एक डिस्काउंट ब्रोकर आपको कम शुल्क में सभी आवश्यक ट्रेडिंग टूल क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं प्रदान करेगा, एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज फर्म आपको उच्च शुल्क में निवेश सलाह प्रदान करेगी. इस प्रकार आपकी आवश्यकताओं के आधार पर, आप यह तय कर सकते हैं कि आप डिस्काउंट ब्रोकर या फुल-सर्विस ब्रोकर के साथ जाना चाहते हैं. असल में, डी-आई-वाई ट्रेडर बनने के लिए इंटरनेट पर कई संसाधन उपलब्ध हैं जिनके माध्यम से आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजारों के बारे में सीख सकते हैं. आप डिस्काउंट ब्रोकरेज चुन सकते हैं. यदि आपके पास अपने दम पर ट्रेड करने का ज्ञान है, यदि आप निवेश करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास बाज़ार का समय या समझ नहीं है, तो एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज अकाउंट एक बेहतर विकल्प हो सकता क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं है.

Intraday Trading Tricks & Tips in Hindi 2021

इंट्राडे और डिलिवरी के बीच अंतर

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निवेश के किसी भी छात्र के लिए , सबसे बड़ी बाधा कई वर्ग-बोली को समझना है जो क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं एक स्टॉकब्रोकर लापरवाही से आपको गिरा देगा। यदि आप एक ही स्थिति में हैं , तो आप सही जगह पर आए हैं। निवेश के निर्णयों में आपकी मदद करने के अलावा , हम आपको एक अनुभवी निवेशक के रूप में बढ़ने में मदद करने के लिए अलग-अलग स्टॉक मार्किट की शर्तों के बारे में भी शिक्षित करते हैं।

यदि आपने हाल ही में स्टॉक मार्किट में कदम रखा है , तो आप पहले से ही इस सवाल पर आ गए होंगे कि क्या आप इंट्राडे ट्रेडिंग पसंद करते हैं या स्टॉक्स की डिलीवरी चाहते हैं। यह आर्टिकल आपको इंट्राडे बनाम डिलीवरी ट्रेडिंग के विषय को समझने में मदद करेगा और उनके बीच क्या अंतर होते क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं हैं।

सही निवेश विकल्प बनाने के लिए एक नए निवेशक के लिए इंट्रा डे और डिलीवरी के बीच अंतर को समझना जरूरी होता है।

क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं

Written by Web Desk Team | Published :November 17, 2022 , 12:39 pm IST

महंगाई का मुकाबला करने के लिए, शेयर बाजारों और अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश और ट्रेडिंग पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. यदि आप अपनी गाढ़ी कमाई को केवल फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे ट्रेडिशनल फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट (traditional financial instrument) में सेव करते हैं, तो आप अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा करने से पीछे रह सकते क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं हैं.

एक बिगिनर के रूप में आपको शेयर बाजार चुनौतीपूर्ण लग सकता है, हालांकि हम आपको आश्वस्त करते हैं कि ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान है. ऑनलाइन ट्रेडिंग के आने से पहले, जो व्यक्ति बॉन्ड, शेयर, या अन्य सिक्योरिटीज जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को खरीदना या बेचना चाहते थे, उन्हें अपनी ब्रोकरेज फर्मों से संपर्क करना पड़ता था और उन्हें उनकी ओर से लेनदेन की व्यवस्था करने के लिए कहना पड़ता था. इसके बाद, प्राइस चेक करने, कॉन्ट्रैक्ट वेरीफाई करने और अंत में ट्रेड की पुष्टि करने की एक लंबी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता था. हमें उस फीस को नहीं भूलना चाहिए जो ये ट्रेडिशनल ब्रोकर सर्विस के लिए मांगते थे. फिर आया डिस्काउंट ब्रोकर्स या ऑनलाइन ब्रोकर्स का युग, जिसने खेल को पूरी तरह से बदल दिया. इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग जो पहले कुछ चुनिंदा लोगों के लिए विशेष रूप से उपलब्ध थी अब बहुत बड़ी संख्या में आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है.

अपना खुद का ऑनलाइन ट्रेडिंग व्यवसाय शुरू करना, जानिए ?

एक दशक पहले, स्टॉक ट्रेडिंग शुरू करने का एकमात्र तरीका ब्रोकर का उपयोग करना था। इसके लिए बहुत अधिक धन की आवश्यकता थी, और इसका अर्थ बहुत अधिक नियंत्रण छोड़ना भी था। लेकिन अब, इंटरनेट के लिए धन्यवाद, ब्रोकर का उपयोग किए बिना स्टॉक का व्यापार करने के तरीके हैं। आप इसे माउस के कुछ ही क्लिक के साथ स्वयं कर सकते हैं। लेकिन इससे पहले कि आप क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं स्टॉक ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करें, आपको कुछ चीजें जाननी चाहिए।

ऑनलाइन ट्रेडिंग एक ब्रोकरेज फर्म के इंटरनेट-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से वित्तीय प्रतिभूतियों - जैसे स्टॉक, बॉन्ड और विकल्प - को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग शेयर बाजार में निवेश करने का एक सुविधाजनक तरीका है क्योंकि यह आपको किसी भी समय कहीं से भी व्यापार करने की अनुमति देता है।

क्या आप शेयर ट्रेडिंग के बारे में ये बातें जानते हैं?

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आपको यह ध्यान में रखना होगा कि शेयरों में निवेश से काफी जोखिम जुड़ा होता है. अगर आप खुद कंपनियों के नतीजे समझने, उसके शेयरों का मूल्यांकन करने और बाजार की चाल समझ सकते सकते हैं तभी आपको शेयरों में सीधे निवेश करना चाहिए.

किसी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले उसके कारोबार, शेयरों की सही कीमत (मूल्यांकन) और उसके कारोबार की संभावनाओं को जानना जरूरी है. शेयर बाजार में शेयरों के भाव स्थिर नहीं रहते. आम तौर पर जब शेयर का भाव कम होता है या बाजार में कमजोरी पर शेयर खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है.

आपने जो शेयर खरीदा है, जब उसका दाम बढ़ जाए तो उसे आप बेच सकते हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग की शुरुआत बहुत कम रकम से की जा सकती है.

Intraday Trading kaise kare in Hindi

दोस्तों, बात शेअर मार्केट की हो और Intraday कि चर्चा ना हो ऐसा हो सकता है क्या? इंट्राडे ट्रेडिंग दिखने में जितनी आसान दिखती है उतनी ही पेचीदा होती हैं.Intraday Trading Kaise kare इसीलिए आपके पैसे को सेफ रखने के लिये और उसे बढ़ाने के लिये हम आपके लिये Intraday Trading के नुस्खे बतायेंगे जिसे अगर आप समझते हैं तो बड़े आसानी से और विचारपुर्वक आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हों.
इंट्राडे ट्रेडिंग वहीं कर सकता है जो शेअर मार्कट का गणित समजता हैैं.आपने अभी अभी शेअर मार्केट पे आई सोनी कि वेबसेरिज देखी ही होगी जिसका नाम था स्कैम 1992 जो की भारत के सबसे बढे स्कैंम हर्षित मेहता पर बनी थी इसमें एक डायलॉग है जो कि देखा जाये तो इसमें बहुत सच्चाई हैं वह डाॅयलाॅग यह था कि शेअर मार्केट इतना बढ़ कुआं है कि हर एक कि प्यास बुझा सकता हैं, हालाकी यह सच भी लेकिन बिना नाॅलेज के यह आपको डुबा भी सकती हैं.

इंट्रा-डे ट्रेडिंग क्या होती हैं?

अगर हम किसी Stock को आज के दिन ही खरिदते है और आज के दिन हि बेचते हैं तो इस इंट्रा-डे कहते हैं.
अगर आपने उसे बेचा नहीं तो भी ऑटोमैटिक वह स्केअर अप यानी एक्सिट हो जाता हैं जैसे ही ट्रेंडिंग का समय खत्म होता हैं.
इंट्रा-डे में आपको कम पैसों में ज्यादा शेअर खरिदने मिलते हैं यानी ज्यादा नफा और इसका उल्टा ज्यादा रिस्क भी, कुछ भी हो जाये आपको नुकसान हो या फायदा वह दिन के आखिर में पता लग ही जायेंगा.

अगर आप इंट्राडे करते हैं तो हम कुछ टिप्स और क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं ट्रिक्स आपको बताने जा रहे हैं.

इंट्रा-डे ट्रेडिंग करने के 7 टिप्स और ट्रिक्स:

1. ओवर ट्रेडिंग से दुर रहें

यह सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक बात है अगर आप नये नये स्टाॅक मार्केट में आहे हो तो क्योंकि ज्यादातर लोग इसी कारण नुकसान में रहते हैं.
ओवर ट्रेडिंग मतलब जादा ट्रेंड लेना और अपने रिस्क को बढाना.
जब हम इंट्रा-डे करना चाहते हैं तो पहले ही यह फिक्स करले कि आप कितने ट्रेंड ज्यादा से ज्यादा लेंगे इससे होगा ये कि आपका कॅपिटल बच जायेगा और आप अगले दिन ट्रेंड ले पायेंगे.
ज्यादातर लोग अगर थोड़े लाॅस में जाते हैं तो उसको रिकव्हर करने के लिये क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं बादमें फिर बिना सोचे समझे ट्रेंड में घुस जाते हैं और ज्यादा क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं नुकसान कर बैठते हैं.
एक बाद हमेशा याद रखिये जिस दिन मार्केट आपके ऍनालायसिस में मेल खायेगा तब आपको प्रोफिट होना तय है लेकिन जबरदस्ती ट्रेंड ना लें इससे गलती होने कि जादा चान्सेस हो जाते हैं.

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