PhonePe ने IPO लाने की खबरों को नकारा, फाउंडर समीर निगम बोले, "मेरी कंपनी, मुझे ही कोई जानकारी नहीं"
PhonePe का मानना है कि इस साल के अंत तक उसका कोर बिजनेस मुनाफे में क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए आ जाएगा और इसके बाद वह अपना IPO लाने की प्रक्रिया शुरू कर देगी
वालमार्ट (Walmart) के निवेश वाली डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे (PhonePe) अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। न्यूज एजेंसी PTI ने बुधवार को सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी IPO के जरिए जुटाई रकम का इस्तेमाल अपने फाइनेंशियल सर्विसेज के पोर्टफोलियो को बढ़ाने और अपने UPI आधारित पेमेंट सिस्टम का विस्तार करने में करेगी। हालांकि फोनपे के को-फाउंडर ने इन खबरों को खारिज किया है।
फोनपे के को-फाउंडर और सीईओ समीर निमग (Sameer Nigam) ने कंपनी के IPO लाने से जुड़ी खबरों को खारिज किया है। समीर निगम ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, "यह काफी मजाकिया है। मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि मेरी ही कंपनी IPO के लिए आवेदन करने जा रही है। शायद PTI और उनके 'इनवेस्टमेंट बैंकर' दोस्त हमारे लिए IPO आवेदन के साथ-साथ रोडशो भी कर सकते हैं? अगर इस प्रक्रिया में मेरी भी जरूरत पड़ी तो कृपया मुझे जरूर बताइएगा।"
इससे पहले PTI ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि PhonePe का मानना है कि इस साल के अंत तक उसका कोर बिजनेस मुनाफे में क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए आ जाएगा और इसके बाद वह शेयर बाजार में लिस्ट होने की तैयारी शुरू कर देगी। एजेंसी ने कुछ इनवेस्टमेंट बैंकर्स सूत्रों के हवाले से बताया था कि, कंपनी 8 से 10 अरब के वैल्यूएशन पर आईपीओ लॉन्च करने की तैयारी में है।
कैसे खरीदें Apple और Facebook के शेयर? विदेशी स्टॉक्स में किन तरीकों से कर सकते हैं निवेश, जानिए
विदेशी शेयरों की खरीद बिक्री कई तरीकों से की जा सकती है.
विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों (Overseas Listed Equities) में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड्स को लोग तरजीह देते हैं. अंतरराष् . अधिक पढ़ें
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- Last Updated : September 20, 2022, 12:06 IST
हाइलाइट्स
वित्त वर्ष 2022 में भारतीयों ने 74.7 करोड़ डॉलर विदेशों में निवेश किए हैं.
सीधे विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों में भी भारतीय निवेश कर सकते हैं.
विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड को लोग तरजीह देते हैं.
नई दिल्ली. भारतीय निवेशकों में विदेशी बाजारों में लिस्ट शेयर (Global stocks) खरीदने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. वित्त वर्ष 2022 में भारतीयों ने 74.7 करोड़ डॉलर विदेशों में निवेश किए हैं. इससे क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए पता चलता है कि विदेशी स्टॉक्स की ओर भारतीय निवेशकों का झुकाव बढ़ रहा है. विदेशी शेयरों की खरीद-बेच कई तरीकों से की जा सकती है. म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) और फिनटेक ऐप के जरिए तो आप निवेश कर ही सकते हैं, साथ ही सीधे विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों (Foreign stock exchanges) में भी भारतीय निवेश कर सकते हैं.
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, विदेशों में लिस्ट शेयरों में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड को लोग ज्यादा तरजीह देते हैं. अंतरराष्ट्रीय शेयरों पर फोकस वाली म्यूचुअल फंड्स स्कीमें 31 अगस्त, 2022 तक 38,014 करोड़ रुपये का एसेट मैनेज कर रही थीं. ये स्कीमें वैश्विक शेयर, किसी इलाके या किसी खास थीम वाले विदेशी शेयरों में पैसा लगाती हैं. म्यूचुअल फंड्स के माध्यम से विदेशी शेयरों में निवेश करने का फायदा यह है कि इसमें पोर्टफोलियो प्रोफेशनल के द्वारा मैनेज किया जाता है. इनमें छोटी रकम और सिप के माध्यम से भी निवेश क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए किया जा सकता है.
सीधे शेयर बाजारों में करें निवेश
भारतीय निवेशक स्वयं भी विदेशी स्टॉक खरीद सकते हैं. विनवेस्टा (Winvesta), स्टॉककल (Stockcal), वेस्टेड फाइनेंस (Vested Finance) जैसी कई फिनटेक कंपनियों के माध्यम से यह काम किया जा सकता है. कुछ भारतीय ब्रोकरेज भी इन फिनटेक कंपनियों के साथ गठजोड़ कर भारतीय ग्राहकों को विदेशों में निवेश करने की सुविधा प्रदान की है. अमेरिका में भारतीय निवेशक किसी शेयर का आंशिक हिस्सा भी खरीद सकता है. इससे महंगे शेयरों में निवेश करना आसान हो जाता है. लिब्ररलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत प्रत्येक वित्त वर्ष में 2,50,000 डॉलर तक का निवेश विदेशी शेयरों में किया जा सकता है.
India INX की 135 विदेशी एक्सचेंजों में पहुंच
नेशलन स्टॉक एक्सचेंज का एनएसई आईएफएसई (NSE IFSC) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के समर्थन वाले इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज (India INX) भी जो विदेशों में निवेश की सुविधा प्रदान करते हैं. India INX ने इंटरएक्टिव ब्रोकर्स क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए के साथ करार किया है और इसकी पहुंच 135 विदेशी एक्सचेंजों तक है.
इंडिया आईएनएक्स पर ट्रेड करना किसी फिनटेक ऐप पर ट्रेड करना जैसा ही है. इसी तरह एनएसई आईएफएसई भारतीय निवेशक को अमेरिका में लिस्टेड 50 चुनिंदा शेयरों के खिलाफ जारी किए गए अनसिक्योर्ड डिपॉजिटरी रिसीट्स (UDR) में ट्रेडिंग करने की इजाजत देता है. अमेरिकी बाजार के भागीदार भारत में पूर्व निर्धारित अनुपात में स्टॉक खरीदते हैं और UDR जारी करते हैं. इन्हें भारतीय निवेशक खरीद सकते हैं.
विदेशी स्टॉक्स में कितना करें निवेश?
बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में निवेश से निवेशक ग्लोबल कंपनियों के मुनाफे का हिस्सेदार बन जाता है. अब सवाल यह उठता है कि एक निवेशक को विदेशी शेयरों में कितना निवेश करना चाहिए. बाजार जानकारों का कहना है कि डायवर्सिफिकेशन के नजरिए से अपने पोर्टफोलियो का 10 से 30 प्रतिशत हिस्सा ग्लोबल शेयरों में लगाना चाहिए. विदेशो में निवेश पोर्टफोलियो के साइज, वित्तीय लक्ष्यों, निवेश के समय के अलावा निवेशक की जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार अलग-अलग हो सकता है. अधिकतर रिटेल निवेशकों के लिए म्युचुअल फंड विदेशी स्टॉक्स में निवेश का सबसे अच्छा तरीका है.
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Cryptocurrency में मिलता है तगड़ा रिटर्न, लेकिन कैसे करना है Bitcoin, इथीरियम जैसी करेंसी में निवेश और किन बातों का रखना है ध्यान, जानिए क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए पूरी बात
Cryptocurrency अपने देश में अभी रेग्युलेटेड नहीं है, लेकिन सरकार इसे रेग्युलेट करने को लेकर जोर-शोर से तैयारी कर रही है. ऐसे में अगर डिजिटल करेंसी में निवेश करना चाहते हैं तो कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना होगा.
फाइनेंशियल मार्केट में अभी Cryptocurrency सबके सिर चढ़कर बोल रहा है. सरकार भी इसे रेग्युलेट करने की पूरी तैयारी में जुटी है. क्रिप्टोकरेंसी के प्रति दीवानगी का सबसे बड़ा कारण है इससे होने वाली मोटी कमाई. दुनिया के बड़े-बड़े उद्योगपति जैसे जैक डोर्सी, एलन मस्क इसका खुलकर समर्थन कर रहे हैं.
यही वजह है कि रिटेल इन्वेस्टर्स क्रिप्टोकरेंसी में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट जरूर है, लेकिन जानकारों का कहना है कि डिमांड और इंट्रेस्ट बढ़ने के कारण एकबार फिर से इसमें तेजी आएगी. अपने देश में इस समय इस बात पर चर्चा है कि क्रिप्टोकरेंसी को असेट का दर्जा दिया जाए और उसी आधार पर टैक्स और इन्वेस्टमेंट संबंधी नियमन तय किए जाएं. ऐसे में अगर आप भी डिजिटल असेट में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.
सबसे पहले सही Crypto Exchange की करें पहचान
जैसा कि हम जानते हैं इस समय अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेटेड नहीं है. हालांकि, कई सारे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज हैं जिनकी मदद से इसमें निवेश किया जा सकता है. ऐसे में निवेशक के क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए तौर पर सबसे पहली चुनौती सही क्रिप्टो एक्सचेंज की पहचान करना है. WazirX, CoinDCX और CoinSwitch Kuber इस समय सबसे पॉप्युलर क्रिप्टो एक्सचेंज हैं. इन प्लैटफॉर्म्स को यूजर्स के हिसाब से काफी फ्रेंडली बनाया गया है जिससे कोई भी निवेशक आसानी से निवेश कर सके.
अब अपना अकाउंट सुरक्षित तरीके से क्रिएट करें
क्रिप्टो एक्सचेंज को लेकर फैसला लेने के बाद अपने लिए सही तरीके से अकाउंट तैयार करना काफी जरूरी है. यह काफी सिक्यॉर्ड होना चाहिए. अलग-अलग क्रिप्टो एक्सचेंज पर लॉगिन संबंधी तमाम जानकारियां उपलब्ध हैं. यह बैंक अकाउंट खुलवाने जैसा है जिसमें ऑनलाइन कई डॉक्युमेंट जमा करने होते हैं और आपका अकाउंट ओपन हो जाता है.
बैंक अकाउंट से कनेक्ट कर ट्रांजैक्शन को आसान बनाएं
किसी तरह का ट्रांजैक्शन करने के लिए आपके क्रिप्टो अकाउंट में पैसे की जरूरत होती है. यह काम बैंक अकाउंट की मदद से होता है. यहां पर सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि आपको क्रिप्टो अकाउंट में पैसे क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए जमा करने के साथ-साथ पैसे निकासी के बारे में सही और पूरी जानकारी होनी चाहिए.
वैल्यु वाली करेंसी में करें निवेश
इतनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको अपने लिए सही डिजिटल करेंसी की पहचान करनी होगी. बिटक्वॉइन, इथीरियम, Cardano, Binance Coin, Tether, XRP जैसी करेंसी में आसानी से निवेश किया जा सकता है. जानकारों की सलाह होती है कि निवेशकों को वैल्यु करेंसी में निवेश करना चाहिए. यहां वोलाटिलिटी कम होती है और आपका निवेश ज्यादा क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए सुरक्षित माना जाता है. इस समय पूरी दुनिया में 5000 से भी ज्यादा डिजिटल करेंसी है. ऐसे में किसी करेंसी में निवेश से पहले उसके बारे सारी जानकारी जरूर इकट्ठा कर लें. क्रिप्टो अकाउंट हैक भी किया जा सकता है, इसलिए इसे सुरक्षित रखें.
अलग-अलग डिजिटल करेंसी का रेट
गुरुवार रात को 9 बजे बिटक्वॉइन का रेट 44 हजार डॉलर के करीब है. उसी तरह इथीरियम का रेट 3100 डॉलर, XRP का रेट 0.98 डॉलर, Cardano का रेट 2.22 डॉलर और Tether का रेट 1 डॉलर के करीब है.
अमेजन एक अरब डॉलर का निवेश कर भारत पर कोई एहसान नहीं कर रही है- पीयूष गोयल
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने आज साफ लहजे में कहा कि अमेजन अगर भारत में एक अरब डॉलर का निवेश कर रही है तो वो भारत पर कोई अहसान नहीं कर रही है.
By: एजेंसी | Updated at : 16 Jan 2020 10:03 PM (IST)
नई दिल्लीः केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि अमेजन भारत में निवेश करके उस पर कोई एहसान नहीं कर रही है. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि ऑनलाइन कारोबार मंच उपलब्ध कराने वाली कंपनी अगर दूसरों का बाजार बिगाड़ने वाली मूल्य नीति पर नहीं चल रही है तो उसे इतना बड़ा घाटा कैसे हो सकता है. दुनिया के सबसे बड़े धनाढ्य व्यक्ति जेफ बेजोस के भारत में एक अरब डॉलर के निवेश की घोषणा के एक दिन बाद गोयल ने यह बात कही है.
उन्होंने कहा कि ई-वाणिज्य कंपनियों को भारतीय नियमों का अक्षरश: अनुपालन करना होगा. उन्हें कानून में छिद्र ढूंढकर पिछले दरवाजे से भारतीय बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रवेश करने का प्रयास नहीं करना चाहिए.
अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस भारत में आए हुए हैं. वाणिज्य मंत्री ने बेजोस को मिलने का समय नहीं दिया है. भारत बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में विदेशी कंपनियों को 49 प्रतिशत से अधिक निवेश की अनुमति नहीं देता. सरकार ने इस क्षेत्र में अभी किसी भी विदेशी खुदरा कंपनी को कारोबार की अनुमति नहीं दी है.
दिल्ली में चल क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए रहे वैश्विक संवाद सम्मेलन ‘रायसीना डायलॉग’ में उन्होंने तल्ख अंदाज में कहा, ‘‘अमेजन एक अरब डॉलर निवेश कर सकती है लेकिन अगर उन्हें अरबों का नुकसान हो रहा है, तो वे उस अरब डॉलर का इंतजाम भी कर रहे होंगे. इसीलिए ऐसा नहीं है कि वे एक अरब डॉलर का निवेश कर भारत पर कोई एहसान कर रहे हैं.’’ अमेजन डॉट कॉम ने लघु एवं मझोले उद्यमों को ऑनलाइन मदद के लिये एक अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की है.
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मंत्री ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि आखिर ई-वाणिज्य कंपनियां जो खरीदारों और विक्रेताओं को आईटी मंच उपलब्ध करा रही हैं, उन्हें बड़ा नुकसान कैसे हो सकता है? उन्होंने कहा कि इस पर गौर करने की जरूरत है. गोयल ने कहा, ‘वे पिछले कुछ साल गोदामों और अन्य गतिविधियों में पैसा लगा रहे हैं. यह स्वागत योग्य और अच्छा है. लेकिन (सवाल है) क्या वे घाटे के वित्त पोषण के लिये धन लगा रहे हैं और वह नुकसान ई-वाणिज्य मार्केट प्लेस मॉडल को हो रहा है?’
उन्होंने कहा कि एक निष्पक्ष बाजार मॉडल में कारोबार 10 अरब डॉलर का है और अगर कंपनी को अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है, निश्चित रूप से यह सवाल पैदा करता है कि नुकसान कहां होता है. गोयल ने यह भी कहा कि ऑनलाइन कंपनी अगर बाजार खराब करने वाले कीमत पर सामान उपलब्ध नहीं करा रही है, तब उसे इतना बड़ा घाटा कैसे हो सकता है.
उन्होंने कहा, ‘ये सवाल हैं जिसके उत्तर की जरूरत है. मुझे भरोसा है कि जो प्राधिकरण इसे देख रहा है, वे उसका जवाब लेंगे और मुझे विश्वास है कि ई-वाणिज्य कंपनियां भी अपना पक्ष रखेंगी.’उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने हाल ही में ई-वाणिज्य कंपनियों फ्लिपकार्ट और अमेजन के खिलाफ जांच के आदेश दिये हैं. यह आदेश बड़ी छूट समेत तरजीही विक्रेताओं के साथ गठजोड़ समेत गड़बड़ियों की जांच के लिये दिया गया.
गोयल ने कहा कि भारत ई-वाणिज्य बाजार में विदेशी निवेश की अनुमति देता है. इस मॉडल में खरीदार और विक्रेता व्यापार करने के लिये स्वतंत्र हैं लेकिन ये ई-वाणिज्य कंपनियां अपना माल भंडार नहीं रख सकती है या वे कीमतें तय नहीं कर सकतीं. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि जबतक इन नियमों का अनुपालन होता है, हम भारत में ई-वाणिज्य कंपनियों का स्वागत करते हैं.’’
Published at : 16 Jan 2020 09:56 PM (IST) Tags: Commerce Minister Amazon India jeff bezos Piyush Goyal Amazon हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
स्टार्टअप में 36 अरब डॉलर का हुआ निवेश, बीते साल से इतने अरब डॉलर ज्यादा हुआ इंवेस्टमेंट
देश में दुनियाभर से स्टार्टअप में आने वाले निवेश चार प्रतिशत से बढ़कर छह प्रतिशत हो गया है। इसमें घरेलू नि
2021 में स्टार्टअप क्षेत्र में 1,000 से अधिक सौदे हुए हैं। (फोटो सोर्स: फाइनेंशियल एक्सप्रेस)
देश के स्टार्टअप के लिए परिस्थिति काफी अच्छी हुई है जिसके चलते निवेशक काफी रुचि दिखा रहे हैं, यहीं वजह है कि ऐसी इकाइयों में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अनुराग जैन ने शनिवार यह बात कही। जैन ने कहा कि स्टार्टअप इकाइयों में सालाना निवेश 11 अरब डॉलर से बढ़कर 36 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि देश में दुनियाभर से स्टार्टअप में आने वाले निवेश चार प्रतिशत से बढ़कर छह प्रतिशत हो गया है। इसमें घरेलू निवेश भी शामिल है। जैन ने यहां राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘देश में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में निवेशक काफी रुचि दिखा रहे हैं। पिछले एक साल के दौरान स्टार्टअप कंपनियों में निवेश 11 अरब डॉलर से बढ़कर 36 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।’’
ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्टार्टअप इकाइयों को नियामकीय बोझ को सुगम करने के लिए और अधिक सुझावों के साथ आने को कहा। उन्होंने कहा कि इससे स्टार्टअप की कहानी को आगे बढ़ाया जा सकेगा।
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इंदिरा गांधी के लिए मास्को से भिजवाए गए थे मछली के अंडे, नरसिम्हा राव और वाजपेयी विदेश दौरे पर साथ ले जाते थे शेफ
2023 में इन 3 राशि वालों की धन- दौलत में अपार बढ़ोतरी के आसार, वैभव के दाता शुक्र ग्रह करेंगे मीन राशि में प्रवेश
गोयल ने कहा, ‘‘मुझे यह जानकारी मिली है कि 2021 में स्टार्टअप क्षेत्र में 1,000 से अधिक सौदे हुए हैं और पहले नौ माह में इस क्षेत्र में 23 अरब डॉलर का निवेश आया है।’’
उन्होंने कहा कि हमारे कई उद्यमी आगे बढ़ती नई स्टार्टअप इकाइयों के लिए मार्गदर्शक बन सकते हैं। ‘‘हमें विभिन्न जिलों में ‘स्टार्टअप पहुंच केंद्रों’ की स्थापना पर ध्यान देना चाहिए।’’
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