इसके अलावा रुपये की तुलना में डॉलर के कमजोर या मजबूत होने पर भी पेट्रोल और डीजल के दाम में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. जानकारी के लिए आपको बता दें कि भारत अपनी कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट जरूरत का 85 फीसद कच्चा तेल दूसरे देशों से खरीदता है और इसकी कीमत वह डॉलर में चुकाता है.
Crude Oil Price Cut: क्रूड की कीमतों में भारी गिरावट, इतने रुपये सस्ता हो सकता पेट्रोल-डीजल
Crude Oil Price Cut: क्रूड ऑयल (Crude Oil) की कीमतों में भारी गिरावट देखी जा रही है. एक्सपर्ट्स की माने तो पेट्रोल-डीजल (Petrol diesel price) की कीमतों में लगभग 2 से 3 रुपये की गिरावट देखी जा सकती है. मतलब कि बहुत जल्द ग्राहकों को राहत मिल सकती है.
Crude Oil Price Drop: इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल (Crude Oil) में गिरावट देखी जा रही है. करीब 7 महीने बाद क्रूड के दाम में इतनी ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है. कच्चे तेल का दाम वर्तमान में 92 डॉलर प्रति बैरल पर आ चुका है. क्रूड ऑयल (Crude Oil) के रेट में गिरावट आने से आने वाले दिनों में पेट्रोलियम (Petroleum) कुछ रुपये सस्ता हो सकता है. पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) लगभग 3 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है.कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट
कम हो सकती हैं पेट्रोलियम की कीमतें
एक्सपर्ट्स की माने तो आने वाले दिनों में क्रूड ऑयल 85 डॉलर प्रति बैरल पर भी पहुंच सकता है. ऐसे में पेट्रोलियम (Petroleum) की कीमतों में 3 रुपये प्रति लीटर की कमी आ सकती है. कई बार नोट किया गया है जब क्रूड ऑयल 1 डॉलर प्रति बैरल सस्ता हुआ है और उस वक्त पेट्रोल-डीजल के दाम में 55-60 पैसे प्रति लीटर की गिरावट देखी गई है.
आपको बता दें कि कच्चे तेल को मापन बैरल यूनिट में किया जाता है कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट और एक बैरल में लगभग 159 लीटर कच्चा तेल (Crude Oil) आता है. कच्चे तेल का दाम वर्तमान में 92 डॉलर प्रति बैरल हो चुका है. ऐसे में अगर कच्चे तेल का दाम घटता है, तो इसका सीधा असर पेट्रोलियम की कीमतों पर पड़ेगा.
दोहा वार्ता की असफलता के बाद कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट
नई दिल्ली (टीम डिजिटल)। दोहा में प्रोडक्शन फ्रीज की डील न होने के बाद क्रूड में गिरावट आई है। नायमैक्स पर क्रूड का भाव 4.7 फीसदी गिरकर 39 डॉलर के नीचे और ब्रेंट पर 4.4 फीसदी गिरकर 41 डॉलर करीब ट्रेड कर रहा है।
दोहा उत्पादन संबंधी वार्ता के विफल होने के बाद एशियाई बाजारों में कमजोरी के संकेतों के बीच सटोरियों ने अपने सौदों कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के आकार को कम किया जिससे वायदा कारोबार में आज कच्चा तेल की कीमत 129 रुपये की गिरावट के साथ 2,569 रुपये प्रति बैरल रह गई।
एमसीएक्स में कच्चा तेल के अप्रैल डिलीवरी वाले अनुबंध के भाव 129 रुपये अथवा 4.78 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,569 रुपये प्रति बैरल रह गये जिसमें 3,368 लॉट के लिए कारोबार हुआ। इसी प्रकार कच्चा तेल के मई डिलीवरी वाले अनुबंध के भाव 129 रुपये अथवा 4.60 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,676 रुपये प्रति बैरल रह गये जिसमें 888 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
सस्ते Petrol-Diesel के लिए रहे तैयार, इस वजह से जल्द आ सकती है भारी गिरावट
दुनिया के लगभग हर एक देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी वृद्धि हो चुकी है। कई देश ऐसे हैं जहां 250 रुपये प्रति लीटर के पार चला गया है। ये भारत ही है जहां पर महंगाई के इस दौर में भी सरकार ने हर चीजों के दामों पर लगाम कस रखा है। पाकिस्तान में तो पेट्रोल 230 रुपये से भी ज्यादा बिक रहा है। इसके साथ पश्चिमी देशों में भी तेल की कीमतों में भारी इजाफा हो चुका है। दरअसल, रूस और युद्ध के चलते कच्चे तेलों की कीमतों में वृद्धि के चलते तेल के भाव चढ़ गए। लेकिन, अब बहुत जल्द ही पेट्रोड-डीजल की कीमतों में भारी कटौती देखने को मिल सकती है।
दरअसल, कच्चे तेल की कीमतों में लगातार भारी गिरावट देखने को मिल रहा है। स्थिति ये है कि क्रूड ऑयल इस हप्ते 10 प्रतिशत के नुकसान के साथ बंद हुई है। कल ही यूके के केंद्रीय बैंक ने देश में साल के अंत तक मंदी की आशंका जताई है। वहीं, चीन में भी औद्योगिक गतिविधियां सुस्त हो रही हैं। जिससे कच्चे तेल की मांग पर असर पड़ने की आशंका है। अमेरिका में तेल के स्टॉक बढ़ने से भी इस आशंका को बल मिल रहा है कि, इसकी कीमतों में गिरावट आई है।
Petrol Diesel LPG Price : कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट, गैस सिलेंडर 630 रूपये, जानिए क्या है आपके शहर का भाव
लंबे समय से पेट्रोल-डीज़ल एवं एलपीजी गैस सिलेंडर के भाव दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं, ऐसे में आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन अब उन्हें राहत देने वाली खबर सुनने में आ रही है. जी हां सरकारी तेल कंपनियों के द्वारा हालही में पेट्रोल डीजल की कीमतों में गिरावट की गई है. यहां तक कि एलपीजी गैस सिलेंडर भी अब 630 रूपये हो गया है. देश में बड़े महानगरों समेत कई शहरों में पेट्रोल डीजल एवं एलपीजी गैस सिलेंडर के नए भाव जारी किये गये हैं, आपके शहर में आज का भाव क्या है देखना चाहते है तो यह आप इस लेख से कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट जानिए.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट
दोस्तों देश में पिछले कई महीनों से पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार वृद्धि होती जा रही है, ये तो हुई परिवहन की बात, लेकिन ये मंहगाई खाने-पीने की चीजों से लेकर गैस सिलेंडर तक के दामों को बढ़ा रही है. पर अब सरकार ने लोगों को कुछ राहत देने वाली खबर सुनाई है. जी हां सरकारी तेल कंपनियों के द्वारा पेट्रोल डीजल की नई कीमतें जारी की गई है. जोकि भारी गिरावट दर्शा रही है.
भारत के विभिन्न राज्यों के महानगरों, अन्य शहरों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें इस प्रकार हैं –
शहर | पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर | डीजल की कीमत प्रति लीटर |
पोर्टब्लेयर | 84.10 रूपये | 79.74 रूपये |
दिल्ली | 96.72 रूपये | 89.62 रूपये |
मुंबई | 111.35 रूपये | 97.28 रूपये |
चेन्नई | 102.63 कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट रूपये | 94.24 रूपये |
कोलकाता | 106.03 रूपये | 92.76 रूपये |
नोएडा | 96.57 रूपये | 89.96 रूपये |
लखनऊ | 96.57 रूपये | 89.76 रूपये |
जयपुर | 108.48 रूपये | 93.72 रूपये |
तिरुवनंतपुरम | 107.71 रूपये | 96.52 रूपये |
पटना | 107.24 रूपये | 94.04 रूपये |
गुरुग्राम | 97.18 रूपये | 90.05 रूपये |
बेंगलुरू | 101.94 रूपये | 87.89 रूपये |
भुवनेश्वर | 103.19 रूपये | 94.76 रूपये |
चंडीगढ़ | 96.20 रूपये | 84.26 रूपये |
हैदराबाद | 109.66 रूपये | 97.82 रूपये |
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत
हालही में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कुछ प्रतिशत गिरावट आई है, ख़बरें आ रही है कि कच्चे तेल की कीमतों में 0.43 डॉलर या फिर 0.45 प्रतिशत की गिरावट आई है. जिससे इसकी कीमत फ़िलहाल 95.73 डॉलर प्रति बैरल हो गई है.
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत की समीक्षा की जाती है उसके बाद हमारे देश की सरकारी तेल कंपनियां रोजाना सुबह करीब 6 बजे पेट्रोल-डीजल एवं अन्य तेल के दाम जारी करती है. दरअसल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत की समीक्षा करने के बाद हमारे देश की केंद्र एवं राज्य सरकार अपना कर, ढुलाई की लागत, कमीशन आदि शामिल करके नई कीमत जारी करती है. अतः अलग – अलग शहरों में इनकी कीमतें अलग – अलग होने का कारण यही है कि राज्य सरकारें अपने अनुसार कर, ढुलाई की लागत एवं कमीशन की कीमतें तय करती है, इसलिए यह हर रोज बदलती है.
Petrol-Diesel Price: ईंधन की बढ़ी हुई कीमतों से कब मिलेगी राहत, जानें कैसे तय होते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी को परेशान कर रखा है.
Petrol-Diesel Price: पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी को परेशान कर रखा है. बीते कुछ दिनों में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट देखी गई, जिसके चलते यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही लोगों को घरेलु कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट बाजार में भी ईंधन की बढ़ती कीमतों से राहत मिल सकती है. लेकिन जानकारों के मुताबिक, फिलहाल पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं होने वाले. पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों से राहत तभी मिलेगी, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में मौजूदा गिरावट कुछ और दिनों तक बनी रहेगी. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) दैनिक आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव करती हैं. लेकिन यह बदलाव पिछले 15 दिनों में एवरेज बेंचमार्क इंटरनेशनल प्राइस के हिसाब से होता है. इसलिए रविवार की कीमत पिछले 15 दिन के औसत से तय होगी.
ऐसे तय होते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि घरेलू स्तर पर खुदरा कीमतें 15 दिन के ‘रोलिंग’ एवरेज के आधार पर तय की जाती हैं. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतों में लगातार गिरावट के बाद ही यहां दाम घटेंगे. ग्लोबल बेंचमार्क ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें नवंबर में (25 नवंबर तक) मोटे तौर पर लगभग 80 से 82 डॉलर प्रति बैरल तक रही हैं. बीते शुक्रवार को कच्चे तेल का दाम करीब चार डॉलर प्रति बैरल और घट गया. उसके बाद ब्रेंट वायदा में बिकवाली से लंदन के आईसीई में इसकी कीमत छह डॉलर और घटकर 72.91 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुई. सूत्रों के मुताबिक कोविड के नए वैरिएंट Omicron की वजह से ऐसा हुआ है.
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अभी नहीं मिलेगी राहत
एक सूत्र ने कहा, ‘‘शुक्रवार को दरों में गिरावट से स्वाभाविक रूप से यह उम्मीद बन रही थी कि पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल के दाम घटेंगे, लेकिन खुदरा कीमतें ऐसे तय नहीं होतीं. चूंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें नवंबर के अधिकांश दिनों में सीमित दायरे में रही हैं, ऐसे में शुक्रवार को आई गिरावट से औसत मूल्य पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा. सूत्र ने आगे कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब कीमतों में गिरावट कुछ और दिन बनी रहेगी, तभी यहां पेट्रोल और डीजल के दाम नीचे आएंगे.’’ हाल में अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया सहित भारत जैसे प्रमुख तेल उपभोक्ता देशों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों को कम करने के संयुक्त प्रयास के तहत अपने रणनीतिक भंडार से कच्चे तेल को जारी करने की घोषणा की थी. लेकिन इन घोषणाओं का भी अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है.
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