हेजिंग क्या है | Hedging Meaning In Stock Market In Hindi
आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे की हेजिंग क्या है (Hedging Meaning In Stock Market In Hindi) और हेजिंग कैसे करे ,हेजिंग करने के क्या फायदे है और निवेशक हेजिंग का सहारा क्यों लेते है इन सभी सवालो के जवाब इस आर्टिकल में है अगर आपको समझना है की हेजिंग क्या है तो इस आर्टिकल को पूरा पड़े |
Table of Contents
हेजिंग क्या है (what is Hedging in Hindi) :
हेजिंग एक अंग्रेजी सब्द है जिसका अर्थ मेढ होता है मेढ़ खेती से जुड़ा हुआ एक शब्द है जब हम खेती करते है तब हमें मेढ़ की आवश्यकता होती है जिसका हमें निर्माण करना होता है ताकि फसलो को प्रयाप्त रूप में पानी मिल सके सीधे भाषा में कहे तो पानी के रुकावट के लिए मेढ़ का उपयोग किया जाता है हलाकि खेती और शेयर बाज़ार में काफी अंतर होता है लेकिन हम जानते है शेयर बाज़ार में नुकशान सबसे बड़ा कारण होता है तो उसी नुकशान से बचने के लिए हेजिंग तकनिकी अपनाई जाती है हेजिंग किसी कमोडिटी की कीमतों में होने वाले उतार चड़ाव के नुकशान से बचने का तरीका है जिसे हम हेजिंग कहते है
उधारण : हम इसे उधारण से समझते है मानलो वर्तमान समय में L&T का प्राइस 1500 के आसपास चल रहा है अगर आप L&T का फ्यूचर खरीदना चाहते है यानी आपको लगता है की L&T का स्टॉक इस महीने ऊपर जायेगा अगर L&T बड गया तो आपको मुनाफा हो जायेगा अगर निचे आया तो आपको थोडा या भारी नुकशान उठाना पड़ सकता है अगर L&T के फ्यूचर के साथ 1200 या 1500 का put खरीद लेते है तो आपकी पोजीशन अगर हेज L&T बड गया तो आपको प्रॉफिट होगा और put में आपका थोडा नुकशान होगा लेकिन ओवरआल देखा जाये तो आप प्रॉफिट में ही रहोगे |
Hedging Meaning In Stock Market In Hindi :
Hedging को स्पष्ट तरीके से समझने के लिए हम आपको एक उधाहरण देते है मानलो कोई कंपनी कपडे का व्यापर करती है यदि कपड़ो की कीमतों में वृधि होती है टी कंपनी को अपने मुनाफे को खोने की अधिक चिंता रहती है कपड़ो की कीमतों की अनिश्चितता से खुद को बचाने के लिए यह एक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट है जो इसे फ्यूचर में एक पूर्व निर्धारित मूल्य एवं तारीख पर कपडे खरीदने में सक्षम रहेगा इस तरह कंपनी कमोडिटी की कीमतों में उतार चड़ाव से खुद को बचाएगी, आपके इन्वेस्टमेंट को बाज़ार के तेजी मंदी से होने वाले नुकशान से बचना है तो आपको हेजिंग करना बहुत जरुरी है |
निवेशक हेजिंग का सहारा क्यों लेते है :
दोस्तों कमोडिटी हो या शेयर बाज़ार सिक्योरिटी या कमोडिटी से return की गारंटी नहीं होती है इसकी वजह यह है की किसी को पता नहीं होता की भविष्य में किसी सिक्योरिटी या कमोडिटी की कीमत बढेगी या घटेगी इससे उन लोगो का जोखिम बड जाता है जो किसी कमोडिटी का इस्तेमाल करते है उधाहरण के लिए चिप्स बनाने के लिए आलू का इस्तेमाल करने वाला उधमी, इसलिए निवेशक या कारोबारी जोखिम कम करने के लिए हेजिंग का सहारा लेते है जिससे हेजिंग से नुकशान की सम्भावनाये कम हो जाती है |
Hedging कैसे की जाती है :
हेजिंग कैसे करे और किन किन बातो को ध्यान में रखना होता है ताकि आप हेजिंग सही तरीके से कर सकते है हम आपको एक YouTube विडियो प्रोवाइड कर रहे है इसे देखकर प्रक्टिकल रूप में सिख सकते है जिनके चैनल का नाम है paisa to banega तो इसे जरुर देखे
क्या होता है हेजिंग? वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं
आर्थिक खबरों में आप अक्सर एक शब्द पढ़ते होंगे - 'हेजिंग'। 'हेजिंग' का मतलब क्या है?
नई दिल्ली (हरिकिशन शर्मा)। आर्थिक खबरों में आप अक्सर एक शब्द पढ़ते होंगे - 'क्या हेजिंग है? हेजिंग'। 'हेजिंग' का मतलब क्या है? निवेशक और कारोबारी अपना जोखिम कम करने के लिए किस तरह इसका इस्तेमाल करते हैं? 'जागरण पाठशाला' के इस अंक में हम यही समझने का प्रयास करेंगे।
जागरण पाठशाला-बीमा की तरह होती है 'हेजिंग'
निवेश हो या कोई व्यवसाय, वह जोखिम भरा होता है। इसलिए निवेशक और कारोबारी अपना जोखिम कम करने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। ऐसा ही एक प्रचलित तरीका 'हेजिंग' है। असल में जब कोई क्रेता, विक्रेता या निवेशक अपने कारोबार या परिसंपत्ति (असेट) को संभावित मूल्य परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव से बचाने के उपाय करता है तो उसे 'हेजिंग' कहते हैं।
आइये हम इसे एक उदाहरण के जरिए समझते हैं। मान लीजिए आपके शहर में एक फ्लोर मिल यानी आटा-चक्की है। उस फ्लोर मिल को दो माह बाद एक निश्चित भाव पर आटे की एक निश्चित मात्रा सप्लाई करने का ठेका प्राप्त हुआ है। उस मिल के मालिक को यह नहीं मालूम कि आने वाले दो महीने में गेहूं सस्ता होगा या महंगा। अगर गेहूं के दाम बढ़ेंगे तो फ्लोर मिल को घाटा हो जाएगा। इसलिए फ्लोर मिल जोखिम कम करने के लिए जरूरत भर का गेहूं अभी से खरीदकर अपने गोदाम में रख लेता है या वायदा कारोबार का सहारा लेते हुए दो माह बाद गेहूं की आपूर्ति का कान्ट्रेक्ट किसी व्यापारी से कर लेता है। इस तरह वह संभावित मूल्यवृद्धि से 'हेजिंग' कर लेता है। हालांकि ऐसा भी हो सकता है कि दो माह बाद गेहूं महंगा होने के बजाय उल्टे सस्ता ही हो जाए। अगर ऐसा हुआ तो उस मिल को थोड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए कहा भी जाता है कि व्यवहार में पूर्णत: 'हेजिंग' संभव नहीं है।
वास्तव में 'हेजिंग' एक तरह से बीमा पॉलिसी की तरह होती है। अगर आप का घर ऐसी जगह पर है जहां बाढ़ आने का खतरा हो तो आप उसका बीमा करा कर बाढ़ से नुकसान की स्थिति में अपना सुरक्षा कवच तैयार कर लेते हैं यानी संभावित जोखिम को टालने के लिए 'हेजिंग' कर लेते हैं।
ऐसा नहीं है कि 'हेजिंग' बिल्कुल मुफ्त हो। आपको जोखिम टालने के लिए हेज करने पर भी राशि खर्च करनी पड़ती है। मसलन, आप बाढ़ से संभावित नुकसान की भरपाई के लिए जो बीमा कवर लेना चाहते हैं, उसके लिए आपको प्रीमियम भरना पड़ेगा। मान लीजिए कि पूरे साल अगर बाढ़ नहीं आती है तो आपका प्रीमियम तो ऐसे ही चला जाएगा। हालांकि इस तथ्य के बावजूद भी लोग बीमा कवर लेना पसंद करते हैं क्योंकि वे जोखिम उठाना नहीं चाहते।
जब किसी निवेश या परिसंपत्ति के लिए 'हेजिंग' नहीं की जाती है तो उसे 'एक्सपोजर' कहते हैं। इसका मतलब यह है कि उस निवेश पर जोखिम की आशंका है।
जो भारतीय कारोबार आयात-निर्यात के व्यवसाय में हैं वे फ्यूचर्स और ऑप्संश जैसे 'हेजिंग प्रोडक्ट' का इस्तेमाल कर इंटरनेशनल कमोडिटी एक्सचेंज में खुद को जोखिम से सुरक्षित कर सकते हैं। चूंकि इस तरह के सौदों में विदेशी मुद्रा का लेन-देन होता है इसलिए भारतीय रिजर्व बैंक इस संबंध में नियम बनाता है और यह तय करता है कि किन-किन वस्तुओं के लिए हेजिंग की अनुमति है और किसके लिए नहीं
उदाहरण के लिए तेल कंपनियां कच्चे तेल का आयात करने और रिफाइन किए हुए पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात करते समय हेजिंग का इस्तेमाल करती हैं। इसी तरह एयरलाइनें भी एविएशन टरबाइन फ्यूल यानी एटीएफ के भाव में उतार-चढ़ाव के चलते होने वाले नुकसान से बचने के लिए 'हेजिंग' का सहारा लेती हैं।
Hedging- हेजिंग
हेजिंग
What is Hedging: हेज वह निवेश है, जो किसी एसेट में प्रतिकूल प्राइस मूवमेंट्स के जोखिम को कम करने के इरादे से किया जाता है। आमतौर पर हेज में संबंधित सिक्योरिटी में ऑफसेटिंग पोजिशन लेना शामिल होता है। हेजिंग एक रणनीति है, जो वित्तीय एसेट्स में जोखिम सीमित करने के लिए अपनाई जाती है। पॉपुलर हेजिंग तकनीकों में डेरिवेटिव्स में ऑफसेटिंग पोजिशन लेना शामिल है।
हेजेस के दूसरे प्रकारों को डायवर्सिफिकेशन जैसे दूसरे माध्यमों के जरिए किया जा सकता है। इसका एक उदाहरण साइक्लीकल और काउंटर साइक्लीकल स्टॉक्स में निवेश हो सकता है। हेजिंग एक प्राकर से बीमा पॉलिसी लेने के जैसी है। अगर आप किसी ऐसे क्षेत्र में घर लेते हैं, जहां बाढ़ आने का खतरा रहता है तो आप घर के सामान को बाढ़ के जोखिम से बचाने चाहेंगे यानी हेज करना चाहेंगे। इसके लिए आप फ्लड इंश्योरेंस लेंगे। इस उदाहरण में आप बाढ़ नहीं रोक सकते लेकिन आप वक्त रहते बाढ़ से नुकसान को कम करने का इंतजाम कर रहे हैं।
संभावित मुनाफे पर क्या क्या हेजिंग है? असर
हेजिंग संभावित जोखिम को तो कम करती ही है, लेकिन साथ ही संभावित मुनाफे को भी धीरे-धीरे खत्म कर देती है। निवेशक और मनी मैनेजर्स जोखिम को कम करने के लिए हेजिंग करते हैं। निवेश की दुनिया में सही तरीके से हेज करने के लिए निवेशक को बाजार में प्रतिकूल प्राइस मूवमेंट्स के जोखिम की भरपाई के लिए रणनीतिक रूप से विभिन्न इंस्ट्रूमेंट्स का इस्तेमाल करना चाहिए। एक परफेक्ट हेज वह है जो किसी पोजिशन या पोर्टफोलियो में सभी जोखिमों को दूर करे। दूसरे शब्दों में हेज, असुरक्षित एसेट से 100 फीसदी विपरीत तरीके से जुड़ा है।
हेजिंग कैसे काम करती है?
निवेश की दुनिया में हेजिंग का सबसे ज्यादा आम तरीका डेरिवेटिव्स के जरिए हेजिंग है। डेरिवेटिव्स वे सिक्योरिटीज हैं, जो एक या एक से ज्यादा अंडरलाइंग एसेट्स के साथ सामंजस्य में चलती हैं। अंडरलाइंग एसेट्स स्टॉक्स, बॉन्ड्स, कमोडिटीज, करेंसीज, इंडीसेज या ब्याज दरें हो सकते हैं। डेरिवेटिव्स, अपने अंडरलाइंग एसेट्स के प्रति प्रभावी हेज हो सकते हैं।
क्या है हेजिंग, कैसे होती है गोल्ड हेजिंग?
कमोडिटी बाजार हो या शेयर बाजार या कमोडिटी से रिटर्न की गारंटी नहीं होती है.
आपने कई बार 'हेजिंग' शब्द सुना होगा. क्या आप इसका मतलब जानते हैं. क्या आप जानते हैं कहां इसका इस्तेमाल होता है? आइए इन सवालों के जवाब जानते हैं.
बाजार में आज का सोने का भाव
हेजिंग क्या है?
हेजिंग किसी कमोडिटी की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव से नुकसान से बचने का तरीका है. कमोडिटी बाजार हो या शेयर बाजार, सिक्योरिटी या कमोडिटी से रिटर्न की गारंटी नहीं होती है. इसकी वजह यह है कि किसी को पता नहीं होता कि भविष्य में किसी सिक्योरिटी या कमोडिटी की कीमत चढ़ेगी या गिरेगी. इससे उन लोगों का जोखिम बढ़ जाता है, जो किसी कमोडिटी का इस्तेमाल करते हैं. उदाहरण के लिए चिप्स बनाने के लिए आलू का इस्तेमाल करने वाला उद्यमी. इसलिए निवेशक या कारोबारी जोखिम कम करने के लिए 'हेजिंग' का सहारा लेते हैं. हेजिंग से नुकसान की संभावना काफी कम हो जाती है.
गोल्ड हेजिंग कैसे होती है?
मान लीजिये कि आप ज्वेलर हैं. आपके पास किसी ग्राहक की तरफ से ज्वेलरी का ऑर्डर आता है. इसे आपको मई के अंत तक पूरा करना है. आप ऑर्डर को पूरा करने के लिए आपको बैंक या बुलियन डीलर से गोल्ड बॉर खरीदते हैं. आभूषण बनाने के बाद मई के अंत तक इसे ग्राहको को बेच देते हैं.
लेकिन मान लीजिए कि मई के अंत तक सोने की कीमतें मौजूदा स्तर से गिर जाती हैं. यदि आप आज सोना खरीदते हैं तो आपको नुकसान उठाना पड़ता है. यदि आप आज सोना खरीदते हैं तो आपको नुकसान उठाना पड़ेगा. ऐसी स्थिति से नुकसान से बचने के लिए जिस समय आप हाजिर बाजार से सोना खरीदते हैं, उसी समय आप कमोडिटी डेरिवेटिव्स एक्सचेंज पर उतनी ही लॉट (मात्रा) में सोना बेच दें.
मान लीजिए कि आज सोने का दाम 30,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है. आप एक किलो सोना 30 लाख रुपये में खरीदते हैं और साथ ही क्या हेजिंग है? इतनी ही कीमत का फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट बेच देते हैं. अब मान लें कि मई अंत तक सोना 29,000 रुपये प्रति दस ग्राम तक गिर जाता है. अगर आपने खुद को हेज नहीं किया होता तो आपको 1000 रुपये प्रति दस ग्राम का नुकसान उठाना पड़ता. इसके अलावा ज्वेलरी का दाम भी कम हो गया होता.
यदि आपने हेज किया है, तो हाजिर बाजार में हुए 1,000 रुपये के नुकसान की भरपाई वायदा बाजार (जहां आपने बेचा था) से हो जाएगी. जब आप एक किलो वजना का आभूषण बेचते हैं, तो आप उतना ही सोना खरीदेंगे, जितना आपने फ्यूचर्स मार्केट में बेचा है. इस तरह अगर बाद में सोने की कीमतों में गिरावट आती है तो भी आपको नुकसान नहीं होगा.
कंपनियां सोने की हेजिंग कहां करती हैं?
बैंकों के प्रभुत्व वाले बाजार पर या एमसीएक्स जैसे कमोडिटी एक्सचेंजों पर सोने की हेजिंग होती है. अभी हाल ही में, BSE और NSE ने क्या हेजिंग है? गोल्ड डेरिवेटिव लान्च किया है. बाजार से जुड़े सभी पक्षों का मानना है कि आने वाले दिनों में इन एक्सचेंजों की भागीदारी बढ़ेगी.
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गामा हेजिंग
गामा हेजिंग उस रणनीति को संदर्भित करता है जो अचानक और आक्रामक आंदोलनों के साथ बनाए गए जोखिम को खत्म करने में मदद करता हैआधारभूत सुरक्षा। में अचानक बदलावबुनियादी संपत्ति समाप्ति तिथि से कुछ दिन पहले काफी सामान्य हैं। आमतौर पर, अंतर्निहित स्टॉक अंतिम तिथि पर आक्रामक आंदोलनों से गुजरते हैं। ये बदलाव विकल्प खरीदार के पक्ष में या उनके खिलाफ हो सकते हैं।
गामा हेजिंग प्रक्रिया महत्वपूर्ण और परिष्कृत जोखिम प्रबंधन योजनाओं में से एक होती है जिसे आपातकालीन स्थितियों में विकल्प खरीदारों की मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। मूल रूप से, तकनीक का लक्ष्य हैहैंडल तेजी से मूल्य आंदोलन जो समाप्ति के दिन संभव हैं। वास्तव में, यह कुछ चरम और बड़ी चालों को सहजता से संबोधित कर सकता है। अक्सर डेल्टा हेजिंग के विकल्प के रूप में देखा जाता है, गामा हेजिंग विकल्प खरीदारों के लिए रक्षात्मक रेखा के रूप में कार्य करता है।
गामा हेजिंग - यह कैसे काम करता है?
गामा हेजिंग निवेशकों को उनके मौजूदा निवेश पोर्टफोलियो में कुछ छोटे विकल्प पदों को जोड़कर उनके विकल्प निवेश के जोखिम को बेअसर करने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, निवेशक अपने पोर्टफोलियो में नए अनुबंध जोड़ सकते हैं, अगर उन्हें अगले 24 से 48 घंटों में अंतर्निहित स्टॉक में अचानक और चरम आंदोलन का संदेह होता है। सुनिश्चित करें कि गामा हेजिंग एक परिष्कृत प्रक्रिया है, जिसका अर्थ है कि इसकी गणना थोड़ी मुश्किल हो क्या हेजिंग है? सकती है।
गामा एक मानक चर को संदर्भित करता है जिसे अक्सर मूल्य निर्धारण विकल्पों के लिए उपयोग किया जाता है। इस परिष्कृत फॉर्मूले में दो मुख्य चर शामिल हैं, जो व्यापारियों को अंतर्निहित शेयरों के मूल्य आंदोलनों को निर्धारित करने की अनुमति देने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। मूल रूप से, ये दो चर लाभ में तेजी लाने और नुकसान को कम करने के लिए जिम्मेदार हैं।
परिवर्तनीय डेल्टा खरीदारों को अंतर्निहित परिसंपत्तियों में मामूली आंदोलनों के कारण एक विकल्प की कीमत में बदलाव को जानने में मदद करता है। मूल रूप से, इसकी गणना पर की जाती हैआधार कीमत में $1 के बदलाव का। दूसरी ओर, गामा का उपयोग उस दर का पता लगाने के लिए किया जाता है जिस पर एक अंतर्निहित परिसंपत्ति की कीमत में उतार-चढ़ाव के आधार पर आपके विकल्प का डेल्टा बदलता है। कई निवेशक और विकल्प व्यापारियों का मानना है कि गामा अंतर्निहित शेयरों के संबंध में विकल्प के डेल्टा परिवर्तनों का परिणाम होता है। जैसे ही आप इन दो चर को मुख्य डेल्टा में जोड़ते हैं, आपको अंतर्निहित परिसंपत्ति के संभावित मूल्य आंदोलनों का पता चल जाएगा।
कोईइन्वेस्टर जो डेल्टा-हेज्ड राज्य को प्राप्त करने का प्रयास करता है, वह ऐसे ट्रेड करेगा जिनमें बड़े उतार-चढ़ाव और आक्रामक परिवर्तनों की संभावना बहुत कम है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डेल्टा हेजिंग तकनीक भी विकल्प खरीदारों को सर्वोत्तम या 100% सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकती है। कारण बहुत आसान है। अंतिम समाप्ति दिवस से पहले केवल कुछ ही समय बचा है। इसका मतलब है कि परिसंपत्ति या अंतर्निहित शेयरों में कीमत में कुछ मामूली बदलाव भी विकल्प में अत्यधिक उतार-चढ़ाव का परिणाम हो सकते हैं। कहा जा रहा है, ऐसी स्थितियों में डेल्टा-हेजिंग पर्याप्त नहीं हो सकती है।
यही वह समय है जब निवेशक को सुरक्षा में महत्वपूर्ण परिवर्तनों से बचाने के लिए डेल्टा हेजिंग के संयोजन के साथ गामा हेजिंग का उपयोग किया जाता है।
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