जिस तरह से स्टॉक मार्केट में शेयर को खरीदा वह बेचा जाता है और कमोडिटी मार्केट में कमोडिटी को खरीदा और बेचा जाता है उसी प्रकार से forex मार्केट में कई देशों की करेंसी को खरीदा और बेचा जाता है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करे ?
अगर आप के मन में भी ये सवाल है के ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे शुरू करे? तो आप सही जगह पर है| तो जानते है फोरेक्स ट्रेडिंग सूरु करने के क्या स्टेप्स है| हमारी राय में सबसे पहले आपको फोरेक्स मार्किट के बारे में बुनियादी बातो को सिख लेना चाहिए| इससे फायदा ये होगा के आपको नुकसान कम और प्रॉफिट ज्यादा होने के चान्सेस होंगे| अगर आप को फोरेक्स की जानकारी है तो फोरेक्स ट्रेडिंग के लिए आपको एक अच्छे फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में ब्रोकर के साथ फॉरेक्स अकाउंट खोल सकते है । इसके लिए आप रिसर्च करे और बेस्ट फोरेक्स ब्रोकर चुने। फिर ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए, ब्रोकर वेबसाइट पर जाएं, और ऑनलाइन अकाउंट बना ले।
अगर फोरेक्स ट्रेडिंग में आप बिलकुल ही नए है तो ऐसे में; फोरेक्स ट्रेडिंग के फंडामेंटल्स जानना समझदारी की बात है | इस पोस्ट में हम लिवरेज क्या होता है ? पिप्स क्या होती है ? स्प्रेड्स क्या होता है ? और मार्जिन क्या होता है इसका क्या महत्त्व है इन जैसे बहोत ही बेसिक बातो को समझेंगे|
लिवरेज क्या होता है?
तो हम उन में से प्रत्येक को समझने का प्रयास करते है | उत्तोलन - अगर सही ढंग से कहा जाए तो ये उधार के पैसे है| अब सवाल ये आता है के ये पैसे हमे कब मिलते है और कैसे काम में आते है उत्तोलन फंड की गुणा राशि है| ये अनुपात में होती है जैसे 1:50, 1:100, 1:200 और इसी फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में तरह के अनुपात में मापा जाता है।
तो, अब समझते है के ये राशि कब मिलती है और इसका ट्रेडिंग में क्या फायदा होता है| मान लीजिये अगर आप 200,000 जमा करते हैं, और आपको ट्रेडिंग अप्प के द्वारा लिवरेज १:५० है तो आपको अपने खाते में $5,000 प्राप्त होंगे।
लेकिन सोचने वाली बात ये है के क्या सही में हमे ट्रेडिंग अप्प इतनी सारी राशि मुफ्त में दे देगी ? नहीं, जैसे मैने सुरु में ही बोलै था के ये उधर के पैसे है जो हमें हमारे ट्रेडिंग अप्प द्वारा ट्रेड करने के लिये मिलते है जो हमे लौटने भी पड़ते है|
"लिवरेज के फायदे और नुक्सान"
लिवरेज का सबसे बड़ा फायदा ये है के अगर हमारे पास राशि की कमी है तो लिवरेज की मद्त से हम फिर भी ट्रेड कर सकते है| जिससे हमे फायदा पहले की मात्रा में ज्यादा हो सकता है |
लिवरेज का नुक्सान ये है के, लिवरेज उधार का पैसा है जो हमे चुकाना ही पड़ेगा चाहे हमें फायदा हो या नुक्सान | ट्रेडिंग अप्प लिवरेज पर कुछ मात्रा में व्याज भी लेती है जो हमे चुकानी पड़ती है | अगर हम लिवरेज ब्रोकरेज फर्म को अदा नहीं कर पाये तो ये हमारी ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट में से सिक्योरिटीज को बेच कर उतनी राशि वसूल कर सकती है |
विदेशी मुद्रा व्यापार में एक पिप क्या है?
विदेशी मुद्रा व्यापार समझने के लिए पिप एक बढ़िया इंडिकेटर है| इसकी वजह भी बहोत ही साफ़ है| हम सब ये तो जानते है के फोरेक्स ट्रेडिंग में करेंसी पेअर को ट्रेड किया जाता है| जिसमे करेंसी की कीमत बदलती रहती है| और करेंसी में होने वाले सबसे छोटे बदलाव को ही फोरेक्स ट्रेडिंग में पिप कहा जाता है|
आम तौर पर पिप ०. ०००१ मूल्य परिवर्तन के बराबर होता है| जैसे Eur -USD पेअर के लिए अगर ट्रेडिंग रेट 1.4999 से बढ़कर 1.5001 हो जाती है, तो आपको टू-पाइप मूवमेंट मिलता है।
लेकिन, हर बार पिप की कीमत 0.0001ही हो ये जरुरी नहीं | जैसा की हमने पहले ही बताया के ये स्मॉलेस्ट करेंसी वैल्यू चेंज को दिखता है| तो अगर करेंसी पेअर अलग हो तो पिप्स की कीमत भी अलग होगी|
उदहारण के लिए USD-JPY पेअर बहोत ही जल्द बदलती है ये Eur -USD जितनी स्थिर नहीं, जैसे करेंसी की ट्रेड वैल्यू 103.34 से 103.36 तक बदलती है तो ऐसे में इन्हे 0.01 चेंज के रूप में देखा जाएगा| इसलिए इस उदहारण में 0.01 पिप होगी |
Forex Trading क्या होती है – FOREX TRADING IN HINDI
जिस तरह से लोग शेयर मार्केट में Profit यानी पैसा कमाने के लिए शेयरों की खरीदी बेचा करते है। इसी तरह इस forex market में किसी करेंसी फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में को कम दाम में खरीद कर ज्यादा दाम में बेचने को ही फॉरेक्स ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग कहते है। जिस तरह शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने पर high या medium रिस्क होता है। इस मार्केट में ट्रेडिंग करने पर medium या low रिस्क होता है। इसमें ट्रेड करने पर मार्जिन काम देना पड़ता है। आगे हम मार्जिन और जो भी फॉरेक्स मार्केट में concept है उसको जानेंगे।
भारत में यह दो तरीके से हो सकती है
- इंडियन ब्रोकर अकाउंट जैसे – Zerodha,Upstox Etc.
- International ब्रोकर अकाउंट जैसे – Octafx, Exness,Tickmill Etc.
फॉरेक्स मार्केट को इफेक्ट करने वाले कारक
USD/INR का प्राइस कम को एप्रीसिएशन कहते है और प्राइस बढ़ने को डिप्रीशिएशन कहते है। प्राइस कम होने का मतलब है भारतीय रुपया मजबूत होता है।जब प्राइस बढ़ता है तो भारतीय रुपया कमजोर होता है।
- इनफ्लेशन (मुद्रास्फीति) – जब महगाई की दर यानी महंगाई कम होती है तब INR एप्रीसिएशन होता है
- इंटरेस्ट रेट्स (ब्याज दर) – जब rbi रेट्स बढ़ाता है तब भी INR एप्रीसिएशन होता है।
- RBI का USD/INR का बेचना – जब INR का प्राइस बढ़ने लगता है।इससे एक्सपोर्ट व इंपोर्ट करने में परेशानी होने लगती है तो RBI USD/INR बेचने लगता है इससे मार्केट स्थिर हो जाता है और एप्रेशियट होने लगता है।
- निर्यात – जब एक्सपोर्ट या निर्यात बढ़ने लगता है।तब INR एप्रीसिएशन होता है।
- राजनीतिक फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में स्थिरता – भारत में जब सरकार बार – बार नही बदलती है और एक सरकार पूरे पांच साल तक रहती है तो भी INR एप्रीसिएशन होता है
- करेंट अकाउंट डेफिसिट – करेंट अकाउंट डेफिसिट होता है तो भी INR का प्राइस कम होने लगता है
Forex Trading में जरुरी टिप्स
- ट्रेडिंग करने के लिए सबसे जरूरी है सही ब्रोकर को चुनना।कुछ ब्रोकर hidden चार्जेस लेने लगते है।
- ट्रेडिंग करते समय जरूरी है आप इमोशन पर काबू करे नही तो ट्रेडिंग आपकी दुश्मन बन जायेगी। जिसने भी इमोशन को कंट्रोल कर लिया वह ट्रेडर बन गया। ट्रेडिंग में 90% साइकोलॉजी यानी इमोशन और 10% स्किल important है।
- आप हमेशा सीखते रहे और प्रैक्टिस करते है इससे आपकी स्किल improve होगी आप और भी अच्छे ट्रेडर बन पायेंगे।
- एक अच्छा ट्रेडर मार्केट की साइकोलॉजी को समझता है वह यह जानता है अब मार्केट ओवरबॉट या ओवरसेल हो चुका है
- जो ट्रेडर रिस्क नहीं लेता वह ट्रेडर नही होता है ।बिना रिस्क लिए आप प्रॉफिट नहीं कमा सकते है।वो डायलॉग सुना है रिस्क है तो इश्क है।
- टेक्निकल एनालिसिस करे! और उसे ज्यादा से ज्यादा सीखे और चार्ट पैटर्न को देख कर ट्रेड करने का निर्णय लीजिए ।
- स्टॉप लॉस ट्रेडिंग सबसे जरूरी हिस्सा है ।जब भी आप ट्रेड में एंटर हो पहले आप अपना स्टॉप लॉस सेट करने के बाद ही किसी ट्रेड में एंटर करे।
Forex Trading Pairs
यह नीचे दिए गए कुछ करेंसी जिन पर दुनिया भर में forex trading करी जाती है।
तो यह कुछ करेंसी के पेड़ जिन पर फॉरेक्स ट्रेडिंग पूरी दुनिया में करी जाती है इनके अलावा और भी बहुत सारी करेंसी है पूरी दुनिया ट्रेडिंग करती है लेकिन अगर इंडिया में फॉरेक्स ट्रेडिंग की बात करें तो ज्यादातर लोग को यह लगता है कि इंडिया में forex trading ban है तो चलिए जान लेते हैं कि क्या इंडिया में सच में फॉरेक्स ट्रेडिंग बैन है।
Forex Trading In India
पिछले कुछ सालों में फॉरेक्स ट्रेडिंग इंडिया में काफी ज्यादा पॉपुलर हुई है और लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या फॉरेक्स ट्रेडिंग इंडिया में बैन है? तो इसका जवाब सिंपल है फॉरेक्स ट्रेडिंग इंडिया में बैन “ नहीं है ” लेकिन हां फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के पर कुछ पाबंदियां लगाई गई है ।
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इंडिया में केवल 5 करंसी ट्रेडिंग करी जाती है।
USD / INR,
- इंडिया में केवल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी कि (MCX) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में करेंसी की ट्रेनिंग करी जाती है।
- भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग को देश के सेंट्रल बैंक यानी कि RBI और SEBI के द्वारा विनियमित है।
तो हमने जान लिया कि भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग में क्या-क्या पाबंदियां हैं तो अब बारी है यह जानने की कि भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें
India Me Forex Trading Kaise Kare?
इंडिया में फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपका यह जानना जरूरी है कि इंडिया में कौन-कौन से करेंसी में ट्रेडिंग करी जाती है जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया था कि भारत में 5 करेंसी से ट्रेडिंग करी जाती है।
तो यह है कुछ करेंसी के पैर जिसमें आप भारत में Forex Trading कर सकते हो ,Forex Trading करने के लिए सबसे पहले आपको आपके पास एक Demat अकाउंट होना चाहिए अगर आपके पास आपका कोई डीमैट अकाउंट नहीं है तो आप अभी Zerodha मैं अपना डिमैट अकाउंट बना सकते हैं ।
फॉरेक्स मार्केट में करेंसी इसकी ट्रेडिंग करी जाती है और वह करेंसी अलग-अलग देशों की होती है जैसे कि यूएसडी टो आईएनआर तो चलिए बुझाने 3 में ट्रेडिंग कैसे होती है।
आज से 1 साल पहले एक यूएसडी की कीमत ₹70 होती थी वही आज एक यूएचडी की कीमत ₹80 हो गई है तो इससे हमें यह पता चलता है कि करेंसी का प्राइस ऊपर और नीचे होता रहता है जिसको हम ट्रेडर्स खरीदते हैं और भेजते हैं और कुछ मुनाफा करने की कोशिश करते हैं
फॉरेक्स ट्रेडिंग के लाभ
- लेवरेज: फॉरेक्स ट्रेडिंग में आप अधिक लेवरेज ले सकते हैं इससे कि आप कम पैसों में अधिक पैसों की ट्रेडिंग कर सकते हैं।
- Volatile: फॉरेक्स मार्केट काफी ज्यादा Volatile होती है,इस मार्केट में न्यूज़ का काफी ज्यादा फर्क पड़ता है ।
- 24 मार्केट ओपन: फॉरेक्स ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि या मार्केट 24 घंटे खुला रहता है, आप जब चाहे इस मार्केट में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
तो अभी हमने फॉरेक्स ट्रेडिंग के फायदों के बारे में जाना तो अब बात कर लेते हैं कि फॉरेक्स ट्रेडिंग के क्या नुकसान होते हैं ।
- करेंसी ट्रेडिंग में स्टॉक मार्केट से बहुत ज्यादा शौक होता है,यह ज्यादा वालीटाइल मार्केट होती है और इसमें ट्रेडिंग करना काफी ज्यादा कठिन माना जाता है।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग मैं न्यूज़ का काफी ज्यादा प्रभाव पड़ता है, इस मार्केट में गलत खबर फैलने से भी काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है
RBI ने जारी की 34 गैर-कानूनी Forex Trading प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट, यूजर्स को दी चेतावनी
- Devesh Jha
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- Updated: September 12, 2022 1:57 PM IST
Reserve Bank of India यानी आरबीआई ने फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए पैसा कमाने वाले यूजर्स को एक बार फिर चेतावनी दी है और एक लिस्ट भी जारी की है, जिसमें 34 ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स का नाम है, जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मंजूरी के बिना ट्रेडिंग करा रहे हैं। लिहाजा, ये सभी प्लेटफॉर्म्स गैर-कानूनी हैं। Also Read - 1 दिसंबर से शुरू होगा Digital Rupee का पहला पायलट प्रोजेक्ट, RBI ने किया ऐलान
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि ट्रेडिंग के ऐसे प्लेटफॉर्म्स फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट या इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स से संबंधित नियमों का पालन नहीं करते हैं और ना ही नियमों के तहत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में रजिस्टर्ड हैं। Also Read - RBI Digital Rupee आज से होगा यूज, कैश रखने की नहीं पड़ेगी जरूरत!
34 गैर-कानूनी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने फिलहाल 34 गैर-कानूनी प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट जारी की है, जिसके जरिए लाखों यूजर्स फॉरेक्स एक्सचेंज ट्रेडिंग करते हैं। आरबीआई का कहना है कि ऐसा जरूरी नहीं है कि जिस प्लेटफॉर्म का नाम इस ऐप में फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में शामिल नहीं है, वो आरबीआई के पास रजिसटर्ड हैं। आरबीआई फिलहाल इस मुद्दे पर जांच कर रहा है और आने वाले वक्त में इस लिस्ट में और भी कई प्लेटफॉर्म्स के नाम जुड़ सकते हैं। Also Read - RBI ने किया ऐलान, जल्द शुरू होगा E-Rupee का पायलट प्रोजेक्ट
आरबीआई का कहना है कि अगर रजिस्टर्ड फॉरेक्स एक्सचेंज ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में जानना है तो यूजर्स रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मुहैया कराए गए ऑथराइज्ड लोगो और ऑथराइज्ड इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट से मैच करके चेक कर सकते हैं, कि जिस प्लेटफॉर्म से वो ट्रेडिंग करना चाह रहे हैं, वो रजिस्टर्ड है या नहीं।
रजिस्टर्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स से करें ट्रेंड
रिजर्व बैंक ने पहले भी लोगों को इसके बारे में जागरुक किया है और एक बार इस बात की जानकारी दी है कि फॉरेक्स ट्रेडिंग सिर्फ ऑथराइज्ड प्लेटफॉर्म्स से ही की जा सकती है। यूजर्स इसके लिए उसी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करें जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया या BSE, NSE जैसे मान्यता प्राप्त एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स के जरिए रजिस्टर्ड हो। अगर कोई अधिकृत संस्थाओं से ही फॉरेक्स ट्रेडिंग करता है तो उस पर फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) नियमों के तहत कानूनी कार्यवाई की जा सकती है।
आजकल ऐसे कई प्लेटफॉर्म्स हैं, जो सोशल मीडिया, टीवी और अलग-अलग प्रचार माध्यमों के जरिए लोगों को रातों-रात अमीर होने का सपना दिखाते फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में हैं। यूजर्स को पहली ट्रेडिंग के लिए फ्री कैश देते हैं या फ्री ट्रेडिंग कोर्स कराते हैं, जिससे यूजर्स को उस प्लेटफॉर्म पर भरोसा हो सके। हालांकि आरबीआई के मुताबिक ऐसे फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में सभी प्लेटफॉर्म गैर-कानूनी है। आइए हम आपको आरबीआई द्वारा जारी किए गए 34 प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट बताते हैं।
जानिए फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में-
Forex trading के बारे में आपको भली-भांति जानकारी हो या क हो फिर भी आप यहां पर बहुत ही अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं यदि आप थोड़ा बहुत भी जानते हैं तो बहुत अच्छी बात है यदि नहीं तो आज हम इसके बारे में आपको पूरी जानकारी देने वाले हैं आपको मैं यह बता दूं कि इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको इसकी थोड़ी बहुत जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है.
फॉरेक्स ट्रेडिंग को समझने से पहले आपको यह समझना जरूरी है की सभी देशों की अपनी एक मुद्रा होती है प्रत्येक राष्ट्र की मुद्रा एक दूसरी राष्ट्र की मुद्रा से या तो वह मजबूत होती है या फिर कमजोर होती है कहने का मतलब यह है कि इस वैश्वीकरण के युग में आप दुनिया के किसी भी देश में अपना व्यापार कर सकते हैं और Internet ने इसे बहुत ही आसान बना दिया है आज के समय में व्यक्ति चाहे तो वह घर बैठकर इंटरनेट के माध्यम से वाह अनेक राष्ट्र की मुद्रा जैसे - Dollars, Pound ,Yuro कमा सकता है लेकिन हम आज इस लेख के माध्यम फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में अपना ध्यान आकर्षित करेंगे क्योंकि फॉरेक्स ट्रेडिंग पैसा कमाने का एक बहुत ही बढ़िया आसान तरीका है इन्वेस्टमेंट करने का
लेकिन यह तभी संभव है जब आपके पास कोई Forex Broker के पास रजिस्टर्ड अकाउंट होगा जैसे कि भारत में बहुत सी ब्रोकिंग कंपनियां है जहां आप बहुत ही आसान आसानी तरीके से अपना डीमेट ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करा कर आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैंWhat is Forex Trading -
फॉरेक्स ट्रेडिंग में forex का मतलब फॉरेन और ट्रेडिंग का मतलब व्यापार होता है.
यदि हम सरल भाषा में बात करें तो फॉरेक्स ट्रेडिंग का मतलब है एक दूसरी देश की मुद्राओं में व्यापार करना होता है
अर्थात एक दूसरे या विभिन्न देश की मुद्राओं पर बढ़ने या घटने पर व्यापार होता है यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे देश की मुद्राओं में व्यापार करना चाहता है तो उसे सबसे पहले वहां की मुद्रा का Knowledge होना जरूरी है जैसे कि यदि हम घूमने या व्यापार करने के लिए अमेरिका जाते हैं तो वहां का डॉलर हमारे पास होना बहुत ही जरूरी होता है वैसे ही फॉरेक्स मार्केट में होता है
Example
यदि हम यूएसए अमेरिका में पढ़ना चाहते हैं तो यदि वहां हम जाते हैं सबसे पहले मुझे यह पता होना चाहिए कि वहां कौन सी करेंसी चलती है जैसे कि आपको पता होना चाहिए अमेरिका में डॉलर चलता है तो इंडिया से हम अमेरिका जाते हैं तो हमारे पास रुपया होता है न कि डॉलर तो उसे सबसे पहले एक्सचेंज कराना जरूरी होता है क्योंकि इंडियन करेंसी वहां किसी जगह Accept नहीं जाति तो जैसे यदि हम बात करें इंडिया की तो इंडिया का ₹75 के बराबर अमेरिका का 200 होता है जो किया अगस्त 2020 का हैफॉरेक्स ट्रेडिंग में कैसे काम होता है?( How works forex trading )
फॉरेक्स ट्रेडिंग इंडियन इक्विटी मार्केट की तरह काम करता है फर्क बस इतना है कि यदि हम शेयर बाजार में ट्रेड करते हैं तो वहां स्टॉक के शेयर प्राइस पर निर्भर करता है लेकिन यदि हम फॉरेक्स ट्रेड करते हैं तो यहां पर उस देश की करेंसी पर निर्भर करता है
उदाहरण
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि अभिषेक फॉरेक्स ट्रेडिंग करता है और उसके जानकारी के मुताबिक उसे पता चलता है कि आज डॉलर की compare में ₹75 चल रहा है और यह 4 महीने बाद ₹80 तक जा सकता है तो अभिषेक ने तुरंत $1000 से Trade लगा लेता है और जैसे ही ट्रेड 80 आ जाता है तो वह अपनी पोजीशन मार्केट से निकाल लेता है यहां पर उसे ₹5000 का प्रॉफिट मिलता हैयदि हम बात करें भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में तो यहां के लोग बहुत ही कम इन्वेस्टमेंट करते हैं क्योंकि उनको इस विषय में पूरी तरह जानकारी नहीं होती है कुछ लोगों को यह भी लगता है कि यहां इंडिया में फॉरेक्स ट्रेडिंग करना अवैध गैर-कानूनी है लेकिन जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यदि आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको SEBI REGISTER BROKING कंपनी से अपना खाता खुलवाना होगा तो उसके बाद आप आसानी से ट्रेड कर सकते हैं भारत में बहुत सी सेबी रजिस्टर्ड बुकिंग कंपनियां है जहां आप अपना खाता ओपन करवाकर ट्रेडिंग कर सकते हैं
फॉरेक्स ट्रेडिंग के कुछ टिप्स -
जैसे कि हमने ऊपर पढ़ा है कि फॉरेक्स ट्रेडिंग बिल्कुल स्टॉक ट्रेडिंग की तरह ही होती है फर्क बस इतना होता है कि शेयर बाजार में प्रॉफिट या लॉस shares के प्राइस पर निर्भर करता है वहीं पर फॉरेक्स ट्रेडिंग में उस करंसी के एक्सचेंज पर निर्भर करता है जैसे कि आपको पता होगा कि शेयर फोरेक्स ट्रेडिंग के बारे में बाजार में कभी आपको प्रॉफिट होता है तो कभी नुकसान भी होता है ठीक उसी प्रकार यहां भी होता है कभी आपको प्रॉफिट तो कभी लोग भी हो सकता है। यहां हम आपको कुछ सफल फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप फॉलो करके कुछ अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं- Forex trading करने से पहले आपको इसके विषय में जानकारी होना बहुत ही जरूरी होता है
- फॉरेक्स मार्केट सप्ताह में 5 दिन 24 घंटे तक खुला रहता है भारत में यहां 5:00 बजे तक बंद हो जाता है इसलिए यहां आपको इंटरडे ग्रेड से थोड़ा बचना चाहिए
- किसी भी प्रकार की स्कीम से बचना चाहिए और अपना अकाउंट सेबी रजिस्टर्ड बुकिंग कंपनी से ही ओपन कर आना चाहिए
- प्रतीक ट्रेडिंग में आपको स्टॉपलॉस लगाना बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि यहां आपको बड़े लॉस से बचाता है
- और जिस दिन आप ट्रेड लगाते हैं उस समय से उस मार्केट का फॉलो करना चाहिए
- अपनी आवश्यकता अनुसार ट्रेडिंग कभी भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इसमें लॉस होने का chance भी अधिक होता है जब भी मार्केट अच्छा movementom होता है उस समय आपको ट्रेड करना चाहिए
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