BITCOIN

Bitcoin Kya Hai? कैसे करते हैं cryptocurrency trading

Bitcoin एक Digital Currency है !जैसा की रुपया,Dollar या किसी और देश की मुद्रा उसी तरह इसे सुनें बिटकॉइन एक Internet Currency है! जिसे हाल ही इजात किया गया है! और पूरी दिनिया आज के दिन में इसकी दीवानी है! आप Cryptocurrency भी कह सकते है!

Online Wallet में रखने वाली मुद्रा है इसे हम खर्च तो कर सकते है लेकिन छू नहीं सकते है! और ना ही इसे बाकी के मुद्रा (Currency) की तरह देख सकते है इसका आम जीवन में कोई वजूद नहीं इसका अश्तित्वा सिर्फ Online Digital Form में है!

और जयादा जानकारी के लिये बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? आप हमारे LINKDIN और INSTAGRAM का सोशल MEDIA को follow कर सकते है !

Bitcoin का आविष्कार कब हुआ ?

हर किसी वस्तु का आविष्कार हुआ है और किसी ना किसी समय पर बनाई गई है! इत्तेफाक से बिटकॉइन का आविष्कार भी हुआ है! और इसे बनाया गया है 3 जनवरी 2009 में, ये एक Peer To Peer Electronic Cash System है !

Bitcoin को किसने बनाया ?

Satoshi Nakamoto” ने जो की एक Japanese है इनका जन्म 5 April 1975 को हुआ है महज 45 की उम्र में इन्होने Bitcoin का इजात कर दिया

बिटकॉइन का भारतीय Value क्या है ?

जब इस बिटकॉइन को बनाया गया था !तब भारतीय मुद्रा ( Currency ) में इसकी Value Zero थी !लेकिन आज अगर आप इसकी Value जानते आपके होस उड़ जायेंगे आज यानी 2020 एक बिटकॉइन की Value 7 लाख 13 हज़ार है !

Bitcoin

BITCOIN

Bitcoin के फायदे क्या है ?

  1. इस Currency को चुराया नहीं जा सकता है! क्योंकि ना तो इसे Bank में रखते है और ना ही Wallet में,
  2. Digital Currency होने की वजह से ये आम इंसानों से Safe है
  3. कही भी पैसे भेजने और मांगने में आसान
  4. करो D रुपयों को आसानी से भेजा या मंगवाया जा सकता है
  1. इस Currency को चुराया नहीं जा सकता है! क्योंकि ना तो इसे Bank में रखते है और ना ही Wallet में,
  2. Digital Currency होने की वजह से ये आम इंसानों से Safe है
  3. कही भी पैसे भेजने और मांगने में आसान
  4. करो D रुपयों को आसानी से भेजा या मंगवाया जा सकता है
  5. के लेन देन के लिए किसी भी तरह की KYC करने की जरुरत नहीं होती
  6. ये Account Block नहीं होता Generally हमारे Debit और Internet Banking कई वजहों से बंद किये जा सकते है
  7. किसी बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? भी तरह का Transaction Fee भी नहीं देना होता है लेन देन के लिए
  8. इस मुद्रा (Currency) की देख रेख के लिए कोई सरकार नहीं है इसलिए आप आसानी से Transaction कर पाते है

Bitcoin कैसे ख़रीदे ?

अगर आप Bitcoin खरीदना चाहते है! तो आप Online बहुत सी ऐसी Website है जिनके जरिये अप खरीद सकते है मैं यहाँ इस Post में किसी भी Website का ज़िक्र नहीं करूँगा क्योंकि ये Post सिर्फ आपको जानकारी देने के लिए है! बिटकॉइन को खरीदने के लिए आपको पहले Digital Wallet बनाना पड़ेगा!

उसके बाद आप बिटकॉइन खरीद सकते है अब यहाँ Wallet से मेरा मतलब ये नहीं की आप Paytm और Phonepe जैसी Wallet बना ले इसके लिए अलग Wallet होती है

बिटकॉइन Wallet List

इन सभी बिटकॉइन Wallet को आप Android और Ios Device के लिए Download कर सकते है

  1. Free Wallet
  2. Edge
  3. Lumi Wallet
  4. Blockchain Wallet
  5. Atomic Wallet
  6. Copay

Bitcoin Wallet कैसे बनाये ?

अभी अभी आप जितने भी Bitcoin Wallets के बारे में जाना सभी के App या Website पर जा कर आपको अपने कुछ Details दल कर Signup करना होगा ! ये Details हो सकते है! जैसे की आपका नाम,जन्म की तारीख,Email Id और Phone Number , बस बन गया आपका Wallet अब इसी Wallet से आप बिटकॉइन खरीद भी सकते है!

जरुरी सूचना : हम केवल आवेदन, लोन, एनबीएफसी, बैंक, नौकरी, नई योजना के बारे में उनकी आधिकारिक वेबसाइट पढ़कर जानकारी देते हैं और सभी चीजों का विश्लेषण करते हैं।

Bitcoins kya hai-इसमें कैसे निवेश करे, पूरी जानकारी-businessyaan

bitcoins

Miner अपने कंप्यूटर से ये सब करते है। और ये सर्विस(काम) करने के बदले में उन्हें रिवार्ड्स के तौर पर नए bitcoin मिलते है, ये वो bitcoin होते है जो पहले बार generate(बने) होते है। नए bitcoins को बनाने का यही एक तरीका है।

Bitcoins में blockchain क्या होती है –

जैसे कि पेपर को एक फाइल में स्टोर करके रखा जाता है वैसे ही bitcoins को एक ब्लॉक में रखा जाता है। इस ब्लॉक कि साइज 1MB होती है। और जब एक ब्लॉक भर जाता है तब दूसरा ब्लॉक बनाया जाता है, जो कि उसके पहले वाले ब्लॉक के रेफरेंस से बनाया जाता है। इसी तरह से हम BITCOINS की HISTORY भी देखने को मिलती है ब्लॉक चैन के अंदर ही, और जब इस तरीके से blocks बनते जाते है तो इसे है blockchain कहते है।

मतलब कि आपके पास जो bitcoins है वो आपको किसने भेजे ,ओर उसको किसने भेजे कब बने इन सब का इतिहास हम blockchain से देख सकते है।

जब एक blockchain पूरा हो जाता है तब miner उस को सील करता है , जिसके लिए उस कुछ फीस भी मिलती है जो अभी के हिसाब से 12.5 bitcoins है।

एक bitcoin कितने रुपए का आता है-

Bitcoin का मूल्य हमेशा घटता बढ़ता रहता है। Bitcoin का price उसकी डिमांड और सप्लाई पे निर्भर करता है। जब bitcoin की डिमांड बढ़ जाती है और सप्लाई कम हो जाती है तो price बढ़ जाता है।

ओर जब सप्लाई ज्यादा ,डिमांड कम हो जाती है तब bitcoin का मूल्य कम हो जाता है।

आजकल एक bitcoin का मूल्य लगभग 7 लाख रुपए के आस पास है।

अगर आप एक पूरा bitcoin नहीं खरीदना चाहते, या आपके पास एक पूरा bitcoin खरीदने का पैसा नहीं है तो आप friction of bitcoin खरीद सकते है जिसे “satoshi” कहते है।

एक bitcoin में 10 करोड़ satoshi होते है।

Bitcoins को खरीदने के apps-

इन सब कंपनियों के मोबाइल ऐप के जरिए आप bitcoins को खरीद या बेच सकते है।

Future of Bitcoins-

आज कई देश bitcoins बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? को लीगल कर रहे है।

Bitcoins नए बनने का एक ही तरीका है जो कि minor को मिलते है, जो कि मै ऊपर समझा चुका हूं।

तो इस हिसाब से लगभग हर 4 साल बाद minor को मिलने वाला रिवार्ड्स आधा रह जाता है।

तो इसी के हिसाब से साल 2140 तक नए bitcoins बनने बंद हो जाएंगे, मार्केट में बस पुराने bitcoins ही बचेंगे, क्युकी bitcoins को design ही इस हिसाब से किया है बनाने वाले ने ।

2140 तक पूरी दुनिया में 2 करोड़ 10 लाख bitcoins ही बनेंगे।

Bitcoins क्या होते है?

Bitcoins एक डिजिटल करेंसी है जिससे आप छू नहीं सकते। ये 2009 में Satoshi Nakamoto ने रिलीज किया था। पर इस व्यक्ति के बारे में अभी तक किसी के पास भी पर्याप्त जानकारी नहीं है।

Bitcoins का आविष्कार किसने किया?

Bitcoins का आविष्कार Satoshi Nakamoto ने किया था

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है और इस करेंसी का मालिक कौन है?

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है

दोस्तों एक ऐसा जमाना था जहा पर हम एक वस्तु देकर दूसरी वस्तु या खाने-पिने की चीजे खरीद ते थे। उसके बाद वस्तुओ की जगह पैसो ने यानि की मुद्रा ने ली और आज हमें व्यापर-लेनदेन और किसी वास्तु को खरीद ने के लिए चलन की ज़रूरत होती है।

आज के चलन को हम छू सकते है। हमारे पास घर पर रख सकते है। और बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? इस मुद्रा या चलन से हम कुछ भी कर सकते है।

मगर दोसत वक़्त के साथ दुनिया की हर एक चीज़ में बदलाव देखने मिलता है, जिसका असर हमें चलन, मुद्राओ पर देखने मिला है और उस बदल को आज हम क्रिप्टो करेंसी कहते है।

जो की सिर्फ एक आभासी तौर पर उपलब्ध है मतलब जिसे हम छू नहीं सकते, अपने पास कही संभाल कर नहीं रख सकते। मगर जिस जिस तरह का काम हम हमारे साधारण चलन और मुद्रा से करते है उसी तरह के सारे व्यव्हार, व्यापर, वस्तु की लेनदेन हम इस आभासी चलन यानि की क्रिप्टो करेंसी से कर सकते है।

जब जब हम क्रिप्टो करेंसी का बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? नाम सुनते है सुनते तब तब हमारे दिल और दिमाग में एक ही नाम आता है और वो नाम बिटकॉइन है। आज के दौर क्रिप्टो करेंसी का दब-दाबा बना हुआ है, और क्रिप्टो करेंसी को दुनिया भर में पहचान देने का काम बिटकॉइन ने किया है।

वैसे तो दोस्तों बिटकॉइन यह एक Crypto Currency है, यह बात ज्यादातर लोगो को पता ही है। मगर आखिर बिटकॉइन का उगम कहा से हुआ?, बिटकॉइन का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? यह बाते बहोत से लोगो को नहीं पता।

दोस्तों आपके इन्ही सवालो के सारे जवाब देने के लिए हमने हमारे इस पोस्ट बताया है कि बिटकॉइन (Bitcoin) किस देश देश की करेंसी है? इसका मालिक कौन है और भी बहोत कुछ। बस आप हमारे इस लेख पे अंत तक बने रहे।

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बिटकॉइन क्या है?

बिटकॉइन यह एक विकेन्द्रीकृत आभासी चलन है, जिसे हम बैंक की विपरीत बिना किसी माधास्ति के इंटरनेट से किसी वेबसाइट या ऐप के जरिये सीधा खरीद सकते है, बेच सकते है, और उसक विनिमय कर सकते है। यानि की हमें बिटकॉइन से व्यापर, व्यवहार बिना किसी सरकार के नियत्रण के अंदर कर सकते है।

दोस्तों भले ही आज बिटकॉइन पर किसी देश, सरकार, बैंक का पूर्ण रूप से नियत्रण नहीं है। मगर कोई भी देश, या सरकार बिटकॉइन के व्यवहार, व्यापर और विनमय के लिए नियम लागू करा सकती है।

जिसकी वजह बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? से आज दुनिया में कही देशो ने बिटकॉइन को लीगल या इलीगल करेंसी घोषित की है।

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

दोस्तों बिटकॉइन और उसे माइनिंग या बनाने की अंतर्निहित तकनीक 2009 में जापान इस देश से सातोशी नाकामोटो इस इंसान या समूह द्वारा बनाई गई थी।

हलाकि सातोशी नाकामोतो यह किस एक व्यक्ति का नाम है या किसी समूह का नाम है यह अभीतक पता नहीं लगा पाया। इसलिए बिटकॉइन को किस अलग अलग हिस्सों या कीमतों में बाटा गया है उसे Bitcoins माइन करने वाले माइनर्स सातोशी इस नाम का इस्तेमाल करते है।

दोस्तों बिटकॉइन को भले ही जापान में बनाया था। मगर फिर भीं हम इसे पूरी तरह से जापानी आभासी चलन नहीं कह सकते। क्यूकी बिटकॉइन पर जापान देश या जापान सरकार का पूर्ण रूप से नियंत्रण नहीं है।

सातोशी नाकामोटो कौन है?

सातोशी नाकामोटो प्रकल्पित ज्ञात नाम वाले व्यक्ति या व्यक्तियों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला नाम है।

जिन्होंने बिटकॉइन का विकास किया है , जिन्होंने बिटकॉइन का श्वेत पत्र लिखा, और जिन्होंने Bitcoin के मूल संदर्भ तकनीक को बनाया।

कार्यान्वयन के हिस्से के रूप में, नाकामोटो ने पहला अपना ब्लॉकचेन डेटाबेस भी तैयार किया था। नाकामोटो या व्यक्ति या समूह दिसंबर 2010 तक बिटकॉइन के विकास में सक्रिय था। उसके बात सातोशी नाकामोटो इस व्यक्ति या ग्रुप को कोई भी देश या सरकार ढूंढ नहीं पाई।

क्रिप्टो करेंसी किन देशो में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है

दोस्तों आज कही सारे देश के लोग क्रिप्टो या बिटकॉइन को शेयर मार्किट की तरह होल्ड करके बाद में बेच देते है।

आज भारत के साथ अन्य कही देश के लोग बिटकॉइन को खरीद ते है और बेचते है। हलाकि भारत में और अन्य कही देशो ने क्रिप्टो करेंसी अपनाया भी नहीं या बैन भी नहीं किया है।

देश

क्रिप्टो के खरीदारों की संख्या

लोकसंख्या के प्रतिशत

दोस्तों ऊपर दी हुई यदि वर्तमान ( Dec-2021 ) के हिसाब से बनाई गई है। भविष्य में क्रप्टो के खरीद दार किसी भी देश में बढ़ सकते है या फिर कम हो सकते बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? है।

दोस्तों आज बिटकॉइन कोण खरीदना नहीं चाहता, बिटकॉइन को हम तरह तरह के माध्यम से खरीद या बना सकते है जिसे हम माइनिंग कहते है। इंटरनेट पर आपको बिटकॉइन को पैसे से या मुफ्त में प्राप्त करने के कही माध्यम मिल जायेंगे।

मगर इस बात का भी ध्यान दे अभीतक भारत सरकार ने बिटकॉइन को भारत में विनिमय करने की अनुमति नहीं दी है, शायद भविष्य में देदे या फिर ना भी दे।

इसलिए आप बिटकॉइन या किसी भी करेंसी को छोटी रकम में ही ख़रीदे या फिर माइन करे। ताकि भिवष्य में क्रिप्टो करेंसी से संबधित कुर्ती से आपको नुकसान न हो।

तो दोस्तों अब आपको समाज गया होंगे की बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? औरबिटकॉइन से जुडी अन्य बाते।

मुझे उम्मीद है आपको हमारे इस लखे से थोड़ी बहोत मदत मी होंगी। इस तरह के टेक्नोलॉजी से जुड़े बातो को जानने के लिए हमारी वेबसाइट के अन्य लेख भी आप पढ़ सकते है, धयानवाद, जय हिंदी।

Bitcoin : जानें डिजिटल मुद्रा बिटक्वायन के बारे में

bitcoin-theedusarthi

बिटकाइन पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है जिसका अर्थ है की यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती। कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान हेतु इसे निर्मित किया गया है। इसका विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता ने किया है। सातोशी का यह छद्म नाम है बिटक्वायन कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर एक बटुए की तरह काम करता है। असल में यह ईमेल की तरह होता है अंतर केवल इतना होता है कि पता इसका पता एक ही बार इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें ब्लॉक चेन का बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? एक रूप होता है जिसे सार्वजनिक साझा बही खाता कहा जाता है जिस पर पूरा बिटक्वायन नेटवर्क निर्भर करता है।

लेन – देन बिटक्वायन बटुओं के बीच मूल्य का हस्तांतरण होता हैं, जो ब्लॉक चेन में शामिल होते हैं। यह बटुआ गुप्त डेटा रखता है जो निजी कुंजी या बीज कहलाता है जो लेनदेन पर हस्ताक्षर करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है, इस बात का प्रमाण देते हुए कि यह बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? मालिक के बटुए से आए हैं। हस्ताक्षर एक बार जारी किए जाने के बाद लेन – देन, किसी के द्वारा परिवर्तित किए जाने से रोकता है। सभी लेनदेन उपयोगकर्ताओं के बीच प्रसारित किए जाते हैं और 10 मिनट में अंदर नेटवर्क द्वारा पुष्टि शुरू होती है, उस प्रक्रिया के माध्यम से जिसे मायनिंग कहते हैं।

मायनिंग/खनन वितरित अनुकूलता प्रणाली को कहते हैं जो रुके हुए लेनदेन के पुष्टि ब्लॉक चेन में उन्हें शामिल करके करता है। यह ब्लॉक चेन में क्रमिक आदेश लागू करता है, नेटवर्क की तटस्थता की रक्षा करता है, और विभिन्न कंप्यूटर को प्रणाली पर सहमती देने की अनुमति देता है।

बिटकॉइन का मूल्य

बिटकॉइन का मूल्य कई चीजों पर निर्भर करता है। उनमें से दो सबसे मह्तवपूर्ण चीजें आपूर्ति और मांग है। बिटकॉइन सीमित संख्या में पाया जाता है। 21000000 बिटक्वायन ही माइन किया जा सकता है। ऐसे में अगर आपूर्ति से कम मांग हो तो बिटकॉइन का मूल्य घटता है और उल्टा होने पर इसका मूल्य बढ़ता है। भारत में बिटकॉइन का मूल्य सबसे अधिक 14,09,493 रु था।

बिटक्वायन से कैसे होता है पेमेंट

इसमें मोबाइल पर साधारण दो कदम स्कैन-और-पे के साथ भुगतान करने की अनुमति देता है। साइन अप, कार्ड स्वाइप या PIN दर्ज करने की कोई ज़रूरत नहीं होती। बिटक्वायन भुगतान प्राप्त करने के लिए केवल अपने बिटक्वायन बटुआ एप्लिकेशन में QR कोड दर्ज करना और जिसे भेजना होता है उसके मोबाइल को स्कैन करना होता है।

सुविधाएं

बिटक्वायन के अनुसार, वह हर समय काम कर सकता है। इससे 10 मिनट में विश्व में कही भी पैसा बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? यानि बिटक्वायन स्थानांतरित किया जा सकता है। प्रक्रिया को धीमा करने के लिए कोई बैंक, भारी फीस या स्थानांतरण फ्रीज नहीं है। जिस तरह आप किसी दूसरे देश में अपने परिवार के सदस्य को भुगतान करते हैं उसी तरह आप अपने पड़ोसीयों को भी कर सकते हैं। यह बहुत कम कीमत पर भुगतान भेजने और प्राप्त करने की अनुमति देता है। लेकिन विशेष मामलों में जैसे की बहुत कम रकम पर, कुछ शुल्क लागु होता है। इस पर कोई क्रेडिट कार्ड नंबर नहीं होता जो फरेबी इंसान आपका रुप लेकर इस्तेमाल कर सके।

आम डेबिट /क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने में लगभग दो से तीन प्रतिशत लेनदेन शुल्क लगता है, लेकिन बिटकॉइन में ऐसा कुछ नहीं होता है। इसके लेनदेन में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है, इस वजह से भी यह लोकप्रिय होता जा रहा है। पैसे लेने के लिए हम लोग बैंक और कई कंपनी का सहारा लेते हैं यह सभी कंपनियां हमारे भेजे हुए पैसे को हमारे लोगों तक पहुचाने के लिए अतिरिक्त राशि लेती है और हमें उन पर भरोसा करना पड़ता है। वेस्टर्न यूनियन, मनी ग्राम और उन जैसी दूसरी कंपनियां की मदद चाहिए होती है मगर इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए कोई मंजूरी भी लेनी नहीं पड़ती है।

भारत की चेतावनी

भारत के केन्द्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 24 दिसम्बर 2013 को बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्राओं के सम्बन्ध में एक प्रेस विज्ञप्ती जारी की गयी जिसके अनुसार, इन मुद्राओं के लेन-देन को कोई अधिकारिक अनुमति नहीं दी गयी है और इसका लेन-देन करने में कईं स्तर पर जोखिम है। हाल ही में बिटकॉइनपर आर बी आई द्वारा लगाई गई रोक सुप्रीम कोर्ट की तरफ से हटाई गई है। बिटकॉइन की लेन-देन के लिए इंडिया में वज़ीर इक्स नामक एक्सचेंज मौजूद है।

आलोचना इस आधार पर

कई अर्थशास्त्रियों द्वारा बिटकॉइन को पोंज़ी स्कीम घोषित करते हुए कहा जाता है कि बिटकॉइन की माइनिंग में उपयोग होने वाली बिजली बहुत ज्यादा होती है। एक बिटकॉइन के संचालन सौदे में लगभग 300 kwh बिजली लगती है।

एक नजर में

  • बिटक्वायन एक तरह की डिजिटल मुद्रा है।
  • बिटक्वायन की सबसे छोटी संख्या को सातोशी कहा जाता है।
  • एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी होते हैं। अर्थात 0.00000001 BTC को एक सातोशी कहा जाता है।
  • इसका आविष्कार सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता ने 2008 में किया था और 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था।
  • बिटक्वायन बिटक्वायन माइनिंग की सफलता का ट्रांजैक्शन प्रोसेस करने पर जो पुरस्कार मिलता है वह बिटक्वायन होता है।

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क्या बिटक्वाइन के रूप में सैलरी लेना पसंद करेंगे आप! जानें एक्सपर्ट की राय

डिजिटल सिक्के ने पिछले साल अप्रैल में 1 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप को पार कर लिया.

डिजिटल सिक्के ने पिछले साल अप्रैल में 1 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप को पार कर लिया.

बिटकॉइन ने लोकप्रियता हासिल की 2017 की शुरुआत में, और यह हकीकत में इस्तेमाल में आने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी बन गई. बिट . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : April 03, 2022, 14:04 IST

Digital Currency News: क्रिप्टोकरेंसी बाजार (cryptocurrency market) के लीडर बिटकॉइन (Bitcoin) ने डिजिटल ट्रेडिंग सिस्टम में कई रिकॉर्ड कायम किए हैं. आभासी यानी डिजिटल सिक्के, जिनका ने कोई केंद्रीय बैंक है और न ही कोई कंट्रोलर, ने जल्दी पैसा बनाने के द्वार खोल दिए. अब, यह डिजिटल सिक्का ब्लॉकचेन उद्योग में एक अभिनव भुगतान नेटवर्क और एक नए प्रकार की मुद्रा है. इस रहस्यमय बिटकॉइन का आकर्षण ऐसा है कि कई लोग इसे वेतन के रूप में प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं. हालांकि, क्या यह एक अच्छा ऑप्शन है, यह कई वजहों पर निर्भर करता है.

बिटकॉइन में ट्रेडिंग 2009 में शुरू हुई थी. इस डिजिटल सिक्के का आविष्कार किसने किया, यह किसी को पता नहीं है, हालांकि, कई अटकलें और नाम सामने आए हैं. सातोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) को बिटकॉइन के आविष्कारक के रूप में छद्म नाम वाला व्यक्ति या जापान में रहने का दावा करने वाले व्यक्ति माना जाता है. हालांकि, अभी तक इनकी पुष्टि नहीं हुई है.

2017 में शुरुआत
बिटकॉइन ने लोकप्रियता हासिल की 2017 की शुरुआत में, और यह हकीकत में इस्तेमाल में आने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी बन गई. बिटकॉइन डिसेंट्रलाइज्ड है और आसानी से उपलब्ध है. हालांकि, बिटकॉइन को सामान और सेवाओं को खरीदने के साधन के रूप में अपनाने का विचार अभी भी बड़े पैमाने पर स्वीकार नहीं किया गया है, लेकिन कई कंपनियां, खुदरा बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया? विक्रेताओं और प्लेटफॉर्म हैं जो बिटकॉइन को सेवाओं और भुगतानों के लेन-देन के माध्यम के रूप में उपयोग करने में विश्वास रखते हैं.

CoinMarketCap डेटा के अनुसार, आज बिटकॉइन की कीमत 46,644.46 डॉलर है और 24 घंटे की ट्रेडिंग मात्रा 32,264,225,286 डॉलर है. पिछले 24 घंटों में बिटकॉइन में 1.49 प्रतिशत का उछाल आया है. बिटकॉइन की सप्लाई सीमा 21 मिलियन बीटीसी सिक्कों (BTC coins) की है, जबकि वर्तमान में, आपूर्ति 19 मिलियन बीटीसी सिक्कों से अधिक है.

डिजिटल सिक्के ने पिछले साल अप्रैल में 1 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप को पार कर लिया है. हालांकि, विशेषज्ञ बिटकॉइन के आगे बढ़ने को लेकर आशान्वित हैं.

क्या बिटकॉइन को सैलरी के रूप में स्वीकार किया जा सकता है
बिटकॉइन एक प्रक्रिया के लिए बनाए गए हैं जिसे माइनिंग के रूप में जाना जाता है. उन्हें अन्य मुद्राओं, उत्पादों और सेवाओं के लिए आदान-प्रदान करने की अनुमति है. हालांकि, डिजिटल सिक्के की इसके अवैध लेनदेन के लिए भी आलोचना की जाती है. इतना ही नहीं, बिटकॉइन की खनन, मूल्य अस्थिरता और एक्सचेंजों पर बड़ी मात्रा में चोरी की बिजली इस्तेमाल करने के लिए भी आलोचना की गई है.

सट्टे का बुलबुला
कई विशेषज्ञों ने बिटकॉइन को एक सट्टे का बुलबुला कहा है जो आखिर में फट जाएगा. इसका सीधा सा मतलब है, कि बिटकॉइन की कीमत में उच्च अस्थिर आवृत्ति होती है, और साबुन के बुलबुले की तरह ही यह तेजी से फट सकता है. हालांकि, कुछ विशेषज्ञों ने बिटकॉइन को क्रिप्टोकरेंसी बाजार के लिए गेम-चेंजर के रूप में देखा है और ब्लॉकचेन उद्योग के विस्तार के साथ व्यापारिक दुनिया में एक नए युग की शुरुआत कहा है.

कुछ स्थानीय और राष्ट्रीय सरकारों ने आधिकारिक तौर पर कुछ मामलो में बिटकॉइन का उपयोग करना शुरू कर दिया है. अल सल्वाडोर (El Salvador) नामक देश ने बीटीसी को कानूनी निविदा के रूप में अपनाया है.

भारत सरकार सख्त
2017 में रफ्तार पकड़ने के बाद, बिटकॉइन ने कई लोगों को सामान और सेवाओं के भुगतान के रूप में सिक्के का चयन करने के लिए प्रेरित किया, लेकिन यह विचार जल्द ही खारिज कर दिया गया क्योंकि, दुनिया भर के नियामकों ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग (cryptocurrency trading) पर लगाम कसने का फैसला किया है.

पिछले महीने, भारत सरकार ने क्रिप्टो ट्रेडिंग पर कड़े कर नियम जारी किए थे. लोकसभा ने वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (वीडीए) या “क्रिप्टो टैक्स” पर कराधान नियमों को मंजूरी दी. ये नए कर नियम 01 अप्रैल, 2022 से प्रभावी हो गए हैं.

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