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दो तरह के निवेशक

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प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट में क्या अंतर है? कैसे होता है इसमें निवेश

प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट में क्या अंतर है? कैसे होता है इसमें निवेश

यदि आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो आपको पहले प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट के बीच के अंतर को समझना होगा . शेयर मार्केट के एक्सपर्ट आमतौर पर प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं . आपने भी प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट के बारे में अक्सर सुना होगा . क्या आप जानते हैं इनका क्या मतलब होता है और इनमें क्या अंतर है ? दरअसल शेयर मार्केट दो तरह के होते हैं – प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट . क्या आपको पता है कि दोनों मार्केट एक दूसरे से कैसे अलग हैं ?

प्राइमरी मार्केट

नई सिक्योरिटीज जैसे नए शेयर और बांड प्राइमरी मार्केट में जारी किए जाते हैं . प्राइमरी मार्केट में कंपनियां निवेशकों को शेयर बेचती हैं और पैसा जुटाती हैं . प्राइमरी मार्केट में सीधे कंपनी और निवेशकों के बीच लेनदेन होता है . ऐसे कई अलग – अलग तरीके हैं जिनके माध्यम से एक कंपनी प्राइमरी मार्केट से पूंजी जुटा सकती है . इनमें पब्लिक इश्यू (IPO), प्राइवेट प्लेसमेंट और राइट्स इश्यू शामिल हैं .

आरबीआई डायरेक्ट स्कीम में निवेश करना कितना सही? यहां समझें पूरा सिस्टम

आरबीआई डायरेक्ट स्कीम में निवेश करना कितना सही? यहां समझें पूरा सिस्टम

रुचिता ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) में रिटेल डायरेक्ट गिल्ट यानी आरडीजी खाता खोला दो तरह के निवेशक है. यह खाता गवर्नमेंट सिक्योरिटीज बेचने और खरीदने के लिए खोला जाता है. इस रिटेल डायरेक्ट गिल्ट के जरिए आप ट्रेजरी बिल्स, गवर्नमेंट डेटेट सिक्योरिटीज यानी जी-सेक और स्टेट डेवलपमेंट लोन्स यानी एसडीएल में निवेश कर सकते हैं. पिछले साल नवंबर में आरबीआई ने रिटेल डायरेक्ट स्कीम शुरू की थी और इस योजना के तहत खुदरा निवेशक आरबीआई में आरडीजी खाता खोल सकते हैं. खुदरा निवेशक एक ऑनलाइन पोर्टल के जरिए यह खाता खोल सकते हैं. योजना के शुरू होने के एक हफ्ते के भीतर ही 32,000 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया. यह संख्या हालांकि छोटी है लेकिन इससे गवर्नमेंट बांड में लोगों की बढ़ती दिलचस्पी का पता चलता है.

कैसे काम करती है यह योजना

आरडीजी खाता खोलने के लिए कोई फीस नहीं भरनी होती. इसकी मदद दो तरह के निवेशक से लोग सीधा प्राइमरी मार्केट यानी नीलामी में गवर्नमेंट सिक्योरिटीज खरीद सकते हैं. वे इसकी मदद से सेकेंडरी मार्केट में भी खरीदारी या बिक्री कर सकते हैं. सेकेंडरी मार्केट से मतलब है किसी और से खरीदारी करना या उसे बिक्री करना.

आरडीजी खाते से केंद्र और राज्य सरकारों की ये सिक्योरिटीज खुदरा निवेशकों को कम कीमतों पर मिलती है. जी-सेक और एसडीएल की क्रेडिट रेटिंग सबसे ज्यादा है. खुदरा निवेशक सिक्योरिटीज में न्यूनतम 10,000 रुपए और अधिकतम दो करोड़ रुपए का निवेश कर सकते हैं.

कैसे लगता है टैक्स

सरकारी बॉन्ड से होने वाली आय पर टैक्स दो तरह से लगता है. पहला, मैच्योरिटी डेट से पहले उन्हें बेचने से होने वाले मुनाफे पर और दूसरा, मिलने वाले ब्याज पर. मैच्योरिटी से पहले गवर्नमेंट सिक्योरिटीज को बेचने से होने वाले मुनाफे पर एक साल तक शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स दो तरह के निवेशक यानी एसटीसीजी टैक्स लगता है. एक साल के बाद उन पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स यानी एलटीसीजी टैक्स लगता है.

रिजर्व बैंक की आरडी बॉन्ड योजना एक अच्छी योजना है क्योंकि यह खुदरा निवेशकों को जी-सेक और सॉवरेन बॉन्ड आदि में निवेश करने का विकल्प देती है.

10 साल के एक मानक सरकारी बॉन्ड (बेंचमार्क गवर्नमेंट बॉन्ड) में इस समय करीब 6.80 फीसद का ब्याज मिल रहा है. इसकी तुलना में सरकार की छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें चार से 7.6 फीसद हैं.

इस समय 92 से 100 सिक्योरिटीज हैं जिनमें से केवल चार या पांच में ही सक्रियता से कारोबार हो रहा है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को छोड़कर किसी भी सरकारी बॉन्ड में निवेश पर कर में छूट नहीं मिलती. सरकारी बांड में निवेश करते समय हालांकि क्रेडिट रिस्क नहीं होता, लेकिन ब्याज दर के बढ़ने का जोखिम हमेशा बना रहता है.

इन 5 शेयरों ने इस साल दोगुना कर दिया निवेशकों का पैसा, कीमत 2 रुपये से भी कम

Multibagger Penny Stocks: रूस-यूक्रेन की जंग, महंगाई का ऊंचा स्तर और केंद्रीय बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी के चलते भारतीय शेयर बाजार के लिए साल 2022 काफी उठापटक भरा रहा है। हालांकि इस दौरान भी कुछ पेनी शेयर ऐसे रहे, जिन्होंने अपने निवेशकों को इस साल दोगुने से अधिक की कमाई कराई है। खास बात यह है कि इन सभी शेयरों की कीमत 2 रुपये से भी कम है। इन शेयरों में क्वाड्रेंट टेलीवेंचर्स (Quadrant Televentures), खूबसूरत लिमिटेड (Khoobsurat Ltd), प्रीसिजन कंटैनेउर्स (Precision Containeurs), सॉलिस मार्केटिंग (Solis Marketing) और जय माता ग्लास (Jai Mata Glass) शामिल है। आइए दो तरह के निवेशक इनके बारे में एक-एक जानते हैं।

1. क्वाड्रेंट टेलीवेंचर्स (Quadrant Televentures)

क्वाड्रेंट टेलीवेंचर्स के शेयर आज 20 दिसंबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सेंज पर 1.57 रुपये के भाव पर बंद हुए। हालांकि इस साल की शुरुआत में ये बीएसई 0.44 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस तरह साल 2022 में अब तक इसके शेयरों की कीमत करीब 256.82% बढ़ चुकी है। इसका मतलब है कि अगर किसी निवेशक ने इस साल की शुरुआत में क्वाड्रेंट टेलीवेंचर्स के शेयरों में 1 लाख रुपये निवेश किया होता, तो आज उसके 1 लाख रुपये की कीमत 3.56 लाख रुपये होती।

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