वैश्विक जोखिम कायम, राजकोषीय मजबूती के लिए आक्रामक कदमों का अभी वक्त नहीं: एमपीसी सदस्य

नयी दिल्ली, 28 दिसंबर (भाषा) सरकार को आगामी वित्तीय जोखिम कम करने के 5 तरीके बजट में ‘राजकोषीय मजबूती के लिए आक्रामक’ कदम उठाने से बचना चाहिए, क्योंकि वैश्विक जोखिम कम नहीं हुए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की सदस्य आशिमा गोयल ने बुधवार को यह बात कही।

गोयल ने आगे कहा कि खाद्य और ऊर्जा मुद्रास्फीति में कमी आने से सब्सिडी कम होने की उम्मीद है। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति नवंबर में 1.07 प्रतिशत थी, जो इससे पिछले महीने में 8.33 प्रतिशत थी।

उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘वैश्विक मंदी की आशंकाओं को देखते हुए, यह आक्रामक तरीके से राजकोषीय मजबूती के लिए कदम उठाने का समय नहीं है। पहले से घोषित कदमों पर टिके रहने से वृद्धि को नुकसान कम होगा, जबकि मांग और चालू खाते के घाटे (कैड) में भी कमी होगी।’’

भारत का राजकोषीय घाटा मार्च, 2023 को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में 6.4 प्रतिशत रह सकता है, जो 2021-22 में 6.71 प्रतिशत था। सरकार ने इसको मजबूत करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसके तहत वित्त वर्ष 2025-26 तक राजकोषीय घाटे के स्तर को 4.5 प्रतिशत से नीचे लाने का इरादा है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को संसद में 2023-24 का आम बजट पेश करेंगी।

वित्तीय जोखिम कम करने के 5 तरीके

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साप्ताहिक करियर राशिफल: 1 जनवरी तक कुंभ समेत इन राशि वालों की इस सप्ताह ऑफिस में बिगड़ सकती हैं चीजें

Career horoscope: इस सप्ताह कई राशि वालों को करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है, जबकि कुछ राशि वालों को करियर में तरक्की मिल सकती है। जानें सभी 12 राशियों का हाल-

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मेष: अब अपने पेशेवर आदर्शों और पाठ्यक्रम पर अडिग रहने का समय है। अपने समय और प्रयास को एक ऐसे लक्ष्य में लगाना जो कोई वास्तव में चाहता है, कोई आसान काम नहीं है। आप जिस वित्तीय जोखिम कम करने के 5 तरीके चीज की बहुत परवाह करते हैं उसमें आपने बहुत मेहनत और समय लगाया है। बहरहाल मन मुताबिक परिणाम देखने के लिए आपको कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। नई चीजें शुरू करने की चिंता न करें, केवल पुराने को पूरा करने पर ध्यान दें।

वृषभ: अब अपनी योजना की रूपरेखा तैयार करने और यह निर्धारित करने का समय है कि आपको अपनी दृष्टि को सफल बनाने के लिए किन साधनों की आवश्यकता होगी। यदि आप अपने पेशेवर जीवन में कुछ नया करने की कोशिश करना चाहते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप पहले से ही अपने कदमों की योजना बना लें। जिन चुनौतियों का आप अनिवार्य रूप से सामना कर सकते हैं, उनके लिए खुद को बेहतर ढंग से तैयार करने के लिए, अपने आसपास के अन्य लोगों से परामर्श करना एक अच्छा विचार है। फीडबैक अक्सर प्राप्त करें और यदि आवश्यक हो तो इसे लिख लें।

मिथुन: इस सप्ताह आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त घंटे लगाने पड़ सकते हैं। पैसे के लिहाज से आप ठीक चल रहे हैं, लेकिन इसमें वृद्धि की गुंजाइश है। हालांकि हाल के कुछ हफ्तों ने आपकी वित्तीय महत्वाकांक्षाओं पर पानी फेर दिया है। ऐसा लगता है जैसे सावधानी से प्रगति की जा रही है। गति को तेज करने के अपने प्रयासों में कमी न आने दें। अपने आकलन में यथार्थवादी बनें और समय से पहले तैयारी करें।

कर्क: अपने पेशेवर लक्ष्यों को फिर से संगठित करने और पुनर्मूल्यांकन करने के लिए यह एक अच्छा सप्ताह है। आप निश्चित हो सकते हैं कि आप पेशेवर रूप से सही दिशा में जा रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने भविष्य की संभावनाओं के बारे में चिंता करने से मुक्त हैं। यदि आप भविष्य को निर्धारित करने के प्रयास के दबाव से अभिभूत महसूस कर रहे हैं, तो गियर बदलने पर विचार करें और इसके बजाय अपनी स्थिति को सुधारने के लिए आप अभी क्या कर सकते हैं, इस पर ध्यान केंद्रित करें।

सिंह: आपने हाल ही में बहुत अधिक प्रयास किए हैं और इस सप्ताह उसका फल मिलने वाला है। आप हर काम को समय पर पूरा करने में सक्षम होंगे और आपके बॉस आपके काम से प्रसन्न होंगे जो भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करेगा। और क्या पता, शायद कोई नया काम भी आपके सामने आ जाए। कठिन परिस्थितियों से डटे रहने और विजयी होकर उभरने और लगातार बने रहने की अपनी क्षमता की सराहना करें।

कन्या: इस सप्ताह आप कोई बड़ी व्यक्तिगत या व्यावसायिक उपलब्धि हासिल कर सकते हैं, और दुनिया इस पर ध्यान देगी। आपने स्पष्ट रूप से और तेजी से सोचने की अपनी क्षमता के साथ-साथ विभिन्न स्थितियों में विस्तार के लिए अपनी गहरी नज़र से दूसरों को आश्चर्यचकित किया है। आप इन घटनाओं के परिणामस्वरूप अधिक प्रशिक्षण में नामांकन करके या बेहतर नौकरी की संभावनाओं वाले क्षेत्र में स्थानांतरित करके अपने करियर को आगे बढ़ाने का निर्णय ले सकते हैं।

तुला: इस सप्ताह आपको अपने मौलिक विचारों की महानता के प्रति आश्वस्त होना चाहिए। इस वक्त काम पर ऊर्जा समर्पित करने से मत डरें। इस तरह के कमजोर तरीके से खुद को बाहर रखना डरावना हो सकता है, लेकिन पुरस्कार जोखिम के लायक हो सकते हैं। उन अवसरों को जब्त करने का प्रयास करें जो आपको अपनी क्षमताओं के अद्वितीय मिश्रण का प्रदर्शन करने की अनुमति देंगे।

वृश्चिक: इस सप्ताह याद रखें कि काम के प्रति आपका समर्पण धीरे-धीरे रंग लाएगा। अब कार्यस्थल के तनावों से निपटने के लिए आवश्यक प्रयास, धैर्य रखने का समय है। आपकी कड़ी मेहनत निस्संदेह अंत में आपके और आपकी कंपनी दोनों के लिए भुगतान करेगी। आपके प्रबंधकों द्वारा उत्पादन में किसी भी गिरावट को नोटिस करने और गलत व्याख्या करने की संभावना है, इसलिए सावधान रहें और समय सीमा पर फिसलने से बचें।

धनु राशि: इस सप्ताह आप अपने शेड्यूल में कुछ ज्यादा ही रटने की कोशिश कर सकते हैं। आपको सावधान रहना चाहिए कि आप अपनी व्यस्त बुद्धि और आशावादी दृष्टिकोण पर बहुत अधिक दायित्वों का बोझ न डालें। इसके बारे में और अधिक व्यावहारिक बनने का प्रयास करें। आप अभी भी अपने लिए अधिक यथार्थवादी टाइम टेबल बनाकर इन लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं। यदि आपका शेड्यूल थोड़ा कम कठोर हो सकता है, तो यह आपको बहुत खुश कर देगा।

मकर: यह सप्ताह जयादा अनुकूल होने का अभ्यास करने का है। आप इस बात को लेकर चिंतित हो सकते हैं कि आपकी योजनाएं आपकी पेशेवर उन्नति को कैसे प्रभावित कर सकती हैं। यदि आप उन लोगों के साथ सहयोग कर रहे हैं जो दबंग के रूप में सामने आते हैं, तो आप अपनी स्वतंत्रता में सीमित महसूस कर सकते हैं। इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाएं और परिस्थिति पर अपने दृष्टिकोण को नया रूप दें और अपने आप को उन पेशेवर चालों को चलाने का अवसर दें जो आपको खुश करती हैं।

कुंभ राशि: इस सप्ताह ऑफिस में कुछ चीजें बिगड़ने की संभावना है, इसलिए यह समय जाग्रत होने और ध्यान देने का है। आपके कार्यस्थल पर प्रतिद्वंद्विता का माहौल हो सकता है। ऑफिस की ओर से कभी-कभार होने वाली मैत्रीपूर्ण प्रतिद्वंद्विता का हमेशा स्वागत है, लेकिन एक सीमा होती है जिसे पार नहीं किया जाना चाहिए। इस अराजकता और अनिश्चितता के बीच सहयोगी बने रहने की सलाह दी जाती है।

मीन राशि: आशावादी सोच विकसित करें। किसी भी व्यावसायिक विकास या पहचान-निर्माण की पहल को जारी रखने के लिए यह एक अच्छा सप्ताह है, जिस पर आप विचार कर रहे हैं। हालांकि आपको इस विचार की आदत डालने की आवश्यकता हो सकती है कि आप अन्य लोगों के साथ व्यवहार में अपनी गंभीरता पर ज़ोर देना चाहते हैं। अपनी असुरक्षाओं से छुटकारा पाएं और अपने विचारों को मुक्त करें ताकि आप अपनी नौकरी को देखने के तरीके को बदल सकें।

बड़े ब्रोकर्स पर बढ़ेगी निगरानी, बैंकों की तरह सिस्टमकली इंपॉर्टेंट ब्रोकर्स रेगुलेशन लागू करेगा सेबी

Sebi: सूत्रों के मुताबिक पिछले महीने सेबी ने इसी मामले पर ब्रोकर्स की बैठक बुलाई थी. जिसमें मोटे तौर संभावित नियमों की जानकारी दे दी गई है.

बड़े ब्रोकर्स के लिए सिस्टमकिली इंपॉर्टेंट ब्रोकर का दर्जा. (File Photo)

Sebi: बड़े शेयर और कमोडिटी ब्रोकर्स के लिए जल्द ही नए नियम लाकर निगरानी बढ़ाने की तैयारी है. ताकि निवेशकों और पूरे मार्केट के लिए जोखिम को कम किया जा सके. ज़ी बिजनेस ने जून में बताया था कि रिजर्व बैंक (RBI) जिस तरह से 'टू बिग टू फेल' वाले बैंक जिन्हें सिस्टमकली इंपॉर्टेंट बैंक कहा जाता है. उसी तर्ज पर सिस्टमकली इंपॉर्टेंट ब्रोकर्स के कॉन्स्पेट पर विचार कर रही है. अब ताजा अपडेट ये है कि इस पर चर्चा हो रही है और आगे रेगुलेशन लाने की तैयारी है. सूत्रों के मुताबिक पिछले महीने सेबी ने इसी मामले पर ब्रोकर्स की बैठक बुलाई थी. जिसमें मोटे तौर संभावित नियमों की जानकारी दे दी गई है.

कहां होगा फोकस

सूत्रों की मानें तो सेबी (Sebi) का सबसे ज्यादा फोकस ब्रोकर्स के लिए कॉरपोरेट गवर्नेंस नियम लाने पर है. जिसमें इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स की नियुक्ति, ऑडिट कमेटी बनाने, रिस्क मैनेजमेंट कमेटी बनाने जैसी बातें शामिल की जाएंगी. ताकि बोर्ड की निगरानी में ब्रोकिंग फर्म्स में कोई गड़बड़ी नहीं होने पाए. इसके अलावा कंप्लायंस बेहतर और तकनीकी तौर पर ब्रोकिंग फर्म्स बेहतर तरीके से काम कर पाएं ये भी पक्का किया जाएगा. साइबर सेफ्टी भी एक अहम हिस्सा होगा.

कब से होगा अमल

सूत्रों की मानें तो सब कुछ ठीक चले तो सेबी की मंशा इसे नए कारोबारी साल से अमल में लाने की है. इसी मामले पर चर्चा के लिए सेबी ने पिछले महीने सभी बड़े ब्रोकर्स को बुलाकर बैठक की थी. जिसमें मौटे तौर पर ड्राफ्ट नियमों को लेकर चर्चा की गई. दरअसल,शेयर बाजार के कामकाज में ब्रोकर काफी अहम कड़ी हैं। इसलिए अगर किसी बड़े ब्रोकर का कारोबार ठप होता है या फिर किसी तरह की गड़बड़ी होती है तो बाजार के एक बड़े हिस्से पर प्रभाव पड़ता है. ऐसे में सेबी ऐसी चिंताओं को दूर करना चाहती है.

चुनाव के लिए किन पैमानों पर विचार

जानकारों की मानें तो सिस्टमकली वित्तीय जोखिम कम करने के 5 तरीके इंपॉर्टेंट ब्रोकर्स के चुनाव के लिए सबसे अहम पैमाना क्लाइंट्स की संख्या हो सकती है. इसके अलावा ब्रोकिंग फर्म्स का टर्नओवर और क्लाइंट्स वित्तीय जोखिम कम करने के 5 तरीके की कितनी बड़ी रकम वो संभालते हैं ये भी एक पैमाना हो सकता है. सेबी इसके अलावा दूसरे और पैमाने भी तय कर सकती है.

नियम जरूरी क्यों

ब्रोकिंग फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर तक देश के सबसे बड़े एक्सचेंज NSE के कुल एक्टिव क्लाइंट्स की संख्या का 59% टॉप 5 डिस्काउंट ब्रोकिंग फर्म्स के पास है, जबकि बड़े डिस्काउंट ब्रोकिंग फर्म्स की शुरुआत एक तरह से स्टार्टअप से हुई है. स्टार्टअप्स में कुछ गिनती के लोग ही डिसीजन मेकर होते है. इसका फायदा ये होता है कि फैसले तेजी से होते हैं. अमल भी तेज होता है लेकिन सेबी की मंशा है कि नए नियमों के जरिए व्यवस्था को और बेहतर किया जाए. ताकि कोई गड़बड़ी होने पर विपरीत असर कम हो.

वैश्विक जोखिम कायम, राजकोषीय मजबूती के लिए आक्रामक कदमों का अभी वक्त नहीं: एमपीसी सदस्य

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