President Murmu Arrives In Jharkhand; Pays Floral Tribute To Birsa Munda On Birth Anniversary
President Droupadi Murmu, who arrived in Ranchi greeted the people of Jharkhand on the state's foundation day and hoped that they would establish new dimensions of eco-friendly development.
By: ABP News Bureau | Updated at : 15 Nov 2022 01:53 PM (IST)
President Murmu went to the birthplace of Birsa Munda and paid floral tributes at a bust of the tribal icon on his birth anniversary, which is celebrated as 'Janjatiya Gaurav Divas'. ( Image Source : Twitter/President Of India )
President Droupadi Murmu, who arrived in the Jharkhand capital Ranchi on Tuesday morning greeted the people of Jharkhand on the state's foundation day and hoped that they would establish new dimensions of eco-friendly development by cherishing their culture. She went to the birthplace of Birsa Munda and paid floral tributes at a bust of the tribal icon on his birth anniversary, which is celebrated as 'Janjatiya Gaurav Divas'.
"Johar Jharkhand! On the State Foundation Day, I extend my warm greetings to all the residents of Jharkhand! I want the people of Jharkhand to establish new dimensions of eco-friendly development by cherishing their culture, traditions, and customs," the president tweeted in Hindi.
भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में जाकर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने का आज मुझे सौभाग्य मिला।
भगवान बिरसा की जयंती के दिन, उनकी प्रतिमा का दर्शन करके, मैं स्वयं को धन्य महसूस कर रही हूं।
उनके जन्म और कर्म से जुड़े स्थानों पर जाना मेरे लिए तीर्थ-यात्रा के समान है। pic.twitter.com/eSyGGnqDMh
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2022Upon landing at the Birsa Munda Airport in Ranchi around 9 am, the President was welcomed by Jharkhand Governor Ramesh Bais and Chief Minister Hemant Soren. From there, she flew on an Indian Air Force chopper to Birsa Munda's village Ulihatu, where she was joined by Union ministers Arjun Munda and Annapurna Devi.
Jharkhand was formed on this day in 2000 after being carved out of Bihar. The former Jharkhand governor, who arrived in the state for the first time after becoming the President, was accorded a warm welcome by villagers at Ulihatu, around 70 km from the state capital Ranchi.
At Ulihatu, she paid floral tributes at a bust marking the birthplace of the tribal icon. Even though. Birsa Munda followers, decked up in traditional attires, flocked on both sides of the road to have a glimpse of the President. Common people were not allowed at the main venue due to security reasons.
(With PTI Inputs)
Published at : 15 Nov 2022 01:53 PM (IST) Tags: Jharkhand Birsa Munda RANCHI President Droupadi Murmu Follow States News on abp LIVE for more latest stories and trending topics. Watch breaking news and top headlines online on abp News LIVE TV
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डेविड वॉर्नर ने खुद को दिया ICC टिक टॉक से जुड़ा ये खिताब, वजह जानकार आएगी हंसी
डेविड वॉर्नर ने जो खिताब अपने आपको दिया है शायद ही ये किसी को मिल पाया है। आइए जानते हैं इस खिताब के साथ उन्होंने कैसे चहल को जोड़ा है।
Deepakshi Delhi, 30 December 2020 ( Updated 30, December, 2020 12:48 PM IST ) 2981 8 -->
डेविड वॉर्नर (क्रेडिट- इंस्टाग्राम)
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की तरफ से कुछ वक्त पहले अपने दशक के सबसे बेस्ट क्रिकेटर्स की लिस्ट जारी की है। आईसीसी की इस लिस्ट पर चुटकी लेते हुए ऑस्ट्रेलिया के स्टार ओपनर डेविड वॉर्नर नजर आए हैं। उन्होंने एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है जिसमें वो खुद को आईसीसी टिक टॉक क्रिकेटर बता रहे हैं।
डेविड इस दौरान भारत क्रिकेटर युजवेंद्र चहल को भी याद करते हुए नजर आए हैं। उन्होंने अपनी बात में लिखा कि मुझे ये लगता था मैं और चहल दोनों ही दशक के आईसीसी टिक टॉक क्रिकेटर बनेंगे। दरअसल डेविज वार्नर और चहल दोनों ही टिक टॉक पर अपने वीडियो क्रिप्टोकुरेंसी आईसीओ का जन्म को बनाने के लिए चर्चा में रहते हैं। साउथ इंडियन गानों पर डेविड ने डांस करते हुए कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं। इस तरह से चहल भी लॉकडाउन में अपने वीडियो की वजह से चर्चा में रहते थे।
आपको इस बात की जानकारी दे दें कि डेविड वार्नर को दशक की आईसीसी वनडे टीम में बतौर ओपनर की जगह मिली है। लेकिन इन दिनों वो चोट की वजह से खेल के मैदान से दूर हैं। उन्हें हाल ही में ग्रोइन में इंजरी का शिकार होना पड़ा है। लेकिन इन सबके बीत ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने सिडनी टेस्ट के लिए डेविड वॉर्नर की टीम में वापसी आने के संकेत दिए हैं। वैसे यहां तो ऊपर हमने ये बात की है कि डेविड वार्नर कैसे टिक टॉक की दुनिया में छाए रहे। लेकिन आइए जानते हैं उनसे जुड़ी दिलचस्प बातों के बारे में यहां जो उन्हें बनाती है और
- 27 अक्टूबर 1986 को न्यू साउथ वेल्स में डेविड वॉर्नर का जन्म क्रिप्टोकुरेंसी आईसीओ का जन्म हुआ था।
- क्रिकेट के हर एक फॉर्मेंट में उनकी जबरदस्त बल्लेबाजी देखने को मिलती है।
- डेविड उन खिलाड़ियों में से एक है जिन्होंने बिना फर्स्ट क्लॉस क्रिकेट खेले इंटरनेशनल में डेब्यू किया था।
-डेविड को अपना पहला इंटरनेशनल शतक लगाने में तीन साल लग गए थे। 2012 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 162 पारी खेली थी।
- वर्ल्डकप के इतिहास में वॉर्नर ऐसे पहले बल्लेबाज बने थे जिन्होंने दो बार 150 या फिर उससे ज्यादा स्कोर किया था।
- इसके अलावा विश्व कप इतिहास में डेविड वॉर्नर एक इनिंग में सबसे बड़े स्कोर बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बने हैं।
- वॉर्नर के तीन बच्चे हैं लेकिन एक बेटी का जन्म उनकी मॉडल कैंडिस से शादी करने से क्रिप्टोकुरेंसी आईसीओ का जन्म पहले 2014 में हुआ था।
Yuvraj Singh Birthday Special- सिक्सर किंग युवराज सिंह के जन्मदिन पर जानें उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) का जन्म 12 दिसंबर, 1981 में चंडीगढ़ में हुआ था। इस साल युवराज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं।
by Supriya Srivastava
Yuvraj Singh Birthday Special- युवराज सिंह क्रिकेट के बादशाह हैं। इनकी बल्लेबाजी कोई अगर देख ले तो वो इनका दीवाना ही हो जाए। इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास में ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि बाप और बेटे दोनों क्रिकेटर हों। युवराज सिंह और उनके पिता योगराज सिंह दोनों ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का हिस्सा रह चुके हैं। युवराज सिंह भारतीय फैंस की आंखों के तारे हैं। आज इनका जन्मदिन है।
युवराज सिंह का जन्म 12 दिसंबर, 1981 में चंडीगढ़ में हुआ था। इस साल युवराज क्रिप्टोकुरेंसी आईसीओ का जन्म अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं। इनको क्रिकेट की दुनिया में सिक्सर किंग के नाम से जाना जाता है। क्रिकेट में इनका करियर बहुत बेहतरीन चल रहा था लेकिन फिर गम्भीर बीमारी कैंसर के चलते इन्हें ब्रेक लेना पड़ा। खुशी की बात तो ये है कि युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात दे दी थी और फिर वापस दोबारा इंटरनेशनल क्रिकेट में नज़र आए।
युवराज थे ICC टूर्नामेंट के सबसे बड़े हीरो-
ये तो अंडर 19 के समय ही सब जान गए थे कि युवराज सिंह क्रिकेट की दुनिया के हीरो हैं। मोहम्मद कैफ की कप्तानी में 2002 में उन्होंने अंडर 19 विश्वकप खेला था। इसमें उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब भी दिया गया था। इसके बाद उन्होंने 2007 में ICC टी- 20 विश्वकप में एक ही ओवर में 6 छक्के जड़ दिए थे। इसके बाद तो हर तरफ युवी युवी ही चल रहा था। ऐसा कारनामा पहले किसी ने भी नहीं किया था। इसके बाद 2011 विश्वकप में भी युवराज को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट से नवाजा गया था।
कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी को हराया-
युवराज सिंह को कैंसर का पता 2011 के विश्वकप के दौरान चला था। उस समय उन्होंने एक मैच के दौरान पिच पर ही खून की उल्टी कर दी थी। बाद में पता चला कि उन्हें कैंसर है। हालांकि वो विश्वकप उन्होंने पूरा खेला और भारत को विश्वकप ट्रॉफी भी दिलाई लेकिन इसके बाद काफी दिनों तक युवराज सिंह क्रिकेट से दूर रहे और कैंसर को हराने के बाद वापस मैदान में उतरे। फिर उन्होंने ज्यादा दिनों तक क्रिकेट खेला नहीं और सन्यास ले लिया।
ऐसा था युवराज का करियर-
साल 2000 में युवराज (Yuvraj Singh) ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने अपने करियर में 307 इंटरनेशनल वनडे मैच खेले। इसमें उन्होंने 278 पारियों में 8701 रन बनाए। साथ ही उन्होंने 161 पारियों में 111 विकेट भी अपने नाम किए हैं। युवराज ने पहला इंटरनेशनल टेस्ट मैच 2003 में खेला था। टेस्ट क्रिप्टोकुरेंसी आईसीओ का जन्म क्रिकेट में उन्होंने कुल 1900 रन बनाए हैं। वहीं टी- 20 क्रिकेट में युवराज ने 58 मैचों में 1177 रन बनाए हैं। साथ ही 31 पारियों में 28 विकेट भी अपने नाम किए हैं।
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