इसीलिए , निवेश या शेयर मार्केट के बारे में जो लोग जानकारी रखते है , उन्हें पता है की ये “शेयर मार्केट” और “बिज़नस “ दोनों एक जैसा है ,

NDTV का शेयर एक साल में 393% उछला, आपको इसे खरीदना, बेचना या अपने पास बनाए रखना चाहिए?

NDTV के शेयरों में 24 अगस्त (बुधवार) को 5 फीसदी उछाल के बाद अपर सर्किट लग गया। अडानी समूह (Adani Group) की मीडिया कंपनी के एनडीटीवी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के ऐलान के बाद शेयरों में यह तेजी आई

NDTV Share Prices: NDTV के शेयरों में 24 अगस्त (बुधवार) को 5 फीसदी उछाल के बाद अपर सर्किट लग गया। अडानी समूह (Adani Group) की मीडिया कंपनी के एनडीटीवी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के ऐलान के बाद शेयरों में यह तेजी आई। अडानी समूह ने एनडीटीवी में ओपन ऑफर के जरिए और 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का भी ऐलान किया है।

पिछले एक साल से ज्यादा समय से इस डील की चर्चा की वजह से एनडीटीवी के शेयरों में तेजी का रुख था। पिछले एक साल में यह शेयर 393 फीसदी चढ़ चुका है। सवाल यह है कि क्या आपको यह शेयर खरीदना चाहिए, बेच देना चाहिए या इसमें निवेश बनाए रखना चाहिए?

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धड़ाम हुए इन शेयरों में कौन कर रहा है खरीदारी?

एलारा सिक्योरिटीज के एवीपी-रिसर्च एनालिस्ट करण तौरानी ने CNBC TV-18 से कहा कि अडानी ग्रुप और एनडीटीवी की यह डील महंगी लगती है। यह सौदा बिक्री के 3.5 गुना पर हो रहा है। दूसरी वजह यह है कि लोगों की दिलचस्पी न्यूज की जगह ओटीटी में बढ़ रही है।

हालांकि, ज्यादातर एनालिस्ट्स एनडीटीवी की कीमतों के बारे में अनुमान लगाने से बच रहे हैं। इसकी दो वजहे हैं। पहला, बहुत कम एनालिस्ट्स एनडीटीवी के शेयरों को कवर करते हैं। दूसरा, अडानी समूह के शेयरों की चाल अप्रत्याशित रहती है। इसलिए इनके बारे में अंदाजा लगाना मुश्किल होता है।

मुंबई की एक ब्रोकरेज फर्म के रिसर्च हेड ने कहा कि एनडीटीवी के शेयरों में गिरावट दिख सकती है। इसकी वजह यह है कि पिछले एक साल में इस शेयर की कीमतों में जबर्दस्त उछाल आया है। इसलिए छोटी अवधि के निवेशकों को इस शेयर को बेच देना चाहिए।

उन्होंने कहा, "लंबी अवधि के इनवेस्टर्स को यह समझना चाहिए कि अडानी ग्रुप मीडिया इंडस्ट्री में एंट्री कर रहा है। एनडीटीवी के अलावा इस ग्रुप ने ब्लूमबर्गक्विंट की पब्लिशर कंपनी में 49 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है। इससे दोनों के बीच कुछ सिनर्जी हो सकती है। इसलिए जो निवेशक थोड़ा रिस्क ले सकते हैं, वे इस शेयर को अपने पास बनाए रख सकते हैं।" तौरानी का भी मानना है कि एनडीटीवी के शेयरों में गिरावट दिख सकती है, क्योंकि इसकी मौजूदा वैल्यूएशन बहुत ज्यादा है।

एक दूसरा सवाल भी इनवेस्टर के मन में है। वे जानना चाहते हैं कि अडानी समूह ने ओपन ऑफर में एनडीटीवी के शेयरों के लिए प्रति शेयर 294 रुपये की कीमत तय की है। यह शुक्रवार को 366 रुपये के क्लोजिंग प्राइस के मुकाबले 20 फीसदी कम है। ज्यादातर इनवेस्टर्स का मानना है कि इस वजह से ज्यादातर रिटेल इनवेस्टर्स ओपन ऑफर में अपने शेयर बेचना नहीं चाहेंगे।

ऊपर जानकारी देने वाले एनालिस्ट ने कहा कि अडानी ग्रुप को ओपन ऑफर में शेयर की कीमतें ज्यादा रखना चाहिए था। इससे यह ओपन ऑफर अट्रैक्टिव हो जाता। उन्होंने ओपन ऑफर के सफल रहने को लेकर भी आशंका जताई। खासकर तब जब इसके फाउंडर प्रणव रॉय और राधिका रॉय ने इसका विरोध किया है।

प्रणव रॉय और राधिका रॉय की एनडीटीवी में 32.26 फीसदी हिस्सेदारी है। अडानी ग्रुप ने एनडीटीवी में हिस्सेदारी रखने वाले एक दूसरी कंपनी आरआरपीआर के इनडायरेक्टली 29.18 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है। इसका मतलब है कि अडानी ग्रुप को 38.55 फीसदी पब्लिक शेयरहोल्डर्स से 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदनी होगी।

एक दूसरी ब्रोकिंग कंपनी के रिसर्च हेड ने कहा कि ओपन ऑफर में शेयर की कीमतें कम रखने का मतलब यह हो सकता है कि अडानी ग्रुप ने पहले ही दूसरे इनवेस्टर्स से इसके लिए डील कर ली होगी। इसलिए उसे ओपन ऑफर सफल रहने का भरोसा होगा।

एनडीटीवी के दूसरे बड़े निवेशकों में LTS Investment Fund Limited और Vikasa India EIF I Fund शामिल हैं। एलटीसी इनवेस्टमेंट की हिस्सेदारी 9.75 फीसदी है, जबकि विकासा इंडिया की हिस्सेदारी 4.42 फीसदी है। दोनों की मिलाकर एनडीटीवी में हिस्सेदारी 14.7 फीसदी है।

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Tags: # stock markets

First Published: Aug 24, 2022 12:04 PM

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अगर आप भी करते हैं स्‍टॉक मार्केट में निवेश, तो आप पर कितना लगता है टैक्‍स

होममेकर्स, रिटायर्ड लोग अपनी जमा पूंजी को शेयरों में निवेश करते हैं, लेकिन उन्‍हें इस बात की जानकारी नहीं होती है कि शेयरों से होने वाली कमाई इनकम टैक्‍स के दायरे में आती है या नहीं। वास्‍तव में शेयरों को बेचने और खरीदने पर होने वाले फायदे और हानि आधार पर टैक्‍स लगाया जाता है।

अगर आप भी करते हैं स्‍टॉक मार्केट में निवेश, तो आप पर कितना लगता है टैक्‍स

आयकर विभाग को आईटीआर लेट भरने पर ब्‍याज का भुगतान करना होता है। (Indian Express Archive)

इस बात की जानकारी सभी को होती है कि सैलरी, रेंटल इनकम और बिजनेस होने वाली आय टैक्‍सेबल होती है, जिसके लिए आय के हिसाब से स्‍लैब भी दिए गए हैं। जिस आय की स्‍लैब में जो आता है, उसे उतना टैक्‍स देना होता है। वहीं दूसरी ओर बात शेयरों से होने वाली कमाई की बात करें तो सवाल उठता है कि वो भी क्‍या टैक्‍सेबल है। होममेकर्स, रिटायर्ड लोग अपनी जमा पूंजी को शेयरों में निवेश करते हैं, लेकिन उन्‍हें इस बात की जानकारी नहीं होती है कि शेयरों से होने वाली कमाई इनकम टैक्‍स के दायरे में आती है या नहीं। वास्‍तव में शेयरों को बेचने और खरीदने पर होने वाले फायदे और हानि आधार पर टैक्‍स लगाया जाता है। आइए आपको भी बताते हैं कि शेयरों से होने वाली कमाई शेयर बाजार में खरीदना और बेचना पर कितना और किस तरह का टैक्‍स लगता है।

शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन/लॉस
यदि स्टॉक एक्सचेंज में लिस्‍टेड शेयरों को खरीदने के 12 महीनों के अंदर बेचे जाते हैं, तो विक्रेता को शॉर्ट टर्म केपिटल गेन या फ‍िर शॉर्ट टर्म कैपिटल लॉस हो सकता है। जब शेयर खरीद मूल्य से ज्‍यादा कीमत पर बेचे जाते हैं तो विक्रेता शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन होता है।

लांग टर्म कैपिटल गेन और लॉस
लांग टर्म केपिटल गेन और लॉस तब होता है जब शेयरों को खरीदने के 12 महीने के बाद उन्‍हें बेचा जाता है। बजट 2018 से पहले इक्विटी शेयरों या म्यूचुअल फंड की इक्विटी-बेस्‍ड यूनिट्स को बेचने होने वाला लांग टर्म कैपिटल गेन को धारा 10 (38) के तहत टैक्‍स में छूट दी हुई थी। 2018 बजट के प्रावधानों के अनुसार, यदि कोई विक्रेता एक लाख से रुपए से ज्‍यादा लांग टर्म कैपिटल गेन अर्जित करता है तो उस 10 फीसदी लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स लगता है। इसके अलावा ऐसे लोगों को इंडेक्सेशन का बेनिफ‍िट भी नहीं दिया जाएगा।

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शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स पर टैक्स
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स पर 15 फीसदी टैक्स लगता है। टैक्स स्लैब के बावजूद, शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर 15 फीसदी का स्‍पेशल टैक्‍स रेट लागू होता है। इसके अलावा, यदि आपकी कुल टैक्‍सेबल इनकम शॉर्ट टर्म गेन को छोड़कर टैक्‍सेबल इनकम से कम है यानी 2.5 लाख से कम है तो आप इस कमी को अपने शॉर्ट टर्म गेन के अगेंस्‍ट समायोजित कर सकते हैं। बाकी शॉर्ट टर्म गेन पर 15 फीसदी टैक्‍स + 4 फीसदी सेस लगाया जाएगा।

लांग टर्म कैपिटल गेन पर टैक्‍स
अगर शेयर बेचने पर आपका लांग टर्म कैपिटल गेन 1 लाख रुपए से कम है तो उस पर कोई टैक्‍स नहीं लगाया जाएगा। अगर यह लांग टर्म कैपिटल गेन एक लाख रुपए से ज्‍यादा है तो उस पर 10 फीसदी का टैक्‍स लगाया जाएगा। साथ ही उन्‍हें इंडेक्‍सेशन का लाभ भी नहीं मिलेगा। यह प्रावधान बजट 2018 के बाद किया गया है।

Diwali Muhurat Trading: दिवाली के दिन खुलेगा स्टॉक मार्केट, मुहूर्त ट्रेडिंग में ये शेयर खरीदना हो सकता शुभ!

दिवाली का त्योहार व्यापारियों के बीच नए साल की शुरुआत के तौर पर मनाया जाता है. बही-खातों से लेकर नए तराजू-बांट की भी पूजा होती है. इसलिए इस दिन शेयर बाजार भी खुलता है और मुहूर्त ट्रेडिंग होती है. इस बार दिवाली के दिन ये कितने बजे होगी, यहां जानिए.

दिवाली के दिन शेयर बाजार में होगी मुहूर्त ट्रेडिंग

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 15 अक्टूबर 2022, 2:18 PM IST)

भारत शेयर बाजार में खरीदना और बेचना में व्यापारी अपने कारोबार का नया साल दिवाली के दिन शुरू करते हैं. तभी तो देश के दो प्रमुख शेयर बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भी उस दिन खुलते हैं और ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ होती है.

इस साल दिवाली 24 अक्टूबर 2022 को है. BSE और NSE दोनों इस दिन एक घंटे के स्पेशल सेशन के लिए खुलेंगे. इस एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. दिवाली के दिन प्री-ओपन सेशन शाम 6 बजे से 6 बजकर 8 मिनट तक होगा.

ब्लॉक डील सेशन होगा पहले

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दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से भी पहले शेयर बाजार में एक ब्लॉक डील सेशन होगा. ये शाम 5 बजकर 45 मिनट से लेकर 6 बजे तक होगा. इसी के बाद प्री-ओपन सेशन और उसके बाद मुहूर्त ट्रेडिंग होगी.

शुरु होगा संवत 2079

हिंदू कैलेंडर इयर के हिसाब मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ ही संवत 2079 शुरू हो जाएगा. माना जाता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग शेयर बाजार में पूरे साल के लिए समृद्धि लाता है. मुहूर्त ट्रेडिंग दिवाली के दिन शाम 7 बजकर 25 मिनट तक खत्म हो जाएगी और शेयर बाजार बंद हो जाएंगे.

कौन से शेयर शेयर बाजार में खरीदना और बेचना खरीदें

मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान निवेशक कुछ शेयर खरीदना शुभ मानते हैं. इसलिए यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे स्टॉक के बारे में जिसे खरीदने की सलाह टॉप ब्रोकर्स देते हैं. बिजनेस टुडे की खबर के मुताबिक निर्मल बांग इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज रिसर्च का कहना है कि इस दिन लोग ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, सिप्ला, हीरो मोटोकॉर्प, आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट जैसे शेयर खरीद सकते हैं. ये उन्हें अगली दिवाली तक अच्छा रिर्टन दे सकते हैं.

वहीं एक्सिस सिक्योरिटीज का मानना है कि निवेशक अगले 12 महीने के लिए आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, वेस्टलाइफ डेवलपमेंट, आईटीसी, सुंदरम फाइनेंस, अशोक लीलैंड और इंडियन होटल्स के शेयर में निवेश कर सकते हैं. इनसे बेहतर रिटर्न मिलने की उम्मीद है.

Is the Stock Market Gambling or Business

Zerodha

दोस्तों, आज का हमारा टॉपिक है -Is the stock market gambling or business? शेयर मार्केट – सट्टा बाजार या बिज़नस?

आम आदमी शेयर मार्केट के बारे में क्या सोचता है ?

शेयर मार्केट का नाम सुनते ही जो हमारे दिमाग में क्या पिक्चर आती है ,

जो हमे अक्सर Newspaperऔर टीवी न्यूज़ की हेडलाइंस में दिखाया जाता है, आज शेयर मार्केट इनता ऊपर यानी कारोबार में तेजी रही, या आज शेयर बाजार निचे यानी कारोबार में मंदी रही , साथ में शेयर मार्केट की बिल्डिंग का फोटो भी लगा होता है,

शेयर मार्केट – सट्टा बाजार या बिज़नस

अगर आप अपने आस पास के ज्यादातर लोगो से पूछेंगे की शेयर मार्किट के बारे में वे क्या सोचते है, तो उनमे से ज्यादातर लोगो का यही कहना होगा,

  1. “शेयर मार्किट और कुछ नहीं बल्कि जुआ (गम्ब्लिंग) है “
  2. “शेयर मार्केट का मतलब जहा लोग शेयर खरीदते और बेचते है “
  3. “शेयर मार्किट में काफी लोग अपना पैसा गवा देते है”
  4. “शेयर मार्केट के चक्कर में बहुत सारे लोग बर्बाद हो जाते है “

ऐसी बहुत सी बाते सुनने को मिलती है ,

अब ये आपके ऊपर है आप इन बातो को कैसे समझते है , आप भी अगर ये बाते सुन के अपने मन में शेयर मार्केट के बारे में ये बिचार बना लेंगे की शेयर मार्केट में नुक्सान के अलावा कुछ नहीं है, और आपको शेयर मार्केट के बारे नहीं सोचना चाहिए , क्या पता आपको सोचने से ही नुकसान हो जाये. हा हा . ☺

खैर, ये तो हुई ज्यादातर आम जनता की बात कि वो शेयर मार्केट के बारे में क्या सोचते है ,

लेकिन अगर आप किसी बिज़नस मैन या निवेशक जिसको मार्केट के बारे में समझ है , कि मार्केट कैसे काम करता है , मार्केट की जरुरत क्यो है , मार्केट में पैसे कैसे बनाये जाते है , तो आपको जवाब मिलेगा

  1. शेयर मार्केट एक बिज़नस की तरह है,
  2. अगर आप बिज़नस की समझ रखते है तो आपको मार्केट को समझना आसन हो जाता है
  3. शेयर मार्केट एक बिज़नस है जहा हर बिज़नस की तरह नफा और नुकसान होता रहता है,
  4. और सबसे बड़ी बात अगर आप शेयर मार्केट में निवेश किसी दुसरे की सलाह या भरोसे पे करते है , तो आपके लिए ये बिल्कुल जुए के जैसा काम करता है.

शेयर मा र्केट एक बिज़नस की तरह कैसे है ?

शेयर मार्केट और बिज़नस में बहुत सारी मिलती जुलती एक जेसी बाते है …

आइये देखते है वो क्या मिलती जुलती बाते है ताकि आप समझ सके की शेयर मार्केट एक बिज़नस की तरह ही है दूसरा कुछ नहीं ,

  1. खरीदना और बेचना – हर धंधे या बिज़नस में कोई सामान या सेवा ख़रीदा और बेचा जाता है , और ये खरीदने और बेचने के काम को ही धंधा या बिज़नस का नाम दिया जाता है ,

अब ऐसे में आप देखेंगे तो शेयर मार्केट में भी यही होता है – खरीदना और बेचना ,

फर्क सिर्फ इतना सा है की यहाँ “SHARES” की खरीद और विक्री होती है

  1. नफा/नुकसान – जैसा की हम सब जानते है की हर धंधे में या तो नफा यानि लाभ होता है या नुकसान यानि हानि, अब ठीक वैसे ही शेयर मार्किट में खरीदने और बेचने वाले जिनको हम ट्रेडर्स या निवेशक कहते है , उनको या तो लाभ होता है या शेयर बाजार में खरीदना और बेचना हानि
  2. सामान /सेवा – जैसा हमने पहले देखा हर धंधा या बिज़नस कोई न कोई सामान या सेवा बनाता और बेचता है , ठीक वैसे ही शेयर मार्किट में ट्रेडर्स का सामान “शेयर्स” होता है
  3. इन्वेस्टमेंट/कैपिटल – हर धंधे में खरीदने और बेचने के लिए पूंजी की जरुरत होती है वैसे शेयर मार्किट में निवेश या SHARES खरीदने के लिए आपको पूंजी यानि पैसे की आवश्यकता होती है.
  4. निर्णय लेना = हर धंधे या बिज़नस के मालिक को रोजाना अपने कम के सिलसिले में बहुत सरे निर्णय लेने होते है वैसे ही शेयर मार्किट में ट्रेडर्स को बहुत सारे निर्णय लेना होता है – कब खरीदना , कब बेचना , कितना कमाना, कितना नुकसान उठाना आदि.
  5. पूरी जिम्मेदारी – हर धंधे की तरह बिज़नस मालिक को धंधे में होने वाले नफा या नुकसान की पूरी जिम्मेदारी होती है , ठीक वैसे ही शेयर मार्केट में होने वाले नफे या नुकसान के लिए ट्रेडर खुद जिम्मेदार होता है

आपने देखा की बिज़नस और शेयर मार्केट में ऐसे कितनी सारी बाते मिलती जुलती है ,

इसीलिए , निवेश या शेयर मार्केट के बारे में जो लोग जानकारी रखते है , उन्हें पता है की ये “शेयर मार्केट” और “बिज़नस “ दोनों एक जैसा है ,

Is the stock market gambling or business ?

ऐसे में कुछ लोगो को बिज़नस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती , वैसे लोगो को शेयर मार्केट में भाग लेकर अपना नुक्सान कर सकते है , और जिनको धंधे की समझ है वो लोग शेयर मार्केट कैसे काम करता है सिख कर बहुत सारा पैसा बना सकते है ,

क्युकी शेयर मार्किट एक ऐसा धंधा है जिसमे आप कम से कम अमाउंट में स्टार्ट कर सकते है , इसमें पूंजी की कोई लिमिट नहीं और नहीं कोई दुकान/ जगह/ऑफिस की जरुरत है , आज इन्टरनेट और इन्टरनेट बैंकिंग की वजह से आप इस दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर ये बिज़नस कर सकते है बस आपके अकाउंट में पैसा और एक शेयर ट्रेडिंग अकाउंट और साथ में इन्टरनेट कनेक्शन होना चाहिए ……

Summary : Is the stock market gambling or business ?

आशा है ,आप समझ पाए होंगे की शेयर मार्केट सट्टा किसके लिए है और शेयर मार्केट वास्तव में क्या है ?

Is the stock market gambling or business?

अगर नहीं तो आपको अंत में एक लाइन में बता दू …की शेयर मार्केट उन लोगो के लिए सट्टा बाजार यानि जुए की तरह जो बिना सोचे समझे इसमें खरीदना और बेचना शुरू कर देते है , और सीखना पसंद नहीं करते

शेयर मार्केट एक बिज़नस की तरह है उनके लिए जो जानते है की उन्हें कब खरीदना या बेचना चाहिए , और क्यों खरीदना और क्यों बेचना चाहिए और ऐसे लोग जो मार्केट की चाल को सिखने के लिए हमेशा तैयार रहते है एक बिजनेसमैन की तरह.

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