'Mutual fund'
अमूमन म्यूचुअल फंड को एक्सपर्ट ही मैनेज करते हैं. इन लोगों को फंड मैनेजर कहा जाता है. यह फंड मैनेजर यह देखते हैं कि कहां निवेश करने से निवेशकों को ज्यादा लाभ होगा यानि ज्यादा रिटर्न मिलेगा. म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प माना जाता है जो निवेश का जोखिम खुद उठाने में सक्षम नहीं होते. ये लोग बाजार के बारे में और कंपनियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने के चलते ऐसे फंड मैनेजरों की राय पर काम कर सकते हैं.
Top 10 Mutual Funds To Invest: आप निवेश के लिए सही फंड को चुने. आप किसी ऐसे फंड का चुनाव करें जो बढ़ती महंगाई के दौर में आपको शानदार रिटर्न दे.
सेबी का ताजा फैसला फ्रैंकलिन टेम्पलटन मामले के बाद आया है, जिसमें फंड हाउस के कुछ अधिकारियों पर यह आरोप है कि उन्होंने छह ऋण योजनाओं पर रोक लगाए जाने से पहले उन योजनाओं में अपनी हिस्सेदारी को रिडीम किया था.
Delhi | Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Translated by: अंजलि कर्मकार |गुरुवार अक्टूबर 20, 2022 04:45 PM IST
बीएल आहूजा ने पुलिस को बताया कि वह बैंक कर्मचारी माहेश्वरी को 2013 से जानते थे, जब वह ICICI बैंक में काम करता था. आहूजा ने कहा कि माहेश्वरी ने उन्हें सलाह दी कि वह पैसे बैंक में रखने के बजाय म्यूचुअल फंड में लगाएं. आहूजा ने 2018 में उन्हें 1 करोड़ रुपये के दो चेक दिए.
निवेशक दीर्घकाल में निवेश में वृद्धि को लेकर म्यूचुअल फंड में नियमित तौर पर राशि जमा करने की योजना (Systematic Investment Plan) पर भरोसा कर रहे हैं
Pan Aadhaar Link.सीबीडीटी ने एक अधिसूचना में कहा कि आधार की देरी से सूचना देने पर 500 रुपये का विलंब शुल्क लगेगा. यह जुर्माना शुल्क अगले तीन माह यानी 30 जून, 2022 तक के लिए होगा. उसके बाद करदाताओं को 1,000 रुपये का जुर्माना चुकाना होगा.
सेबी ने म्यूचुअल फंड निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए यह निर्णय़ किया.इसके तहत जब भी म्यूचुअल फंड के ज्यादातर ट्रस्टी किसी स्कीम को बंद करने का फैसला करते हैं, उनके लिए यूनिटधारकों की सहमति लेने को अनिवार्य करने का निर्णय किया गया है.
भारतीय कंपनियों ने वर्ष 2021 में इक्विटी और कर्ज के जरिये 9 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. अगर ओमिक्रॉन के चलते हालात खराब नहीं हुए तो इसमें 2022 के दौरान और अधिक मजबूती आने की उम्मीद है
इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) योजनाओं को जुलाई में शुद्ध रूप से 22,583 करोड़ रुपये का निवेश मिला है. यह लगातार पांचवां महीना है जबकि इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश प्रवाह सकारात्मक रहा है. इस दौरान फ्लेक्सी-कैप श्रेणी (Flexicap Funds) को सबसे अधिक निवेश प्राप्त हुआ.
सेबी ने म्यूचुअल फंड नियमों में संशोधनों को मंजूरी दे दी. इन नियमों के तहत म्यूचुअल फंड कंपनियों को अपने नई फंड पेशकशों में जोखिम के स्तर के अनुसार अधिक निवेश करने की जरूरत होगी. इससे कोष चलाने वालों की म्यूचुफंड में खुद की भागीदारी सुनिश्चित होगी.
सपनों का इंवेस्टमेंट प्लान
कंपाउंडिंग इस सुविधा की एक दमदार शक्ति है, जिसका सीधा-साधा अर्थ है वृद्धि पर वृद्धि. यहां हर महीने एक निर्धारित राशि-निवेश करने पर केवल हर महीने निवेशित राशि की वृद्धि नहीं मिलती, बल्कि पिछली मासिक किस्तों पर हुई वृद्धि दिलाने की क्षमता भी मिलती है.
उदाहरण
जनवरी > जनवरी में वृद्धि + फरवरी > जनवरी में वृद्धि + फरवरी में वृद्धि + मार्च
आप जितनी जल्दी निवेश करते हैं, आप उतनी ही लंबी अवधि तक निवेश कर सकते हैं, और
नियमित रूप से निवेश कीजिए
हमारी सलाह है दौड़ में कछुवे की तरह निरंतर रहिए - एक सतत गति बनाए रखिए और रुकिए नहीं. इससे आपको मार्केट के उतार-चढ़ाव को अप्रभावी करने में मदद मिलेगी, क्योंकि इससे लंबी अवधि में आपके निवेशों की लागत का औसतीकरण होगा (इस संकल्पना को रुपी कॉस्ट एवरेजिंग कहते हैं).
सही राशि का निवेश कीजिए
जल्दी निवेश करने जितना ही महत्त्वपूर्ण है सही राशि का निवेश करना. अगर आपके पास नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर हैं तो आप सही SIP राशि की गणना कर सकते हैं.
a. मेरा लक्ष्य क्या है? (उदाहरण : अपना मनचाहा घर खरीदना, जिसकी लागत 4000000 आएगी)
b. मैं कितना कमाने की उम्मीद करता हूं? (उदाहरण : मैं प्रति वर्ष 12.5% वार्षिक दर से आमदनी की उम्मीद करता हूं)
c. मैं कब तक अपने लक्ष्य पर पहुंचना चाहता हूं? (उदाहरण: मैं इस घर को 15 वर्षों में खरीदना चाहता हूं)
व्यवस्थित रूप से निवेश करने के फ़ायदे
सपनों का इंवेस्टमेंट प्लान में आपको व्यवस्थित रूप से निवेश क्यों और कैसे करना चाहिए?
SIP की मदद से आप सावधिक रूप से गणना की गई राशि का निवेश करके म्युचुअल फंड्स की प्रगति की संभावनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सकते हैं.
नीचे दिए गए कैल्कुलेटर के उपयोग से यह समझें कि नियमित रूप से निवेश करने से आपको लंबे समय में धनोपार्जन करने में कैसे मदद मिल सकती है.
यह गणना करें कि आप अपनी आज की कितनी SIP किस्त से भविष्य में कितना कमा सकते हैं.
निवेश अवधि समाप्त होने पर आमदनी (कोष)
- अपेक्षित प्रतिफल %
- कुल निवेश
नोट: यह कैल्कुलेटर केवल उदाहरण के उद्देश्य से है और वास्तविक परिणाम अलग हो सकते हैं.
मुझे सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेन्ट प्लान में क्यों निवेश करना चाहिए ?
यह निवेश का एक अनुशासित तरीका भी है
यह निवेश का एक ऐसा नजरिया है जो कि निवेशकों में एक अनुशासन पैदा करता है और उनमें सतत निवेश करने की आदत डालता है. अगर आप कोई विशेष आर्थिक लक्ष्य पाना चाहते हों तो नियमित तथा व्यवस्थित रहना महत्त्वपूर्ण होता है.
यह आपकी क्रय लागत का औसतीकरण करता है.
भिन्न-भिन्न समय अवधियों में एक निश्चित राशि का निवेश करके आप मार्केट्स के नीचे होने पर अधिक यूनिट्स तथा ऊपर होने पर कम यूनिट्स खरीदते हैं. एक समय अवधि के दौरान, प्रति यूनिट लागत का औसतीकरण हो जाता है. इस संकल्पना को, ‘रुपी कॉस्ट एवरेजिंग’ कहते हैं.
यह आपकी आमदनी को चक्रवृद्धि दर SIP में निवेश क्यों करें से बढ़ाता है.
आप जितनी जल्दी SIP, के जरिए निवेश करना शुरु करेंगे, उतना ही बेहतर होगा. भले ही आप हर महीने एक छोटी सी राशि बचाएं, लंबी अवधि में आपका निवेश चक्रवृद्धि दर से बढ़ता जाता है और यह आपके लिए एक पूंजी का निर्माण कर सकता है. इस संकल्पना को ‘कंपाउंडिंग की शक्ति’ कहते हैं.
आपके सपनों को साकार करने के लिए निवेश करना कितना आसान है, तो क्यों न आज ही शुरुआत करें!
एक निवेशक शिक्षण पहल
म्युचुअल फंड्स में निवेश करने के लिए एक बार होने वाली 'अपने ग्राहक को जानो’ (नो युअर कस्टमर या केवायसी) आवश्यकता की पूर्ति हेतु प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी के लिए www.icicipruamc.com/note पर विज़िट करें. निवेशकों को केवल पंजीकृत म्युचुअल फंड्स के साथ ही व्यवहार करना चाहिए, जिनकी जानकारी को सेबी वेबसाइट https://www.sebi.gov.in/intermediaries.html पर सत्यापित किया जा सकता है. कोई पूछताछ करने, शिकायतें करने और शिकायत निवारण के लिए निवेशक एएमसी और/या निवेशक संबंध अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त, यदि निवेशक एएमसी द्वारा दिए गए समाधानों से संतुष्ट नहीं हों तो वे अपनी शिकायतें https://scores.gov.in पर भी दर्ज करवा सकते हैं. एससीओआरईएस पोर्टल आपको अपनी शिकायत ऑनलाइन माध्यम से सेबी के पास दर्ज करवाने और बाद में इसकी स्थिति देखने में सहायता करता है.
म्यूचुअल फंड में निवेशों के साथ मार्केट के जोखिम होते हैं. स्कीम के संबंधित सभी कागजातों को ध्यानपूर्वक पढ़ लें.
Mutual Fund: इस फंड ने निवेशकों को किया मालामाल, ₹10 लाख के निवेश को बना दिया 2.5 करोड़ रुपये
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश की योजना बना रहे हैं तो आज हम आपको एक खास स्कीम के बारे में बता रहे हैं। इस फंड ने अपने निवेशकों को तगड़ा रिटर्न दिया है।
Mutual Fund: अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश की योजना बना रहे हैं तो आज हम आपको एक खास स्कीम के बारे में बता रहे हैं। इस फंड ने अपने निवेशकों को तगड़ा रिटर्न दिया है। इस फंड का नाम है- आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड कंपनी के वैल्यू डिस्कवरी फंड (ICICI Prudential Value Discovery Fund)। इस फंड ने 18 साल में 10 लाख रुपये के निवेश को करीबन 2.5 करोड़ रुपये बना दिया है। यह फंड इंडस्ट्री में यह अग्रणी वैल्यू डिस्कवरी फंड है। आपको बता दें कि देश की दूसरी सबसे बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के वैल्यू डिस्कवरी फंड ने 18 साल पूरे कर लिए हैं।
क्या हैं आंकड़ें?
31 जुलाई तक इस फंड का असेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 24,694 करोड़ रुपये है। इस कैटेगरी में कुल एयूएम का 30 फीसदी हिस्सा इसी फंड हाउस के पास है। इससे पता चलता है कि निवेशकों का इस पर भरपूर विश्वास है। यह स्कीम वैल्यू निवेश के तरीकों का पालन करता है। यह विविधीकृत पोर्टफोलियो के स्टॉक में निवेश करता है जो आकर्षक मूल्यांकन पर होते हैं लेकिन एक डिस्काउंट पर होते हैं।
16 अगस्त, 2004 को हुआ था लाॅन्च
16 अगस्त, 2004 को इस फंड की शुरुआत की गई थी। इसने सालाना 19.7 फीसदी सीएजीआर की दर से रिटर्न दिया है। अगर वही 10 लाख रुपये निफ्टी 50 में निवेश किया गया होता तो उसका रिटर्न इस फंड से कम 15.6 फीसदी सीएजीआर की दर से होता और रकम केवल 1.3 करोड़ रुपये होती। आईप्रू के वैल्यू डिस्कवरी फंड ने एसआईपी के निवेश में भी अच्छा रिटर्न दिया है। अगर किसी ने स्थापना के समय से हर महीने 10 हजार रुपये का एसआईपी किया होगा तो वह रकम अब 1.2 करो़ड़ रुपये हो गई होगी जबकि उसने इस दौरान कुल केवल 21.6 लाख रुपये ही निवेश किया है। यानी सालाना 17.3 फीसदी सीएजीआर की दर से इसका रिटर्न रहा है। 7 साल के एसआईपी का रिटर्न 15.81 फीसदी, 5 साल के एसआईपी का रिटर्न 18.97 और 3 साल के एसआईपी का रिटर्न 27.59 फीसदी रहा है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के एमडी एवं सीईओ निमेश शाह ने कहा कि पिछले कुछ सालों में जो हमने देखा है वह यह कि वैल्यू निवेश में भारतीय निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है। निवेश अब जागरुक हो गए हैं और वे इसे समझ रहे हैं कि मूल्य क्या होता है और यह क्यों महत्वपूर्ण है और इसका पूरी लगन से पालन करने की आवश्यकता है। उनके अनुसार, विदेशों में, वैल्यू निवेश एक स्थापित और अच्छी तरह से खोजी गई अवधारणा है। भारतीयों के पास हर चीज में वैल्यू देखने के लिए एक स्वभाव है। हम मानते हैं कि वैल्यू निवेश हमारे जीवन में जल्द से जल्द अधिक से अधिक हो जाएगा। आईप्रू के सीआईओ एस नरेन ने कहा कि एक रणनीति के रूप में वैल्यू एक बाजार चक्र के सभी चरणों में काम नहीं कर सकता है। निवेशकों को यह याद रखने की जरूरत है कि वैल्यू निवेश एक धैर्यवान निवेशक के लिए लंबी अवधि में अच्छा प्रदर्शन करेगा। वैल्यू उन क्षेत्रों में निवेश करने पर केंद्रित होता है जो लंबे समय में क्षमता प्रदान करते हैं।
Mutual Fund SIP: इन 7 फंड ने 5 साल में दिया 30% तक रिटर्न, 500 रुपये से कर सकते हैं SIP
अगर आप शेयर बाजार में पैसा लगाना चाहते हैं. लेकिन शेयर बाजार के बारे में आपको पूरी जानकारी नहीं है तो फिर म्यूचुअल फंड के जरिये शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. नए निवेशकों के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड (SIP) बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. पिछले 5 वर्षों में तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद कई म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को 30 फीसदी तक सालाना रिटर्न दिया है.
दरअसल, SIP की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके जरिए इक्विटी म्यूचुअल फंड में एकमुश्त पैसे लगाने के बजाय हर महीने एक छोटी सी राशि निवेश की सुविधा मिल जाती है. आप म्यूचुअल फंड निवेश की समीक्षा भी कर सकते हैं, और उस आधार पर निवेश बढ़ाने या घटाने का फैसला ले सकते हैं. आज हम आपको पिछले 7 ऐसे म्यूचुअल फंड के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने शानदार रिटर्न दिया है.
Mirae Asset Emerging Bluechip Fund
रिटर्न (1 साल)- 60.53%
रिटर्न (3 साल)- 33.55%
रिटर्न (5 साल)- 23.94%
कम से कम SIP: 1000 रुपये
PGIM India Midcap Opportunities Fund
रिटर्न (1 साल)- 91%
रिटर्न (3 साल)- 48.47%
रिटर्न (5 साल)-29.05%
कम से कम SIP: 1000 रुपये
Quant Active Fund
रिटर्न (1 साल)- 90.46%
रिटर्न (3 साल)- 46.32%
रिटर्न (5 साल)- 30.42%
कम से कम SIP: 1000 रुपये
Kotak Small Cap Fund
रिटर्न (1 साल)- 110.99%
रिटर्न (3 साल)- 47.19%
रिटर्न (5 साल)- 27.42%
कम से कम SIP: 1000 रुपये
Axis Small Cap Fund
रिटर्न (1 साल)- 89%
रिटर्न (3 साल)- 41.74%
5 साल का SIP रिटर्न: 28%
कम से कम SIP: 1000 रुपये
SBI Small Cap Fund
रिटर्न (1 साल)- 79.62%
रिटर्न (3 साल)- 38%
रिटर्न (5 साल)- 25.1%
कम से कम SIP: 500 रुपये
HDFC Small Cap Fund
रिटर्न (1 साल)- 106.58%
रिटर्न (3 साल)- 35.89%
रिटर्न (5 साल)- 22.26%
कम से कम SIP: 500 रुपये
(नोट: किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें, बिना जानकारी निवेश से बचें.)
कमाई कम है ? SIP SIP में निवेश क्यों करें में करें निवेश, जानिए ऑनलाइन कैसे करें शुरू
जिनके पास ज्यादा पैसा नहीं है। वे हर महीने थोड़ी-थोड़ी बचत करते हैं। उनके लिए SIP में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद होगा। जानिए इसमें ऑनलाइन निवेश कैसे करें।
- मासिक वेतन पाने वालों एसआईपी में निवेश फायदेमंद है
- इसके जरिये म्यूचुअल फंड में पैसा लगाया जाता है
- निवेशक को 500 रुपए की राशि एसआईपी शुरू कर सकते हैं
व्यवस्थित निवेश योजना (Systematic Investment Plan), जिसे आमतौर पर SIP के तौर पर जाना जाता है। यह निवेशकों को म्यूचुअल फंड योजनाओं में नियमित रूप से एक निश्चित राशि को निवेश करने की अनुमति देता है। एसआईपी के तहत, निवेशकों द्वारा चुने गए म्यूचुअल फंड की ओर किसी एक बचत खाते से हर महीने एक निश्चित राशि काटी जाती है।
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट्स के अनुसार, एसआईपी के माध्यम से निवेश करना मासिक वेतन पाने वालों के लिए म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने का सबसे अच्छा तरीका है। यह उन लोगों के लिए बेहतरीन प्लान है, जिनके पास ज्यादा पैसा नहीं है। जो एक साथ ज्यादा निवेश नहीं करते हैं। विभिन्न योजनाएं हैं जो निवेशक को 500 रुपए की राशि के साथ एसआईपी शुरू करने की अनुमति देती हैं।
SIP ऑनलाइन कैसे शुरू करें?
- एसआईपी शुरू करने के लिए पैन कार्ड, SIP में निवेश क्यों करें एक एड्रेस प्रूफ, एक पासपोर्ट साइज फोटो और एक चेक बुक की जरुरत होती है।
- म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए नो योर कस्टमर (KYC) आवश्यकताओं का पालन करना अनिवार्य है।
- KYC पूरा होने के बाद आप फंड हाउस की वेबसाइट पर जा सकते हैं और अपनी पसंद का SIP चुन सकते हैं।
- नया अकाउंट रजिस्टर करने के लिए 'Register Now' लिंक पर क्लिक करें।
- फॉर्म जमा करने से पहले, आपको सभी पर्सनल डिटेल और कॉन्टैक्ट इनफॉर्मेशन भरना आवश्यक है।
- ऑनलाइन लेन-देन के लिए एक यूजरनेम और पासवर्ड चुनें।
- बैंक खाते की डिटेल प्रस्तुत किया जाना चाहिए जिससे SIP भुगतान काटा जाएगा।
- अपने यूजर नेम के साथ लॉग इन करने के बाद आप जिस स्कीम में निवेश करना चाहते हैं उसे चुनें।
- एक बार रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाने पर और फंड हाउस से कंफर्मेशन मिलने के बाद निवेश शुरू कर सकते हैं।
- SIP आमतौर पर 35-40 दिनों के अंतराल के बाद शुरू होते हैं।
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