्रॉब्लम है मिनिमम बैलेंस को मेन्टेन न करने की– RBI ने सभी बैंक को निर्देशित किया है की वो अपने सभी खाता धारकों को एक मिनिमम बैलेंस maintain कराए. तो आपने देखा होगा सभी सरकारी या प्राइवेट बेंको ने मिनिमम बैलेंस की सीमा तय की गई है.
सेविंग अकाउंट पर कम इंटरेस्ट का होना-
अगर आपके बैंक में दो साविंग अकाउंट है और उनमे जो पैसा आपका डला हुआ है उस पर बैंक सालाना ४ या ५ परसेंट का इंटरेस्ट देती है, जबकि यही पैसा आप किनी अन्य सेविंग योजनाओं जैसे पोस्ट ऑफिस schemes, म्यूच्यूअल फंड्स या शेयर बाज़ार पर लगाते हैं तो इस पैसे पर बैंक से अधिक इंटरेस्ट मिलता है.
अकाउंट को मेन्टेन करने की परेशानी –
अगर आपके एक से अधिक अकाउंट है तो एक प्रॉब्लम और आती है, और वो है अकाउंट को मेन्टेन करने की, कभी कभी क्या होता है की हमने किसी पार्टी को chaque से पेमेंट कर दिया है, तो हम खुद भूल जाते हैं की किस बैंक का चेक हमने उसे दिया है. या अगर हम नेट banking करते है तो उनके पासवर्ड बगेरह भी कभी कभी हम भूल जाते हैं.
कागजी कार्यवाही की प्रॉब्लम-
अगर हम इनकम टेक्स बगेरह जमा करते हैं, तो उसमे भी हमसे सभी banks की डिटेल्स मागी जाती है, उन सभी बैंक के transaction के स्टेटमेंट्स हमको अपने CA को देने पड़ते हैं जिनको इकट्ठा करने में बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
दो बैंक अकाउंट होने के फायदे :
अब हम जानते है इनके फायदे के बारे में की अगर एक से अधिक अकाउंट है तो इसके क्या क्या फायदे हो सकते हैं
- अगर आपका कारोवार बड़ा है, और सभी Transiction चैक से करते हैं, अगर एक ही बैंक में अकाउंट है तो चेक बुक जल्दी ही खत्म हो जाती है, ज्यादा बैंक में अकाउंट होने से चेक बुक भी ज्यादा होती हैं, तो आपकी ये समस्या भी खत्म हो जाती है.
- एक से अधिक बैंक में अकाउंट होने से क्रेडिट कार्ड भी एक से अधिक् हो सकते है जिससे अकस्मात व्यापार में पैसों की अगर आबस्यकता हो जाती है तो ये प्रॉब्लम भी खत्म हो जाती हैं.
- आजकल हर बैंक ने एटीएम में transection की लिमिट फिक्स करके राखी हुई है same बैंक के एटीएम से ५ बार व अन्य से ३ बार transection की सूबिधा फ्री है अगर ५ transection से ज्यादा बार एटीएम से पैसे निकालते है तो बैंक पर transection कुछ चार्ज हमसे बसूलता है. तो अगर हमारे पास एक से अधिक अकाउंट है तो एटीएम से ज्यादा वार पैसे निकाल सकते हैं.
- एक अन्य फायदा और ले सकते है की अगर हमे बैंक कम इंटरेस्ट दे रही है तो हम दुसरे एसी बैंक में खाता खुलवा सकते है जो ज्यादा ब्याज देतीं हैं.
तो ये आपको देखना है की एक से अधिक बैंक में अकाउंट रखने से आपका फायदा हो रहा है या नुकशान. अगर नुकशान हो रहा है तो उन अकाउंट को बंद कर देने में ही भलाई है.
Saving Account में कितने पैसे रख सकता है?
क्या आपको पता है कि कोई व्यक्ति अपने बचत खाते यानि की Saving Account में कितने पैसे रख सकता है जिससे वो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नज़रों से बचा रहे है? वैसे ये सवाल अक्सर लोगो के मन में आता है कि सेविंग अकाउंट में कितने पैसे रख सकते है. तो चलिए जानते है की कितनी लिमिट तक आप अपने बचत खाते में पैसे रख सकते है या जमा सकते है या निकाल सकते है.
बचत खाता यानि की सेविंग अकाउंट एक ऐसा खाता होता है जो कोई भी आम नागरिक खोल सकता है. लेकिन इसमें अगर आप काफी ज्यादा पैसे रखते है तो ऐसा करना आपके लिए काफी महंगा साबित हो सकता है क्योंकि इस तरह के खातों में एक लिमिट में पैसे रखने पर कोई दिक्कत नही आती है लेकिन अगर आप इस लिमिट को पार करते है तो ये पैसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नज़र में आ जाते है.
Saving Account में कितने पैसे रख सकता है
किसी Saving Account में जब आप 1 वित्त एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? वर्ष में दस लाख या उससे ज्यादा रूपए क्रेडिट या जमा करते है या निकालते (withdrew) है तो बैंक इस बारे में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को सूचित कर देता है या अगर आप ये राशि (Amount) एक बार में जमा करते है या निकालते है या फिर एक-एक लाख करके निकालते है या जमा करते है तो भी आप 10 लाख रूपए की लिमिट पार कर देते है जिसके बाद इस बात की जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को मिल जाती है.
इसी तरह हो सकता है कि आपके पास दो सेविंग अकाउंट है एक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में है और दूसरा है बैंक ऑफ़ इंडिया में, अगर आप इन दोनों अकाउंट में पांच-पांच लाख रूपए जमा करते है या निकालते है तो यहाँ भी आपने 10 लाख रूपए की लिमिट पार कर दी है, और ऐसे में भी इस बात की जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को मिल जाती है.
यहाँ आपको एक बात और बता दूं कि इनकम टैक्स वालो को ये जानकारी आपके द्वारा रूपए निकालने पर भी जाती है और रूपए जमा करने पर भी जाती है. यह जानकारी बैंक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दे देता है.
इसके बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के द्वारा आपको एक नोटिस भेजा जा सकता है जिसमे आपसे पूछा जायेगा की आपके खाते में जो इतने रूपए आये है वो कहाँ से आये है इनका Source क्या है. यहाँ पर आपको इनकम टैक्स वालों को इन रूपए के Source के बारे में बताना होता है.
इसके अलावा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट आपके सेविंग अकाउंट में जो पैसे जमा है उसकी एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? तुलना करता है इनकम टैक्स रिटर्न से करेगा, अगर इनकम टैक्स रिटर्न में आपकी इनकम कम बताई गयी है जैसे तीन-चार लाख और आपके सेविंग अकाउंट में जो डिपॉजिट्स हो रहे है 15-20 लाख के हो एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? रहे है, यानि की यह आपका इनकम टैक्स रिटर्न सेविंग अकाउंट में हो रहे डिपॉजिट्स में मैच नही कर रहा है.
अब आपसे पूछा जायेगा की ये जो पैसा आ रहा है ये कहाँ से आ रहा है यानि की इस पैसे का सोर्स (Source) क्या है. तो अब अगर आपके पास इसका उचित सोर्स है तो आपके परेशान होने की कोई जरूरत नही है. लेकिन अगर आप नही बता पाते है कि इतना पैसा आपके पास कहा से आया है तो इसे आपकी इनकम मान लिया जाता है. बता दे की इस पैसे Unexplained Cash Credit कहा जाता है और इस पर 60% की दर से टैक्स देना होता एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? है. ( Unexplained Cash किसे कहते है )
यानि की किसी व्यक्ति के सेविंग अकाउंट में एक वित्त वर्ष में जितना भी Unexplained Cash Credit होता है उस पर 60% के हिसाब से इनकम टैक्स लिया जाता है. तो आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए आपके जितने भी बचत खाते यानि की सेविंग अकाउंट है उनसे एक वित्त वर्ष में 10 लाख से ज्यादा के लेन-देन या ट्रांसक्शन न करे जब तक की आपके पास उन पैसों का उचित सोर्स न हो.
- 1 वित्त वर्ष क्या होता है? What is Financial Year?
वित्त वर्ष क्या होता है?
What is Financial Year?
एक वित्त वर्ष उस वर्ष को कहा जाता है जिस अवधि में वित्तीय मामलोँ का हिसाब रखा जाता है. एक साधारण वर्ष की तरह वित्त वर्ष भी 12 महीनो का होता है लेकिन ये भारत में 1 अप्रैल से शुरू होकर 31 मार्च को खत्म होता है. यानि की 1 अप्रैल से 31 मार्च के समय को वित्त वर्ष कहा जाता है.
एक व्यक्ति अपने Saving Account में कितने पैसे रख सकता है?
कोई व्यक्ति अपने सेविंग अकाउंट में ज्यादा से ज्यादा कितने पैसे रख सकता है, इनकम टैक्स में जो नियम है वो यह है कि आप एक साल (वित्त वर्ष) में आप कितना Cash जमा करते है या निकालते है. आपके सेविंग अकाउंट में बैलेंस या Maximum बैलेंस कितना होना चाहिए इसके लिए कोई नियम नही है. जैसे मान लीजिये आपकी हर साल तीन लाख रूपए की बचत होती है और आपकी ये जो बचत होती है आप यह पैसा अपने एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? सेविंग अकाउंट में जमा कर देते है. तो इस तरह आपके खाते में 10 साल में 30 लाख रूपए हो जाते है तो इन पैसे पर आपको किसी तरह की कोई भी परेशानी आने की संभावना काफी कम होती है.
एक व्यक्ति कितने Saving Account रख सकता है?
इसके अलावा आपके के मन में एक सवाल और आता होगा की आम व्यक्ति कितने सेविंग अकाउंट खोल सकता है जिससे उसे कोई दिक्कत न आये या इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से उसे कोई परेशानी न हो. तो आपको बता दूं कि एक आप अपनी सहूलियत के हिसाब जितने चाहे सेविंग अकाउंट खोल सकते है, इनकम टैक्स में ऐसा कोई एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? नियम नही है जिसमे बताया गया हो की आप कितने सेविंग अकाउंट ओपन कर सकते है, आप 4-5 या जितने चाहे सेविंग अकाउंट खोल सकते है. बस आपको ट्रांसक्शन का ध्यान रखना होता है आपको Cash ट्रांसक्शन एक वित्त वर्ष में 10 लाख से ज्यादा के नही करने है.
आज कल हर सेविंग अकाउंट में पैन कार्ड और आधार कार्ड लिंक होते है और इस वजह से आप इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से कोई जानकारी छिपा नही सकते है. तो दोस्तों अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा की सेविंग अकाउंट से कितने ट्रांसक्शन करने चाहिए, सेविंग अकाउंट में कितने पैसे रख सकते है और एक व्यक्ति कितने सेविंग अकाउंट रख सकता है. तो उम्मीद करते है आपको सेविंग अकाउंट और इनकम टैक्स से जुडी यह जानकारी पसंद आयी होगी, धन्यवाद…
Joint Account चलाने के क्या हैं नियम, कौन सी बातों का रखना होता है ध्यान, जानिए
एक एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? बैंक खाता जिसे दो या अधिक व्यक्तियों द्वारा साझा किया जाता है उसे जॉइंट अकाउंट के तौर पर जाना जाता है। पति-पत्नी बिजनेस पार्टनर दोस्त या परिवारों के सदस्य जो एक दूसरे को जानते हैं वे आम तौर पर संयुक्त खाते खोलते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एक बैंक खाता जिसे दो या अधिक व्यक्तियों द्वारा साझा किया जाता है, उसे जॉइंट अकाउंट के तौर पर जाना जाता है। पति-पत्नी, बिजनेस पार्टनर, दोस्त या परिवारों के सदस्य जो एक दूसरे को जानते हैं वे आम तौर पर संयुक्त खाते खोलते हैं। खाताधारकों में से कोई भी संयुक्त खाते में जमा धन वापस ले सकता है। प्रत्येक खाताधारक के नाम वाले डेबिट कार्ड भी अलग से जारी किए जा सकते हैं।
कुछ बैंक ऐसे खातों के मामले में चार संयुक्त धारकों को अनुमति देते हैं। बचत खाते की पेशकश करने वाले सभी बैंक भारत में संयुक्त खाते भी देते हैं।
एक जॉइंट अकाउंट कैसे कार्य करता है?
संयुक्त खाते सामान्य खातों की तरह ही काम करते हैं। वे स्थायी या अस्थायी हो सकते हैं (यानी छोटी अवधि के लिए)।
संयुक्त खाते में बैंक जमा खाते, जैसे क्रेडिट कार्ड, चेकिंग और बचत खाते और अन्य वित्तीय उत्पाद, जैसे बंधक, कर्ज और क्रेडिट लाइन (LOC) शामिल हैं। यह सबसे सामान्य प्रकार का जॉइंट अकाउंट है और किसी भी दो व्यक्तियों के बीच लागू होता है। यदि दो लोगों का जॉइंट अकाउंट है और उनमें से एक की मृत्यु हो जाती है तो कोई भी खाता संचालित कर सकता है।
Anyone or Survivor
इस प्रकार का खाता तब मान्य होता है जब दो से अधिक व्यक्ति संयुक्त रूप से खाता शुरू करते हैं। यहां कोई भी जमाकर्ता किसी भी समय खाते का संचालन कर सकता है। यदि जमाकर्ताओं में से कोई भी मर जाता है, तो अन्य खाते के साथ जारी रख सकते हैं।
Former or Survivor
इसमें केवल पहला खाताधारक ही खाता संचालित कर सकता है। पहले खाताधारक के निधन पर दूसरे खातेदार को ही अधिकार मिलता है। इसके लिए उसे कुछ बुनियादी औपचारिकताओं से गुजरना पड़ता है जैसे मृत्यु का प्रमाण प्रस्तुत करना आदि।
Minor Account
एक अभिभावक के साथ संयुक्त रूप से एक नाबालिग के नाम से एक बचत बैंक खाता भी खोला जा सकता है। यहां अभिभावक को नाबालिग की ओर से खाते का संचालन करना चाहिए।
पोस्ट ऑफिस बचत खाता: नहीं मिलेगा एक रुपये का भी ब्याज, अगर कर दी ये गलती
वैसे तो डाकघर बचत खाते (Post Office Savings Account) का ब्याज हर वित्त वर्ष के आखिर में खाते में क्रेडिट हो जाता है। लेकिन अगर आपने एक गलती कर डाली तो महीने में एक रुपये का भी ब्याज हासिल नहीं होगा।
पोस्ट ऑफिस बचत खाता: नहीं मिलेगा एक रुपये का भी ब्याज, अगर कर दी ये गलती
ये गलती करा देगी नुकसान
इंडिया पोस्ट की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, डाकघर बचत खाते में ब्याज की गणना महीने की 10 तारीख और महीने के अंत के बीच खाते में मौजूद न्यूनतम बैलेंस के आधार पर की एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? जाती है। यदि किसी महीने में 10 तारीख और महीने के अंत के बीच, खाते में शेष राशि 500 रुपये से कम हुई तो उस महीन कोई ब्याज देय नहीं होगा। इसलिए याद रहे कि आपके डाकघर एक आदमी कितने बैंक अकाउंट रख सकता है? बचत खाते में महीने की 10 तारीख और आखिरी तारीख के बीच कम से कम मिनिमम 500 रुपये का बैलेंस तो बरकरार रहे।
मिनिमम बैलेंस नहीं रखा तो पेनल्टी भी लगेगी
पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम बैलेंस 500 रुपये रखना जरूरी है। मैक्सिमम कितना ही बैलेंस रख सकते हैं। मिनिमम बैलेंस बरकरार न रखने पर हर वित्त वर्ष के आखिरी दिन अकाउंट से 100 रुपये की मेंटीनेंस फीस काट ली जाएगी। फीस काटने के बाद अगर खाते में बैलेंस निल हो गया तो यह अपने आप बंद हो जाएगा। डाकघर बचत खाते से मिनिमम 50 रुपये की भी निकासी की जा सकती है। खाते को बंद करने के समय, ब्याज का भुगतान उस पूर्ववर्ती महीने तक किया जाएगा, जिसमें खाता बंद किया गया।
साइलेंट न होने पाए अकाउंट
डाकघर के बचत खाते के जरिए बैंकिंग सर्विसेज का लाभ लेने के लिए याद रखें कि खाता 'साइलेंट' (Silent) नहीं होना चाहिए। डाकघर के बचत खाते से अगर लगातार तीन वित्त वर्षों तक कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ, यानी न पैसा जमा किया गया और न ही निकला गया तो खाता साइलेंट या डोरमेंट हो जाएगा। इसके बाद हो सकता है कि आप डाकघर बचत खाते से जुड़ी सर्विसेज का लाभ न ले सकें। डोरमेंट अकाउंट को रिवाइव करने के लिए आपको अपने खाते की मौजूदगी वाले डाकघर में ऐप्लीकेशन और नए केवाईसी डॉक्युमेंट देने होंगे। साथ ही डाकघर बचत खाते की पासबुक भी लगानी होगी।
कौन खोल सकता है डाकघर बचत खाता
डाकघर में बचत खाते (Post Office Savings Account) को कोई भी व्यक्ति सिंगल या जॉइंट में खुलवा सकता है। 10 साल से अधिक उम्र का नाबालिग अपने नाम पर खाता खुलवा सकता है, इसके अलावा अभिभावक भी नाबालिगों का खाता खुलवा सकते हैं। मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति की ओर से उसका अभिभावक खाता खुलवा सकता है। एक व्यक्ति एक ही सिंगल अकाउंट खोल सकता है।
जॉइंट खाते के मामले में ये बात जरूर रखें याद
जॉइंट में खाता खुलवाया है और अकाउंटहोल्डर्स में से एक की मृत्यु हो जाती है तो जीवित अकाउंटहोल्डर उस जॉइंट खाते का अकेला धारक (Holder) होगा। यदि जीवित अकाउंटहोल्डर का डाकघर में पहले से ही सिंगल खाता (Single Savings Account) है तो जॉइंट खाता बंद करना होगा। डाकघर में बचत खाता खोलने के टाइम पर नॉमिनेशन करना अनिवार्य है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 244