सुशासन, लोककल्याण और विकास का संकल्प दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों की कारगुजारियां भी उजागर कीं तो डबल इंजन सरकार के प्रयासों के परिणाम भी बताए। उन्होंने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश में हर दिन दंगे हुआ करते थे, जिसका नाम सुनकर अन्य प्रदेशों के लोगों के मन में एक भयावह तस्वीर उभर जाती थी, वहां आज हर पर्व-त्योहार शांति-सौहार्द के माहौल में संपन्न हो रहे हैं। जिसे देश के विकास में बाधक कहा जाता था, उसने आज देश को कानून-व्यवस्था का एक मॉडल दिया है। कोरोना प्रबंधन में सभी ने यूपी मॉडल को सराहा है, नजीर माना है। जहां निवेशक आने से घबराते थे आज सर्वश्रेष्ठ निवेश गंतव्य हो गया है। और अब यह प्रदेश ईज़ ऑफ लिविंग में नम्बर एक बनने की ओर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई दिल्ली में निर्भया प्रकरण के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद उत्तर प्रदेश में किसी शहर को ‘सेफ सिटी’ बनाने का काम नहीं हुआ। वर्तमान सरकार गौतमबुद्ध नगर सहित 18 शहरों को सेफ सिटी वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम बनाने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बीते साढ़े पांच सालों में यूपी में 4 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश हुआ। यूपी डाटा सेंटर का हब बन रहा। 2015-16 में यहां का एक्सपोर्ट 50 हजार करोड़ था, आज 2021 में 1.56 लाख करोड़ का निर्यात हुआ।आज यूपी 6 एक्सप्रेस वे वाला पहला राज्य बन गया है और 7 पर काम चल रहा है। 2017 से पहले 3 एयरपोर्ट थे, आज 9 क्रियाशील हैं, 10 पर काम चल रहा है। सीएम योगी ने कहा, एक समय यूपी में चीनी मिल बंद हो रही थीं, वहीं वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम यूपी की चीनी आज एक्सपोर्ट हो रही हैं। साढ़े 5 वर्ष में गन्ना किसानों को 1.81 लाख करोड़ का भुगतान हुआ। इन सबने यूपी के विकास को गति दी है, लोगों में एक विश्वास भरा है। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले गंदगी और अव्यवस्था यूपी के शहरों की पहचान थी, आज केंद्र सरकार 10 शहरों को स्मार्ट बना रही है तो प्रदेश सरकार ने 7 शहरों को स्मार्ट बनाने वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम का काम कर रही है।
वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम
Analytical Dashboard Activity Delegation and Fund Transfer functionality Display of Beneficiary data of Multiple Ministries Capturing of reverse receipt information through Treasuries-PFMS-eGS and Banks-PFMS-eGS Download mActionsoft App.
पंचायत प्रोफाइल
चुने गए प्रतिनिधि (सक्रिय)
प्लानिंग और रिपोर्टिंग
अनुमोदित जिला पंचायत योजना
(2023-2024)
अनुमोदित ब्लॉक पंचायत योजना
(2023-2024)
भौतिक प्रगति की स्थिति
जियो-टैगिंग शुरू की गई
अकाउन्टिंग
वित्तीय प्रगति ऑनबोर्डिंग
ब्लॉक पंचायत और समकक्ष:
पंजीकृत ऑडिटर
(2021-2022)
पंजीकृत ऑडिटी
(2021-2022)
MoPR Campaign
Covid Dashboard
Monthly Bulletin of MoPR
- Bulletin for January 2022
- Bulletin for April 2022
- Bulletin for May 2022
- Bulletin for June 2022
- Bulletin for July 2022
- Bulletin for August 2022
- Bulletin for September 2022
- Bulletin for October 2022
सहायक दस्तावेज़
- ग्राम पंचायत को ई वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम ग्राम स्वराज-पीएफएमएस पर ऑनबोर्डिंग के लिए नियम
- 14वां वित्त आयोग योजना के लिए ई ग्राम स्वराज के एकीकरण की आवश्यकताएं
- 14वां वित्त आयोग के लिए ई ग्राम वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम स्वराज के एकीकरण का प्रक्रम प्रवाह
- 14वां वित्तआयोग योजना के लिए ई ग्राम स्वराज के एकीकरण के संदेश
वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम
- आउटसोर्स नौकरियां
- प्राइवेट नौकरियां
- सरकारी नौकरियां
- रोजगार वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम मेला नौकरियां
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यूपी को देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनाने के लिए ठोस प्रयास की आवश्यकता : सीएम वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम योगी
by लखनऊ ब्यूरो
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम कि 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश के लिए बड़े विजन की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश की जनता ने जिस विश्वास के साथ 37 वर्ष बाद किसी सरकार को लगातार दो बार चुना है, उसे पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही है। निवेश, शहरीकरण वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम और रोजगार सृजन सरकार की कार्ययोजना की प्राथमिकता में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में तैयार हो सके, इसके लिए प्रदेश में बड़े और ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। आज पूरी दुनिया के निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश को उत्सुक है। आज हर तबके को बिना भेदभाव मिल रहे शासन की योजनाओं के लाभ का ही परिणाम है कि हर व्यक्ति सरकार के प्रयासों को सफल करने में अपना योगदान करने को तत्पर है।
केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने राजस्व आसूचना निदेशालय के 65वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन किया
FM Nirmala Sitharaman
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के तत्वावधान में काम करने वाली शीर्ष तस्करी विरोधी खुफिया जांच एजेंसी, राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने आज नई दिल्ली में अपना 65वां स्थापना दिवस मनाया।
समारोह की शुरुआत केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी की उपस्थिति में उद्घाटन के साथ हुई। राजस्व वित्तीय विश्लेषण कार्यक्रम सचिव, श्री संजय मल्होत्रा; केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के अध्यक्ष श्री विवेक जौहरी; राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) के महानिदेशक श्री मोहन कुमार सिंह के साथ बोर्ड के अन्य सदस्य इस अवसर पर उपस्थित थे। इस समारोह में सीबीआईसी के पूर्व अध्यक्षों और सदस्यों, डीआरआई के पूर्व महानिदेशकों सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम में लगभग 400 प्रतिभागियों ने भाग लिया और डीआरआई, सीबीआईसी, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और भारत सरकार के अन्यअधिकारियों के सैकड़ों उपस्थित लोगों की भागीदारी के साथ एक डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया।
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