Rakesh Jhunjhunwala: 3 कंपनियों ने गिरते बाजार में भी बिग बुल को कमवाए 70 करोड़ रुपये, जानिए कहां है निवेश
Rakesh Jhunjhunwala: अगर आपने निवेश सही कारोबार में किया है तो कंपनी आपको गिरते बाजार में भी मुनाफा देती ही रहती है. राकेश झुनझुनवाला भी ऐसे ही शेयरों की तलाश में रहते हैं.
By: ABP Live | Updated at : 08 May 2022 11:37 AM (IST)
Rakesh Jhunjhunwala: बुरी तरह टूटते हुए बाजार में भी बिग बुल (Big Bull) राकेश झुनझुनवाला की अच्छी कमाई (Earning) हुई है. इस बार उन्होंने तीन कंपनियों के शेयरों में तेजी से नहीं बल्कि उनके डिविडेंड (dividend ) से पैसा कमाया है. हालांकि, इन कंपनियों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है जिसका असर झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो पर भी पड़ रहा है.
क्या होता है डिविडेंड
एक शेयर बाजार के निवेशक को न केवल अपने पोर्टफोलियो के शेयरों में बढ़त से बल्कि कंपनी द्वारा घोषित लाभांश यानि डिविडेंड से भी मुनाफा होता है. हाल ही में राकेश झुनझुनवाला के तीन शेयरों- टाइटन कंपनी, केनरा बैंक और फेडरल बैंक ने अपने-अपने शेयरधारकों के लिए लाभांश की घोषणा की है.
खबरों के मुताबिक टाइटन कंपनी ने 7.5 रुपये प्रति शेयर, केनरा बैंक ने 6.50 रुपये प्रति शेयर और फेडरल बैंक ने 1.80 रुपये प्रति शेयर के लाभांश की घोषणा की है. इन तीनों कंपनियों के अपने शेयरधारकों के लिए लाभांश की घोषणा करने से राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति करीब 70 करोड़ रुपये बढ़ गई है.
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कंपनियों में हिस्सेदारी का गणित
वित्त वर्ष 22 में टाइटन कंपनी के शेयरधारक पैटर्न के अनुसार, राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला की टाटा समूह की इस कंपनी में हिस्सा है. राकेश झुनझुनवाला के पास टाइटन के 3,53,10,395 शेयर हैं, जो कंपनी की कुल पूंजी का करीब 3.98 फीसदी है. वहीं उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास टाइटन के 95,40,575 शेयर हैं जो टाटा समूह की कंपनी की कुल पूंजी का लगभग 1.07 फीसदी है.
ऐसे हुआ मुनाफा
कुल मिलाकर झुनझुनवाला दंपति के पास कंपनी में 4,48,50,970 टाइटन शेयर या कहें 5.05 फीसदी हिस्सेदारी है. जनवरी से मार्च 2022 तिमाही के लिए फेडरल बैंक के शेयरधारिता पैटर्न के मुताबिक राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास फेडरल बैंक के 7,57,21,060 शेयर यानि 3.65 फीसदी हिस्सेदारी है.
इसी तरह से केनरा बैंक के शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, बिग बुल के पास सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में 3,55,97,400 केनरा बैंक के शेयर या 1.96 फीसदी हिस्सा है.
झुनझुनवाला की कुल संपत्ति बढ़ गई
राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास टाइटन के 4,48,50,970 शेयर हैं और टाइटन ने प्रत्येक शेयर के लिए 7.50 रुपये के लाभांश की घोषणा की है, इस लाभांश की घोषणा के बाद राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति में लगभग 34 करोड़ रुपये की बढ़त हुई है. इसी तरह से उन्हें केनरा बैंक के 3,55,97,400 शेयर पर प्रति शेयर 6.50 रुपये लाभांश मिला है. इससे कंपनियां डिविडेंड क्यों देती है? राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति में लगभग 23 करोड़ की बढ़त हुई है.
वहीं, फेडरल बैंक ने प्रति शेयर 1.80 रुपये के लाभां की घोषणा की है और झुनझुनवाला दंपति के पास इसके 7,57,21,060 शेयर हैं यानी इससे उनकी संपत्ति में 13 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. इन सभी लाभांशों का कुल जोड़ 70 करोड़ रुपये है.
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Published at : 08 May 2022 11:37 AM (IST) Tags: Money Investment market dividend share portfolio Rakesh JhunJhunwala हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
सुस्ती के सूखे में डिविडेंड की फुहार
ऊंची डिविडेंड यील्ड वाले शेयरों से निवेशकों को लाभांश से नियमित आय होती है। इससे निवेशकों के बीच कंपनी की साख मजबूत होती है..
कंपनियां अपने ऊपर भरोसा दिखाने के कंपनियां डिविडेंड क्यों देती है? लिए शेयरधारकों को डिविडेंड के रूप में नकद पुरस्कार देती हैं। कंपनियां डिविडेंड जारी करते वक्त बताती हैं कि वह फेस वैल्यू का कितना फीसदी होगा और रुपए में कितना होगा। उदाहरण के लिए, अगर कोई कंपनी 10 रुपए फेस वैल्यू वाले शेयर पर 50 फीसदी डिविडेंड का एलान करती है तो शेयरधारकों को हर शेयर पर पांच रुपए का डिविडेंड मिलेगा। डिविडेंड शेयरों के बाजार भाव के हिसाब से नहीं मिलता है। डिविडेंड यील्ड का पता लगाने के लिए उसमें शेयर के बाजार भाव से भाग देना होगा। अगर शेयर का बाजार भाव 200 रुपए है तो इसमें डिविडेंड यील्ड 2.5 फीसदी होगी। जिस शेयर की डिविडेंड यील्ड जितनी ज्यादा होगी, वह उतना ही बेहतर होगा। ऊंची डिविडेंड यील्ड वाले शेयर नियमित आय का जरिया हो सकते हैं। इसके अलावा, इनमें गिरावट आने का खतरा भी कम रहता है।
कंपनी शेयरधारकों को डिविडेंड, बोनस शेयर, स्टॉक स्प्लिट, आकर्षक दरों पर राइट्स इश्यू, शेयर बायबैक वगैरह से पुरस्कृत करती है। बोनस और स्टॉक स्प्लिट में पैसों का लेन-देन नहीं होता, महज बही-खाते के आंकड़ों में बदलाव आता है लेकिन डिविडेंड में निवेशकों को नकदी हासिल होती है। शेयरधारकों को डिविडेंड भुगतान में घपले का खतरा कम रहता है। ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनियों के बारे में निवेशकों को लगता है कि उनका कारोबार अच्छा चल रहा है। इससे निवेशकों के बीच कंपनी की बेहतर छवि बनती है।
आमतौर पर कम-से-कम कामकाजी पूंजी की जरूरत वाली कंपनियां ज्यादा डिविडेंड देती हैं। आईएनजी इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट के सीआईओ-सिंगल मैनेजर इनवेस्टमेंट्स रामनाथन के कहते हैं, 'ऐसी कंपनियों का कैश फ्लो ज्यादा होता है और आमतौर पर कर्ज का बोझ कम होता है। इससे ऊंची ब्याज दरों और अनिश्चय कारोबारी माहौल में कंपनियों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलती है।' कम कर्ज और ज्यादा कैश बैलेंस वाली ठोस बैलेंसशीट कंपनी को प्रतिकूल परिस्थितियों में आकर्षक कीमत पर विलय और अधिग्रहण की संभावना तलाशने का मौका देती है। बैलेंसशीट पर कम कर्ज होने से कंपनियों को ऐसे मौकों का फायदा उठाने के लिए बाजार से फंड जुटाने में सहूलियत होती है।
ऊंची डिविडेंड यील्ड वाले शेयर ग्रोथ इनवेस्टर को नियमित आय और निवेश में गिरावट से बचाव का जरिया मुहैया कराते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि ऊंची डिविडेंड यील्ड वाले सभी शेयरों को पोर्टफोलियो में शामिल किया जाए। निवेशकों को यह भी देखना चाहिए कि कंपनी नियमित रूप से डिविडेंड दे रही है या नहीं। कातिर्क मेहता के मुताबिक, 'अगर कोई कंपनी विशेष लाभांश जारी करती है तो उसके शेयरों का डिविडेंड यील्ड बढ़ जाता है, लेकिन इस तरह के डिविडेंड नियमित नहीं होते हैं।' इसलिए निवेशकों को सामान्य कारोबारी प्रक्रिया के तहत जारी होने वाले डिविडेंड पर ध्यान देना चाहिए। ऐसा भी देखा गया है कि कंपनियां किसी संपत्ति की बिक्री से होने वाली आय या सिल्वर या गोल्डन जुबली जैसे खास मौकों पर विशेष लाभांश जारी करती हैं।
कारोबारी चक्र की वजह से भी डिविडेंड यील्ड में बदलाव होता है। जिन सेक्टरों में कारोबारी चक्र चलता है, उनसे जुड़ी कंपनियां तेजी के दौर में ज्यादा डिविडेंड जारी करती हैं जिससे डिविडेंड यील्ड बढ़ जाता है। लेकिन निवेशकों को ऐसी कंपनियों के शेयरों में तेजी के दौरान पैसा लगाने से निवेश का नुकसान हो सकता है क्योंकि आगे चलकर उस सेक्टर में मंदी आने का खतरा होता है।
इसी तरह निवेशकों को कंपनी के स्वामित्व में बदलाव पर भी ध्यान देना चाहिए। हो सकता है कि कंपनी के नए मालिक पुराने प्रबंधन की कारोबारी रणनीति पर नहीं चलने का फैसला करें। अगर नया प्रबंधन नए निवेश करना चाहता है तो वह उसके लिए पूंजी की जरूरत के हिसाब से डिविडेंड में कमी कर सकता है। ऐसे में निवेशकों को कंपनी की लाभांश नीति को ध्यान से पढ़ना चाहिए। कारोबारी रणनीति में बदलाव से अगर कंपनी की डिविडेंड पॉलिसी प्रभावित होती है तो उसका जिक्र उसकी सालाना रिपोर्ट में जरूर होगा।
इसके अलावा बाजार में कई ऐसी कंपनियां भी होती हैं जिनकी तरक्की की रफ्तार थम गई है। एक म्यूचुअल फंड कंपनी के एनालिस्ट का कहना है कि किसी कंपनी के शेयर सिर्फ इसलिए नहीं खरीदना चाहिए कि उनका डिविडेंड यील्ड ऊंचा है। अगर कारोबार में तरक्की की गुंजाइश कम है तो शायद उसमें निवेश का आपका पूंजी वृद्धि मकसद पूरा नहीं हो पाए।
म्यूचुअल फंड की राह
इस समय बाजार में ऊंची डिविडेंड यील्ड वाले शेयरों में निवेश की रणनीति वाली कई म्यूचुअल फंड स्कीमें हैं। मॉर्निंग स्टार इंडिया के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट ध्रुव राज चटर्जी के मुताबिक, 'डिविडेंड यील्ड आधारित फंड्स परंपरागत रूप से उन निवेशकों के लिए बेहतर होते हैं जो चढ़ते बाजार में निवेश से बेहतर रिटर्न और गिरते बाजार में नुकसान से बचाव चाहते हैं।'
आंकड़े बताते हैं कि ऐसी एमएफ स्कीमें मंदी के दौर में अच्छा प्रदर्शन करती हैं। 2008 की मंदी में डिविडेंड यील्ड वाली एमएफ स्कीमों का औसत रिटर्न 49.02 फीसदी (ऋणात्मक) था जबकि डावसिर्फाइड इक्विटी फंडों का औसत रिटर्न 55.66 फीसदी (ऋणात्मक) था। गौरतलब है कि साल 2008 में बीएसई सेंसेक्स 52.45 फीसदी गिरा था। लेकिन निवेशकों को ऐसी स्कीमों में निवेश में सावधानी बरतनी चाहिए। टेम्पलटन इंडिया इक्विटी इनकम फंड और यूटीआई डिविडेंड यील्ड फंड को छोड़कर बाकी स्कीमों का ज्यादा निवेश मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में है। इससे शेयर बाजार में गिरावट आने पर लार्ज कैप शेयरों के पोर्टफोलियो वाली स्कीमों के मुकाबले इन स्कीमों के निवेशकों को ज्यादा नुकसान होता है।
Dividend kya hota Hai | Dividend meaning in Hindi
Dividend kya hai क्या आपको पता है अगर dividend के बारे में कुछ भी पता नहीं है तो आपको हम Dividend meaning in hindi डिविडेंड कितना और कब मिलता है। की जानकारी देने वाले हैं। तो आईये जानते हैं डिविडेंड क्या होता है और कौनसी कंपनी Dividend देती हैं।
डिविडेंड क्या होता है | What is Dividend in Hindi
डिविडेंड का मतलब कंपनी के द्वारा अपने शेयर होल्डर को शुद्ध लाभ यानि Net Profit में कुछ हिस्सा कुछ राशि लाभ के रूप में देती हैं। कंपनी शेयर धारको की निवेश की गई राशि के हिसाब से देती हैं.
अगर टाटा के मेरे पास 200 शेयर है। और कंपनी एलान करती हैं 20₹ प्रति शेयर का Dividend देंगी तो मुझे 200×20 = 4000 रूपए मिलेंगे। अब तो आप Dividend ka matlab kya hai समझ गए हैं। अब Dividनिकाले ना ज़रूरी होता है क्या? तो चलिए जानते हैं।
कंपनी के लिए डिविडेंड देना ज़रूरी है या नहीं
ऐसी बहुत सारी कंपनी है जो डिविडेंड देती हैं। लेकिन अब कंपनी को डिविडेंड देना ही पड़ेगा ऐसा ज़रूरी नहीं है। कंपनी डिविडेंड देंगी या नहीं ये कंपनी के Board Member Decide करते हैं।
ऐसी भी कंपनी है जिनका डिविडेंड देने का काफी सालो से रिकॉर्ड रहा है। जो कंपनी अपने निवेशक को डिविडेंड देती हैं। मतलब वो काफी ज़्यादा मात्रा में प्रॉफिट कमा रही है। लेकिन कंपनी ज़्यादा प्रॉफिट कमाए तो डिविडेंड देगी। यह भी ज़रूरी नहीं है। अब तो आप समझ गए हैं। कंपनी पर डिविडेंड देना compulsory नहीं होता है
कंपनी कितना डिविडेंड दे सकती हैं
कंपनी अपने शेयर धारको को कितना डिविडेंड देगी ये उसके Face Value पर Decide निर्भर करता है। फेस वैल्यू क्या है। कंपनी जब रजिस्टर होती हैं। तो वह Face Value decide करती हैं। जैसे 20₹ फेस वैल्यू है तो इसका 50% Dividend देना होगा। मतलब वह अपने शेयर होल्डर को प्रति शेयर 10₹ का Dividend देगी। अब आपको कंपनी से डिविडेंड प्राप्त करने की लिए 4 अहम Date के बारे में अच्छे से पता होना चाहिए वह डेट ये हैं।
• Devidend Declaration Date - ये दिन है जब कंपनी अपने शेयर होल्डर को डिविडेंड देने का एलान करती हैं।
• Ex-Date - शेयर होल्डर ने इस तारीख से पहले शेयर ख़रीदा था सिर्फ उन्हें ही डिविडेंड मिलेगा।
• Record Date - निवेशक के Demat Account में इस कंपनी के शेयर है उन्हीं को डिविडेंड दिया जाएगा।
• Devidend Payout Date - इस दिन शेयर धारको को Devidend दिया जाता है।
इसे पड़े Motual funds क्या है और इसमें कैसे निवेश करे
डिविडेंड कब मिलता है | Devidend kab milta hai
interim devidend meaning in hindi कंपनी दो तरह से डिविडेंड देती हैं। पहला interim Dividend और दोसरा Final Dividend। कंपनी फाइनल डिविडेंड वित्त वर्ष के खत्म के बाद देती हैं। और interim Dividend को वित्त वर्ष के बीच में दे देती हैं।
डिविडेंड कैसे मिलता है | Devidend kaise milta hai
शेयर होल्डर के खाता में जो शेयर धारको के Demat Account से लिंक होता है उसमे डिविडेंड का पैसा जमा कर दिया जाता है जैसे आपने अपने demat account में SBI, HDFC, ICICI का बैंक अकाउंट जोड़ा है। तो आपकी डिविडेंड अमाउंट इस खाते में आयेगी।
डिविडेंड पर कितना टैक्स लगता है
शेयर होल्डर के पास जमा डिविडेंड के पैसों पर कोई टैक्स नहीं लगता है। क्यों पहले ही कंपनी की द्वारा डिविडेंड पर Dividend Distribution Tax दे दिया जाता हैं।
अब अगर से किसी शेयर धारको को साल में 10 लाख या इससे ज़्यादा का Dividend मिला है तो इसपे टैक्स देना होगा। ये Finance act 2016 section 115BBDA के तहत कहा गया है। जो प्राप्त की गई राशि पर टैक्स 10% लगेगा । अब आपको कंपनी से 15 लाख का Dividend amount मिली है। तो इसपर Dividend tax 15 हज़ार देना होगा।
कौनसी कंपनी डिविडेंड देती हैं
कौनसी कंपनी डिविडेंड देती हैं ये जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे यहाँ से आप Dividend dene wali Company पता लगा सकते हैं। और आपको नीचे Dividend provide करने वाली कंपनी की लिस्ट भी दे रखी है।
1. ITC Ltd
2. Power Grid Corporation of india Ltd
3. Telecom Tower
सबसे ज़्यादा डिविडेंड कौनसी कंपनी देती हैं
सबसे ज़्यादा डिविडेंड देने के मामले पहला नंबर ITC Ltd का आता है। जो अपने शेयर धारको को लगातार कई सालो तक Cash Dividend देती आ रही है। और Current 2021 में इसने 2 बार Dividend दिया है।
आखरी बात
आपको Devidend kya hai.डिविडेंड का मतलब क्या होता है. what is Dividend meaning in hindi डिविडेंड की पूरी जानकरी आपको समझ आ गई होंगी। अगर आपकी मन में कुछ भी सवाल है तो कृपया कमेंट बॉक्स में लिखें। और नीचे दिए गए शेयर बटन की मदद से इस पोस्ट को शेयर ज़रूर करदे और हमारा फेसबुक ग्रुप भी ज्वाइन करले।
सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर 2022, 2023
आज के इस लेख में हमने आपको सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर 2022-23, Sabse Jyada Dividend Dene Wale Share के बारे में बताया है. इस लेख को पूरा पढ़े, क्योकि मैंने आपके लिए काफी अच्छी जानकारी दी है. ऐसी कई साईट है जो काफी अच्छा डिविडेंड देती है.
शेयर मार्किट में डिविडेंड क्या होता है?
कंपनी को एक वर्ष में जितना मुनाफा होता है वह शेयरहोल्डरस को बाँट दिया जाता है जिसको हम डिविडेंड बोलते है. सरल भाषा में बोला जाए तो कंपनी अपने शेयरहोल्डरों को ही डिविडेंड देती है. आपको सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर 2022-23 को देखना होगा. कुछ कंपनी 1 वर्ष में 2 बार भी डिविडेंड देती है.
डिविडेंड किसी एक शेयर पर नहीं मिलता बल्कि प्रतेक शेयर पर मिलता है. Example – 2012-13 में इनफ़ोसिस ने प्रतेक शेयर पर 42 रूपए डिविडेंड दिया था. कुछ कंपनी एक वर्ष में 2 बार डिविडेंड देती है और कुछ कंपनी एक बार भी डिविडेंड नहीं देती है. कुछ ऐसी कंपनी है इसलिए डिविडेंड नहीं देती है जब उनको किसी नय प्रोजेक्ट में पैसा लगाना होता है.
कुछ अच्छी कंपनिया मुनाफा ना होने पर भी डिविडेंड देती है. वह अपने पास पड़े नकद में से दे देती है. जब कंपनी अपने शेयरहोल्डरों को डिविडेंड देती है तो ऐसे में शेयरहोल्डरों को काफी भरोसा हो जाता है. सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर 2022-23 में कौनसे है.
सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर 2022-23 में कौनसे है
ऐसे बहुत से शेयर है जो अपने शेयरहोल्डरों को काफी अच्छा डिविडेंड देते है. निचे ऐसे ही कई बेहतर कंपनी के बारे में बताया है. Dividend Stock: शेयर बाजार में पैसा निवेश करके मुनाफा तो कमा लेते है लेकिन इसके साथ-साथ बहुत सी कंपनियां बोनस और डिविडेंड जैसे कई गिफ्ट देती है.
यदि आप भी मेरे बताये गय शेयर में निवेश कर चुके है तो यह खबर आपके लिए बेहतर साबित होगी. Dividend Dene Wale Share List, Sabse Jyada Dividend Dene Wale Share 2023
- Exxon Mobil Corp.
- Verizon Communications Inc.
- Enbridge Inc.
- VF Corp.
- ITC Ltd
- Intel Corp
- Unilever PLC (UL)
- 3M Co
- Tci Express Ltd
- Crisil
- Kewal Kiran Clothing Limited
- Allsec Technologies
- Procter & Gamble Hygiene & Health Care
सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर
डिविडेंड से जुडी हुई जरुरी बातें क्या है?
- कंपनी की तरफ से मिलने वाले लाभांश को डिविडेंड यील्ड कहते है.
- ऐसा कोई नियम नहीं है कंपनी अपने फैसले से डिविडेंड देती है. ऐसी काफी पब्लिक सेक्टर की कंपनीयां है जो अपने शेयरहोल्डरको डिविडेंड देती है.
- बहुत सी प्राइवेट कंपनीया भी डिविडेंड यील्ड देती है.
- कंपनी हमें प्रतेक 3 महीने के बाद नतीजे देखकर डिविडेंड देती है. कुछ कंपनियां वर्ष के आखिर के प्रतेक 3 महीने में एक बार देती है, जिसको हम फाइनल डिविडेंड बोलते है.
- कंपनी अपने हिसाब से डिविडेंड देती है इसकी फ़िक्र ना करें की वह कब मिलेगा, कितना मिलेगा, कितनी बार मिलेगा. बहुत से ऐसी कंपनीयां है जो वर्ष में एक बार या 2 – 3 बार भी दे देती है.
- जब कंपनी डिविडेंड देगी तो वह पैसे आपके अकाउंट मे या फिर एडिशनल स्टॉक में रिइन्वेस्टमेंट हो जायेंगे.
- डिविडेंड किन लोगों को मिलता है? डिविडेंड उन्ही शेयरहोल्डर्स को मिलता है जिन्होंने एक्स – शेयरों के अलावा म्युचुअल फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में निवेश करने वालों को डिविडेंड मिलता है.
- कुछ कंपनिया ऐसी होती है जो अपने net profit में से डिविडेंड ना देकर वह अपने रिटेन्ड अर्निंग्स में रख लेती है जिससे वह ग्रोथ में लगाती है.
- डिविडेंड का रिकॉर्ड डेट और एक्स डेट होता है. एक्स डेट उस तारीख को बोलते है जब डिविडेंड एलिजिबिलिटी एक्सपायर होने वाली हो. Example किसी कंपनी ने 15 अप्रैल एक्स डेट फिक्स किया है तो जो भी उस दिन के बाद स्टॉक खरीदेगा तो उसे डिविडेंड नहीं मिलेगा.
- रिकॉर्ड डेट जो एक प्रकार से कटऑफ डेट होता है. कंपनी तारिख तय करती है और इसमें यह देखा जाता है की वह कौनसा शेयरहोल्डर डिविडेंड पाने के योग्य है. मतलब की इसमें देखा जाता है की आप कितने समय से कंपनी का स्टॉक को होल्ड किये हुए है.
आज के इस लेख में मैंने आपको Dividend Dene Wale Share List, सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर 2022 , 2023 के बारे में बताया है. यदि आपको इस लेख से सम्बंधित कोई जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट के जरिये पूछ सकते है. हम आपके सवाल का जवाव देने की पूरी कोशिश करेंगे.
Dividend Meaning in Hindi
What is Dividend meaning in Hindi डिविडेंड क्या है. डिविडेंड यानि लाभांश का अर्थ क्या होता है और Dividend Yield डिविडेंड यील्ड क्या होता है जानते हैं आसान हिंदी में. डिविडेंड का मतलब होता है लाभांश यानि कि लाभ का अंश. या इसे अंश यानी शेयर पर लाभ भी कह सकते हैं. शेयरों में निवेश से पहले क्यों देखना चाहिए कंपनी का डिविडेंड कंपनियां डिविडेंड क्यों देती है? रिकॉर्ड और डिविडेंड यील्ड की गणना करके कैसे चुन सकते हैं कम रिस्क वाले शेयर आइये समझते हैं विस्तार से. शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market in easy Hindi विस्तार से पढ़ें।
Dividend Meaning In Hindi
Dividend Meaning In Hindi
अब यदि आपने किसी कंपनी का शेयर खरीदा है तो आप उस कंपनी के उस हिस्से के मालिक हुए कि नहीं? और यदि बतौर शेयर होल्डर यानी बतौर शेयर धारक आप कंपनी के एक हिस्से के मालिक हैं तो उस कंपनी के प्रॉफिट या लाभ में आपका भी हिस्सा बनता है या नहीं? आसान शब्दों में शेयर धारक को उसके शेयरों पर मिलने वाले कंपनी के लाभ के हिस्से को Dividend कहते हैं। अपने शेयरों पर डिविडेंड प्राप्त करना शेयर होल्डर का अधिकार है।
Dividend यानि लाभांश का अर्थ
डिविडेंड का अर्थ है प्रतिलाभ, नकद या वह कुछ भी जो कंपनी अपने शेयरधारकों को देती है। लाभांश को विभिन्न रूपों में जारी किया जा सकता है, जैसे कि कैश भुगतान, स्टॉक या किसी अन्य रूप में। कंपनी का लाभांश निदेशक मंडल द्वारा तय किया जाता है और इसके लिए शेयरधारकों की मंजूरी की आवश्यकता होती है। डिविडेंड आमतौर पर लाभ का एक हिस्सा होता है जो कंपनी अपने शेयरधारकों के साथ शेयर करती है, हालांकि, कंपनी के लिए लाभांश का भुगतान करना अनिवार्य नहीं है।
लाभ में से दिया जाता है Dividend
अपने लेनदारों का भुगतान करने के बाद, एक कंपनी अपने शेयरधारकों को लाभांश के रूप में इनाम देने के लिए आंशिक या संपूर्ण बचे हुए लाभ का उपयोग कर सकती है। हालांकि, जब कंपनियां नकदी की कमी का सामना कर रही हों या फिर कंपनी के विस्तार के लिए नकदी की जरूरत हो तो वह लाभांश नहीं भी दे सकती हैं। साथ ही पढ़िये Interim Dividend in Hindi हमारी साईट पर। यहां पढ़ें किस कंपनी के शेयर खरीदें हमारी साइट पर जिनसे लाभांश पाने और शेयर की कीमत में बढ़ोतरी की संभावना हो।
रिकॉर्ड तिथि
जब कोई कंपनी लाभांश की घोषणा करती है तो यह एक रिकॉर्ड तिथि भी तय करती है और उस तिथि को पंजीकृत सभी शेयरधारक अपने शेयर होल्डिंग के अनुपात में लाभांश भुगतान प्राप्त करने के योग्य हो जाते हैं। डिविडेंड भुगतान आमतौर पर कंपनी के शेयर की कीमत के मूलभूत मूल्य को प्रभावित नहीं करता है।
उच्च वृद्धि दर वाली कंपनियां और अपने उपक्रम के शुरुआती चरण में कई कम्पनियाँ लाभांश का भुगतान नहीं करतीं हैं क्योंकि वे उच्च लाभ और विस्तार को बनाए रखने में मदद के लिए अपने लाभ का पुनर्निवेश करना पसंद करतीं हैं। दूसरी ओर स्थापित, बल्यूचिप और विकसित कम्पनियाँ अपने वफादार निवेशकों को इनाम देने के लिए नियमित लाभांश देने का प्रयास करतीं हैं.
Dividend Yield Meaning in Hindi
Dividend Yield डिविडेंड यील्ड शेयरधारकों को दिए गए नकद लाभांश की मात्रा को मापता है जो उन्हें प्रति शेयर बाजार मूल्य के अनुपात में मिला है. डिविडेंड यील्ड उस कंपनी में निवेशकों द्वारा किए गए कुल निवेश पर लाभांश के माध्यम से मिली आय की मात्रा को मापता है. डिविडेंड यील्ड की गणना प्रति शेयर लाभांश को प्रति शेयर मार्केट प्राइस से विभाजित करके और परिणाम को 100 से गुणा करके की जाती है। यह आमतौर पर प्रतिशत के रूप में व्यक्त की जाती है। डिविडेंड यील्ड की गणना के लिए फार्मूला
डिविडेंड यील्ड = शेयर प्रति कैश डिविडेंड / मार्किट प्राइस कंपनियां डिविडेंड क्यों देती है? प्रति शेयर * 100
मान लीजिए कि कंपनी 500 रुपए के बाजार भाव के साथ 20 रुपए प्रति शेयर के लाभांश की घोषणा करती है। उस मामले में शेयर का डिविडेंड यील्ड 20/500 * 100 = 4% होगा। उतार-चढ़ाव के समय के दौरान ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाले शेयर निवेश का अच्छा विकल्प होते हैं, क्योंकि ये शेयर निवेश पर अच्छा रिटर्न देते हैं. जो निवेशक अधिक जोखिम नहीं लेना चाहते उन निवेशकों के लिए ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाले शेयर निवेश का अच्छा विकल्प होते हैं इसीलिए निवेशकों को शेयरों में निवेश के समय शेयर के बाजार भाव के साथ-साथ कंपनी के लाभांश-भुगतान ट्रैक रिकॉर्ड की जांच भी करनी चाहिए.
इनकम स्टॉक और ग्रोथ स्टॉक
ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाले कंपनियां डिविडेंड क्यों देती है? शेयरों की जो कंपनियां आम तौर पर मुनाफे का ज्यादा हिस्सा अपने पास नहीं रखती हैं उनके शेयरों को इनकम स्टॉक या आय वाले शेयर कहते हैं. इसके विपरीत कम डिविडेंड यील्ड वाली कम्पनियां जहां कंपनियां अपनी कमाई के रूप में मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा अपने पास ही रखती हैं और उस राशि का प्रयोग कारोबार बढाने के लिए करना चाहतीं हैं ऐसे शेयरों को ग्रोथ स्टॉक कहते हैं.
यह था Dividend meaning in Hindi यानि लाभांश कंपनियां डिविडेंड क्यों देती है? का अर्थ क्या होता है और Dividend Yield डिविडेंड यील्ड क्या होता है आसान हिंदी में. आशा है आपको समझ आ गया होगा और अगली बार शेयरों में निवेश करने से पहले आप इस बात का भी ध्यान रखेंगे.
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