डिजिटल गोल्ड क्या है कैसे खरीदें (फायदें और नुकसान) Digital Gold In Hindi
Digital Gold Kya Hai In Hindi: भारतीय लोग बहुत समय पहले से ही सोने में निवेश करते आये हैं, इसलिए हर भारतीय के घर में सोने के कोई ना कोई आभूषण जरुर होते हैं. लेकिन इंटरनेट के बढ़ते इस युग में लोग फिजिकल गोल्ड के साथ – साथ डिजिटल गोल्ड में भी निवेश करने लगे हैं. साल 2020 में आई कोरोना महामारी के बाद से तो डिजिटल गोल्ड के निवेशकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है.
लेकिन आज भी कई ऐसे लोग हैं जो Digital Gold से अपरिचित हैं, इसलिए हमने सोचा क्यों ना आज के इस ब्लॉग पोस्ट में आपको डिजिटल गोल्ड की पूरी जानकारी प्रदान करवाई जाये.
इस ब्लॉग पोस्ट में आपको जानने को मिलेगा कि Digital Gold क्या है, डिजिटल गोल्ड में निवेश कैसे करें तथा डिजिटल गोल्ड में निवेश करने के फायदे और नुकसान, इसके साथ ही हमने आपको डिजिटल गोल्ड से सम्बंधित अनेक प्रकार के प्रश्नों का जवाब भी इस लेख में दिया है ताकि आप डिजिटल गोल्ड में निवेश को अच्छे से समझ सकें.
तो चलिए आपका अधिक समय ना लेते हुए शुरू करते हैं आज का यह ब्लॉग पोस्ट और सबसे पहले जानते हैं डिजिटल गोल्ड क्या होता है हिंदी में.
Digital Gold: क्या होता है डिजिटल गोल्ड? इस सोने में निवेश करने से पहले जान लें यह जरूरी बातें
Digital Gold: डिजिटल गोल्ड सोना खरीदने का ऑनलाइन तरीका है. गोल्ड खरीदने के बाद ग्राहक के वॉलेट मे स्टोर करके रख दिया जाता है.गोल्ड को खरीदने के लिए आपको इंटरनेट, कंप्यूटर-स्मार्टफोन की जरूरत होती है
By: ABP Live | Updated at : 30 Mar 2022 03:44 PM (IST)
Digital Gold: पुराने समय से भारत में डिजिटल गोल्ड क्या है डिजिटल गोल्ड क्या है सोने में निवेश करने की प्रथा रही है. इसका सबसे बड़ा कारण ये हैं कि सोना में निवेश करना बहुत सुरक्षित और अच्छा रिटर्न देने वाला माना जाता रहा है. ऐसे में बदलते समय के साथ निवेश के कई ऑप्शन बदले लेकिन, देश में आज भी बड़ी संख्या में लोग सोने में निवेश करना पसंद करते हैं. आज भी लोग सोने में निवेश तो कर रहे हैं लेकिन, अब उनके निवेश करने का तरीका बदल गया है. आजकल लोग डिजिटल गोल्ड में जमकर निवेश कर रहे हैं.
क्या है डिजिटल गोल्ड?
डिजिटल गोल्ड ऑनलाइन सोना खरीदने का तरीका है. इस गोल्ड को खरीदने डिजिटल गोल्ड क्या है के बाद ग्राहक के वॉलेट में स्टोर करके रख दिया जाता है. इस गोल्ड को खरीदने के लिए आपको इंटरनेट और एक स्मार्टफोन की आवश्यकता होती है. इस सोने को खरीदने के बाद आप अपनी मर्जी से सोने को बेच भी सकते हैं.
इस सोने को खरीदने-बेचने के लिए आप ई-वॉलेट कंपनियां जैसे गूगल पे, फोन पे,पेटीएम आदि कंपनियों का इस्तेमाल कर सकते हैं. आप ई-वॉलेट कंपनियों के जरिए आप एमएमटीसी लिमिटेड, ऑग्मेंट गोल्ड लिमिटेड और स्विस फर्म एमकेएस पीएएमपी जैसी कंपनियों का डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं. बता दें कि यह ई-वॉलेट कंपनियां एमएमटीसी लिमिटेड जैसे डिजिटल गोल्ड बेचने वाली कंपनियों के लिए एक प्लेटफार्म तैयार करती है. इन गोल्ड को खरीद कर आप वॉलेट में स्टोर करके रखना चाहिए.
डिजिटल गोल्ड को असली सोने में भी बदल सकते हैं
आपको बता दें कि इस सोने को खरीदने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस सोने को आप आसली सोने में भी बदल सकते हैं. लेकिन, इस सोने को असली सोने में बदलने के लिए आपको कुछ एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा. बता दें कि इस सोने को निवेश सोने की बार या सिक्के में बदल सकता है.
News Reels
लेकिन, किसी तरह के सिक्के को बनवाने के लिए आपको उसका डिजाइन चार्ज देना होगा. लेकिन, डिजिटल गोल्ड खरीदने पर आपको 3 प्रतिशत ज्यादा GST भुगतान करना पड़ता है. इसके साथ ही पोन पे आदि से डिजिटल गोल्ड खरीदने पर आपको उसे वॉलेट में स्टोर करके के लिए कुछ एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा.
ये भी पढ़ें:
Published at : 30 Mar 2022 02:58 PM (IST) Tags: Digital gold Digital Gold Tips What is Digital Gold digital gold trading हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Digital Gold क्या है? जानें Google Pay, PhonePe के जरिए इसे कैसे खरीदें?
सोने में निवेश करना काफी समय से भारतीयों की पहली पसंद रही है. लोग आमतौर पर पास की दुकान से सोने के गहने या सिक्के जरूर खरीदते हैं. हालांकि, कोरोना महामारी के समय से लोग आजकल इंटरनेट का इस्तेमाल पहले से कहीं ज्यादा करना शुरू कर दिया है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 02 नवंबर 2021,
- (अपडेटेड 02 नवंबर 2021, 5:31 PM IST)
- सोने में निवेश करना काफी समय डिजिटल गोल्ड क्या है से भारतीयों की पहली पसंद रही है
- आसान शब्दों में कहें तो फिजिकल गोल्ड के डिजिटल वर्जन को डिजिटल गोल्ड कहते हैं
सोने में निवेश करना काफी समय से भारतीयों की पहली पसंद रही है. लोग आमतौर पर पास की दुकान से सोने के गहने या सिक्के जरूर खरीदते हैं. हालांकि, कोरोना महामारी के समय से लोग आजकल इंटरनेट का इस्तेमाल पहले से कहीं ज्यादा करना शुरू कर दिया है. अब सोना (Gold) ऑनलाइन खरीदना-बेचना भी शुरू हो गया है. फिलहाल हम यहां आपको डिजिटल गोल्ड और इसमें निवेश के तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं.
डिजिटल गोल्ड क्या है?
आसान शब्दों में कहें तो फिजिकल गोल्ड के डिजिटल वर्जन को डिजिटल गोल्ड कहते हैं. डिजिटल सोने की खास बात ये है कि इसके एक छोटे टुकड़े को 1 रुपये तक जैसी कम कीमत में भी खरीदा जा सकता है. फिजिकल गोल्ड में निवेश के लिए ग्राहकों को ग्राम का ऑप्शन मिलता है. इसमें निवेश करना पाना सबके लिए संभव नहीं होता. वहीं, डिजिटल गोल्ड में ज्यादा से ज्यादा लोग अपने बजट को ध्यान में रखकर निवेश कर सकते हैं.
डिजिटल गोल्ड की सेफ्टी भी फिजिकल गोल्ड से ज्यादा रहती है. ये तब तक सेफ रहता है. जब तक आप इसे सेल ना कर दें. कुछ प्लेटफॉर्म्स डिजिटल गोल्ड को फिजिकल गोल्ड के लिए रीडिम करने का भी ऑप्शन देते हैं. पॉपुलर ई-कॉमर्स कंपनियां अब ग्राहकों को महज एक क्लिक में डिजिटल गोल्ड खरीदने का ऑप्शन दे रही हैं. इन प्लेटफॉर्म्स में Google Pay और PhonePe का डिजिटल गोल्ड क्या है भी नाम शामिल है.
PhonePe के जरिए ऐसे खरीदें सोना:
- पहले अपना PhonePe अकाउंट सेट करें.
- इसके बाद स्क्रोल कर इन्वेस्टमेंट कैटेगरी में आएं.
- फिर Buy 24K Gold पर क्लिक करें.
- इसके बाद लिस्ट से उस गोल्ड डिजिटल गोल्ड क्या है कॉइन को सेलेक्ट करें जिसे आप खरीदना चाहते हैं. या आप उस अमाउंट को भी आसानी से ऐड कर सकते हैं, जिसे आप गोल्ड खरीदने के लिए खर्च करना चाहते हैं. खास बात ये है कि आप 1 रुपये में भी यहां सोना खरीद सकते हैं.
- इसके बाद अपने बैंक अकाउंट से पेमेंट कर दें.
Google Pay के जरिए ऐसे खरीदें सोना:
- अपना गूगल पे अकाउंट सेट करें और अपना बैंक अकाउंट ऐड करें.
- इसके बाद स्क्रोल कर गोल्ड लॉकर पर आएं.
- इसके बाद Buy Gold पर क्लिक करें और परचेज करने के लिए अमाउंट एंटर करें. बता दें आप गोल्ड किसी भी समय बेच भी सकते हैं.
नोट- किसी भी डिजिटल प्लटेफॉर्म पर किसी भी तरह का निवेश करने से पहले टर्म्स और कंडीशन को अच्छी तरह पढ़ लें.
Digital Gold : डिजिटल गोल्ड क्या है? इसमें निवेश से पहले जान लें ये महत्वपूर्ण बातें
सोना निवेश का सबसे सुरक्षित साधन है। कोरोना काल में डिजिटल सोना में काफी निवेश बढ़ा है। यहां जानिए यह क्या है। इसमें कैसे निवेश कैसे करें। यहां जानिए सब कुछ।
नई दिल्ली: बहुत सारे लोगों के लिए डिजिटल सोना (Digital Gold) पीली धातु में निवेश करने का एक नया अवसर बन गया है। कोरोनो वायरस की इस स्थिति के दौरान, चूंकि लोग ज्वैलरी स्टोर और गोल्ड डीलर्स के पास जाने से हिचकिचाते हैं, इसलिए ऑनलाइन सोने की खरीद में सक्षम होना एक सही समाधान बन गया है।
डिजिटल गोल्ड क्या है?
डिजिटल सोना ऑनलाइन खरीदा जा सकता है और ग्राहक की ओर से विक्रेता द्वारा इंश्योर्ड वाल्ट्स में संग्रहीत किया जाता है। आपको बस इंटरनेट, मोबाइल बैंकिंग की जरूरत है और आप कहीं भी, कभी भी, डिजिटल रूप से सोने में निवेश कर सकते हैं। आप कई मोबाइल ई-वॉलेट जैसे पेटीएम, गूगल पे और फोनपे से डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज और मोतीलाल ओसवाल जैसे ब्रोकरों के पास भी डिजिटल सोने के निवेश का विकल्प है। वर्तमान में, भारत में डिजिटल गोल्ड की पेशकश करने वाली तीन कंपनियां हैं- ऑग्मॉन्ट गोल्ड लिमिटेड, एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सुरक्षित ब्रांड के साथ राज्य द्वारा संचालित एमएमटीसी लिमिटेड और स्विस फर्म एमकेएस पीएएमपी और डिजिटल गोल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड संयुक्त सेफगोल्ड ब्रांड है।
पेटीएम, जी-पे आदि जैसी ऐप्स और वेबसाइटें केवल मेटल ट्रेडिंग कंपनियों जैसे सेफगोल्ड और एमएमटीसी पीएएमपी के लिए एक मंच प्रदान करती हैं। एक बार जब आप डिजिटल गोल्ड में निवेश करते हैं, तो ये ट्रेडिंग कंपनियां भौतिक सोने की एक समान मात्रा खरीदती हैं और इसे सुरक्षित वाल्टों में आपके नाम से संग्रहीत करती हैं। पेटीएम, गूगल-पे आदि जैसी ऐप्स और वेबसाइटें केवल मेटल ट्रेडिंग कंपनियों जैसे सेफगोल्ड और एमएमटीसी पीएएमपी के लिए एक मंच प्रदान करती हैं। एक बार जब आप डिजिटल गोल्ड में निवेश करते हैं, तो ये ट्रेडिंग कंपनियां फिजिकल गोल्ड की बराबर मात्रा खरीदती हैं और इसे सुरक्षित वाल्टों में आपके नाम से संग्रहीत करती हैं।
डिजिटल गोल्ड में निवेश से पहले जानने के लिए मुख्य बातें
नियामक की अनुपस्थिति: डिजिटल सोने में निवेश का सबसे बड़ा जोखिम यह है कि प्रोडक्ट के लिए कोई नियामक नहीं है। जब आप डिजिटल सोना खरीदते हैं, तो निर्माता आपके नाम से बराबर राशि डिजिटल गोल्ड क्या है का सोना खरीदता है। यह सोना किसी थर्ड पार्टी या विक्रेता के वॉल्ट में एमएमटीसी-पीएएमपी के मामले में जमा किया जाता है। सामान्य परिस्थितियों में, कोई ट्रस्टी को यह देखने के लिए नियुक्त किया जाता है कि निवेशक द्वारा खरीदे गए सोने के अनुरूप सोने की मात्रा और शुद्धता बनाए रखी गई या नहीं। हालांकि, ट्रस्टी ठीक से काम कर रहा है, तो इसकी देखरेख करने वाला कोई नियामक नहीं है। जबकि, गोल्ड ईटीएफ के मामले में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) है, सोने के बांड के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) नियामक है।
जीएसटी लागत के बोझ बढ़ता है: जब आप डिजिटल सोना खरीदते हैं, तो आपको फिजिकल सोने को खरीदने के मामले में 3 प्रतिशत माल और सेवा कर (जीएसटी) का भुगतान करना होगा।
होल्डिंग चार्ज: अगर आप फोनपे का उपयोग करके सेफगोल्ड से सोना खरीद रहे हैं, तो यह संभावना है कि आपको स्टोरेज चार्ज का भुगतान करना पड़ सकता है। ये निम्नानुसार हैं: पहले दो वर्षों के लिए कोई चार्ज नहीं। अगर आपकी पहली खरीद की तारीख से दो साल के अंत में सोने की मात्रा 2 ग्राम से कम है, तो प्रति माह 0.05 प्रतिशत का चार्ज लिया जाता है। अगर एमएमटीसी-पीएएमपी प्लेटफॉर्म से सोना खरीदा जाता है, तो भंडारण चार्ज नहीं लगता है।
डिलीवरी और बनाने का चार्ज : डिजिटल गोल्ड के फायदों में से एक यह है कि यह सोने की फिजिकल डिलीवरी लेने का विकल्प प्रदान करता है। तो, आपको डिलीवरी चार्ज देना पड़ सकता है।
इसके अलावा, अगर आप डिजिटल गोल्ड क्या है अपने डिजिटल सोने के निवेश को फिजिकल सोने में परिवर्तित कर रहे हैं तो इसमें कुछ चार्ज भी देने पड़ सकते हैं। निवेशक या तो कागज को सोने की बार या सिक्कों में बदल सकते हैं। यह उल्लेखनीय है कि सिक्कों के मामले में, एक अतिरिक्त डिजाइन चार्ज का भुगतान करना पड़ सकता है।
निवेश की अवधि सीमा: आम तौर पर, इन डिजिटल गोल्ड प्रोडक्ट्स की अधिकतम होल्डिंग अवधि होती है, जिसके बाद निवेशक को सोने की डिलीवरी लेनी होती है या इसे वापस बेचना पड़ता है। उदाहरण के लिए, एमएमटीसी-पीएएमपी निवेशकों को खरीदे गए सोने को अनिवार्य रूप से डिलीवरी करना या बेचना होगा। पांच साल के बाद निवेशक को एमएमटीसी-पीएएमपी द्वारा तय अतिरिक्त चार्ज का भुगतान करना होगा, अगर डिलीवरी नहीं ली जाती है। हालांकि, पांच साल के बाद, आपको या तो इसे सोने के सिक्कों में बदलना होगा या इसे बेचना होगा। अपने खाते को निष्क्रिय बनाने से बचने के लिए, आपको कम से कम हर छह महीने में एक लेनदेन करना होगा। इसी तरह अगर आप फोनपे का उपयोग करके सेफगोल्ड से सोना खरीद रहे हैं, तो सोना अधिकतम 7 वर्षों के लिए रखा जा सकता है। जबकि गोल्ड ईटीएफ को जब तक चाहें तब तक रख रकते हैं।
Times Now Navbharat पर डिजिटल गोल्ड क्या है पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 127