क्रिप्टो करेंसी क्या है ? What is Crypto Currency in hindi In 2022 ?
उसे अगर किसी चीज़ की जरुरत होती थी तो वो व्यक्ति दूसरे से मांग लेता था या फिर एक चीज और आप लोगो ने देखि होगी की हमारे यहां बाटा सिस्टम चलता था जैसे मुझे अगर गेहूं चाहिए और आप के पास गेहूं है तो में आपसे मांग लेता था और आपके पास अगर चावल नही हैं और मेरे पास अगर चावल तो मैं आपको चावल दे देता था मतलब चीज़ों का आदान – प्रदान चलता था।
देश जब आजाद हुआ तो हमारे पास भी और सरकार के पास भी पैसे की कमी रहती थी अगर हमें कोई चीज़ कहीं पे खरीदनी पड़ती थी तो हमें उसके बदले या तो गेहूं, या कपास या चावल देने पढ़ते थे और सरकार के सामने भी ये समस्या थी।
Fiad Currency कैसे शुरू हुई
जिसके बाद हमें Metal पे शिफ्ट होना पड़ा यानी की Gold (सोना), Silver (चांदी), जैसे मेटल्स पर हमें शिफ्ट होना पड़ा लेकिन इन मेटल्स के साथ भी एक प्रॉब्लम थी की ये बहुत भारी होती थी।
इन्हे एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना आसान नहीं होता था और अगर हमें कम पैसे की पेमेंट करनी है कम समान की जरुरत होती तो हम इन मेटल को दने के लिए काट नहीं सकते थे।
इनके साथ ये भी एक काफी बड़ी समस्या थी। इस समस्या को सुलझाने के लिए सरकार ये बोलती थी की आपके पास जितना भी सोना है वो आप हमें दे दो।
हम उसको हमारे Deposit में रखेंगे और उसके बदले जितने रुपये का आपका सोना होगा उसके बदले हम आपको Currency (नोट) प्रिंट करके देंगे जिस से आप चीज़े खरीद और बेच सकेंगे।
लेकिन शुरुवात में लोगों ने उस चीज़ को नहीं माना और उस कागज को लेने से मन कर दिया क्यूंकि वो उस टाइम पे एक (Virtual) वर्चुअल करेंसी के जैसा लगता था।
फिर धीरे – धीरे सरकार ने लोगों के बीच Currency को लेकर विश्वास जगाना शुरू किया और धीरे – धीरे लोग Currency को अपनाने लगे इस प्रकार देश में और ग्लोबली भी Currency (नोट) की शुरुवात हुई।
लोगों को सामान लेने में आसानी होने लगी सरकार ने एक रुपये दो रुपये दस रुपये ऐसे करके नोट छापने शुरू कर दिए।
इससे क्या हुआ बिज़नेस करने में आसानी होने लगी लोगों को सामान को इधर उधर लेके नहीं जाना पड़ता था।
इस प्रकार सरकार ने नोट छापना शुरू किया धीरे – धीरे ये प्रॉब्लम सॉल्व होती गयी लेकिन इसमें सरकार के पास कण्ट्रोल आ गया की सरकार जितना चाहे नोट छाप सकती थी। इस करेंसी को हम Fiad Currency भी बोलते हैं।
हम कुछ भी खरीदने के लिए आज इस Fiad Currency का ही इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इस Fiad Currency को सरकार कितना भी चाहे छाप सकते हैं लेकिन ज्यादा नोट छापने से (Inflation) महंगाई भी बढ़ती है।
क्रिप्टो कैसे बना और किस चीज़ पर निर्भर करता है
Fiad Currency जो सरकार ने छापना शुरू किया इसक हमें एक फायदा हुआ की हमें कहीं पे कुछ भी खरीदने के लिए सामान नहीं लेके जाना पड़ता था।
आसानी से इस पैसे को हम कहीं भी भेज सकते हैं और कहीं भी लेके जा सकते हैं लेकिन सरकार का इस पर कंट्रोल है और हमारे पैसे पर सरकार का नियंत्रण है लेकिन इस Gap को भरने के लिए क्रिप्टो का और Blockchain का सहारा लिया गया।
क्रिप्टो Currency के ऊपर सरकार का नियंत्रण नहीं है ये ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के ऊपर चलता है और इस बिटकॉइन की लिमिटेड माइनिंग होती है पूरी दुनिया के अंदर सिर्फ दो करोड़ दस लाख ही बिटकॉइन हो सकते हैं इस से ज्यादा बिटकॉइन हो ही नहीं सकते।
सभी क्रिप्टो कॉइन को क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी से ही बनाया जाता है और माइनिंग की जाती है और ये ना तो हैक किया जा सकता है और ना इस पर किसी का कंट्रोल है इस पर आपका अपना कंट्रोल रहता है।
क्रिप्टो करेंसी एक तरह की डिजिटल Currency है ये Currency वित्तीय लेन – देन का एक जरिया है जैसे भारतीय रूपया अमेरिकी डॉलर और भी बहुत सारे करेंसी के जैसे अंतर सिर्फ इतना है की ये आभासी मुद्रा है दिखाई नहीं देती है रुपये ये डॉलर के समान आप इसे छु भी नहीं सकते हैं।
ये Currency पूरा ऑनलाइन यानी की इंटरनेट के माध्यम से ही चलती है। इस Currency को Blockchain टेक्नोलॉजी के ऊपर बनाया गया है।
दुनिया में आज के टाइम में बहुत सारे क्रिप्टो कॉइन चल रहें हैं जैसे की Bitcoin, Ether, Dogecoin, Polkadot, और भी बहुत सारे लेकिन इनमे से सबसे ज्यादा जो पॉपुलर है वो है Bitcoin एक समय पर साल 2010 के आस पास Bitcoin की कीमत एक Bitcoin एक डॉलर का होता था लेकिन आज इसकी कीमत बढ़ते – बढ़ते 50 लाख के पार हो चुकी है।
आप क्रिप्टो करेंसी कैसे खरीद सकते हैं ?
क्रिप्टो Currency को खरीदने के लिए आप किसी Crypto एक्सचेंज का सहारा ले सकते हैं भारत में Wazir X , Coin Switch Kuber, Zebpe जैसे क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिये आप क्रिप्टो Currency खरीद सकते हैं ये Crypto में इन्वेस्ट कर सकते हैं और ग्लोबली अगर बात करे तो Coin Base और क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं Binance जैसे एक्सचेंज प्लेटफार्म का सहारा ले सकते हैं।
जल्द आ सकता है क्रिप्टो करेंसी बिल
भारत की अगर बात करें तो यहाँ पे क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने वाले निवेशको की संख्या काफी बढ़ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में क्रिप्टो में निवेश करने वाले लोगों की संख्या 1.5 करोड़ है जिन्होंने किसी न किसी क्रिप्टो में निवेश कर रखा है।
इसी कारण से भारतीय सरकार ने इन निवेशको के हितों को और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक ने ने इस पर लगाम लगाने के लिए ये फिर इस को रेगुलेट करने के लिए बिल लाने के लिया कहा है।
इसके साथ ही रिज़र्व बैंक यानी की आरबीआई ने अपनी डिजिटल करेंसी को लाने के लिए भी सरकार के सामने प्रस्ताव रखा है।
क्रिप्टो करेंसी पर निष्कर्ष
क्रिप्टो करेंसी आज के समय में सबसे बड़ा मुद्दा है लोग जल्दी अमीर होने के चक्कर में किसी भी उल्टी – सीधी क्रिप्टो में पैसे लगा देते हैं।
क्रिप्टो करेंसी के नाम पे आज मार्किट में बहुत ज्यादा फ्रॉड भी हो रहे है इसलिए हमारा आपको सुझाव है की अपने पैसा बहुत ही समझ – बुझ के साथ और पूरी नॉलेज लेने के बाद ही इन्वेस्ट करें।
Cryptocurrency: क्रिप्टो टोकन बनाकर आप भी कमा सकते हैं पैसा, जानिए क्या होते हैं Crypto Token
नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों में ढेरों क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में आई हैं। जिनका अच्छा खासा डेवेलपमेंट भी हुआ है। इनमें से सबसे पॉपुलर बिटकॉइन, इथीरियम, डॉजकॉइन और लाइटकॉन जैसी करेंसीज़ के नाम शामिल हैं। सीधे शब्दों में अगर बात करें तो क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की डिजिटल करेंसी ही होती है। जिसे कॉइन या टोकन किसी भी रूप में लिया जा सकता है। यह दोनों ही चीजें एक-दूसरे से काफी अलग होती हैं। क्या आप जानते हैं कि आप भी खुद का क्रिप्टो टोकन कैसे बना सकते है। जो बाकियों से काफी अलग होगा है।
क्या हैं क्रिप्टो टोकन?
कॉइन और टोकन दोनों ही क्रिप्टोकरेंसी में गिने जाते हैं, लेकिन फर्क इतना है कि कॉइन्स अपनी खुद की ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर चलते हैं। ब्लॉकचेन एक डिजिटल बहीखाता होता है, जिसपर ब्लॉक पर होने वाले ट्रांजैक्शन का डेटा स्टोर किया जाता है। टोकन डिजिटल संपत्ति के वर्ग में रखे जाते हैं ये पहले से मौजूद किसी क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं अन्य ब्लॉकचेन पर काम करते हैं।
ऐसे रिलीज होते हैं क्रिप्टो टोकन
जिस तरह शेयर मार्केट में IPO यानी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग खुलते हैं, उस ही तरह टोकन्स को इनीशियल कॉइन्स ऑफरिंग के जरिए रिलीज किए जाते हैं। टोकन को क्राउडसेल्स के जरिए इंट्रोड्यूस किया जाता है। निवेशक ICO खत्म हो जाने के बाद भी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध टोकन की खरीद कर सकते हैं। यदि किसी को कोई नया टोकन बनाना है तो यह क्राउडसेल्स पर बनाया जाएगा। इन्हें कोई भी बना सकता है।
इस तरह लॉन्च करें क्रिप्टो टोकन
आमतौर पर कहा जाता है कि अपना क्रिप्टो टोकन बनाना बहुत ही जटिल और लंबी प्रक्रिया है और जिसके लिए बहुत ही बारीक तकनीकी जानकारियां और कोडिंग की जानी चाहिए। हालांकि, अब यह बात बहुत सही नहीं है. अब ऐसे बहुत से प्लेटफॉर्म हैं, जहां लोग अपना खुद का टोकन बना सकते हैं।
Bitcoin से 10 गुना ज्यादा महंगा हुआ यह Crypto Token, 24 घंटे में 93 करोड़ रुपए से ज्यादा हुई कीमत
कॉइन मार्केट कैप डॉट कॉम के आंकड़ों के अनुसार कंपाउंड रैप्ड बीटीसी (Wrapped BTC) में 57 हजार फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से उसकी कीमत दोबर 12 बजकर 34 मिनट पर 5.41 लाख डॉलर यानी 4.12 करोड़ रुपए देखने को मिल रही है।
बिजनेस डेस्क। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी हैं, जो निवेशकों को मालामाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं। लेकिन इनमें से सभी करेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) से छोटी ही थी। दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी को पछाड़ने का माद्दा किसी ने नहीं दिखाया था। अब ऐसी क्रिप्टोकरेंसी सामने आई है जिसने बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin Price) को कोसों दूर छोड़ दिया है। मौजूदा समय में वो बिटकॉइन के मुकाबले 10 गुना महंगी है। जबकि कारोबारी स्तर के दौरान वो 250 गुना ज्यादा महंगी थी। इस करेंसी का नाम है रैप्ड बीटीसी (Wrapped BTC) । आइए आपको बताते हैं इस करेंसी के बारे में।
रैप्ड बीटीसी की कीमत में जबरदस्त उछाल
कॉइन मार्केट कैप डॉट कॉम के आंकड़ों के अनुसार कंपाउंड रैप्ड बीटीसी में 57 हजार फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से उसकी कीमत दोबर 12 बजकर 34 मिनट पर 5.41 लाख डॉलर यानी 4.12 करोड़ रुपए देखने को मिल रही है। ताज्जुब की बात तो ये है कि इस कॉइन की कीमत 24 घंटे पहले 935 डॉलर यानी 71 हजार डॉलर से कुछ ज्यादा थी, जो क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं 12.22 करोड़ डॉलर यानी 93 करोड़ रुपए तक पहुंची। अभी इसके मार्केट कैप और बाकी चीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। उसके बाद भी इसमें बड़ी तेजी देखने को मिल रही है।
बिटकॉइन के मुकाबले 10 गुना महंगी
खास बात तो ये है अब दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी कीमत के मामले में रैप्ड बीटीसी हो गई है। इससे पहले बिटकॉइन के पास यह ताज था, लेकिन मार्केट कैप के मामले में अभी बिटकॉइन सबसे बड़ी करेंसी है। मौजूदा समय में बिटकॉइन के दाम 48000 डॉलर के आसपास हैं। इसका मतलब है कि मौजूदा समय में रैप्ड बीटीसी बिटकॉइन से 10 गुना से भी ज्यादा महंगी हो गई हैं। आज बिटकॉइन के दाम में 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है।
क्या है रैप्ड बीटीसी
रैप्ड बिटकॉइन एक ईआरसी -20 टोकन है, जो इथेरियम ब्लॉकचेन पर बिटकॉइन का रिप्रजेंटेटिव है। WBTC का एक प्रमुख लाभ इथेरियम वॉलेट, डैप और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट एक ही सिस्टम में आ गए हैं। WBTC पार्टनर के माध्यम से, 1 बिटकॉइन को 1 रैप्ड बिटकॉइन में बदला जा सकता है। WBTC तैयार करने उद्देश्य यह था कि बिटकॉइन होल्डर्स को डिसेंट्रलाइज फाइनेंस (DeFi) ऐप में पार्टिसिपेट करने की अनुमति मिल सके, जो इथेरियम ब्लॉकचेन पर काफी पॉपुलर है। WBTC का रखरखाव WBTC DAO नाम का ग्रुप करता है, जिसमें 30 से अधिक मेंबर हैं। यह मूल रूप से BitGo, Ren और Kyber नाम की 3 कंपनियों के द्वारा शुरू किया गया था।
कैसे काम करता है रैप्ड बिटकॉइन
मान लीजिए आपके पास पहले से ही बिटकॉइन हैं और डेफी एप्लीकेशंस का उपयोग करना चाहते हैं, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं एक समस्या है वो ये कि बिटकॉइन और इथेरियम को जोड़ने वाला कोई क्रिप्टोक्यूरेंसी ब्रिज नहीं है। रैप्ड बीटीसी इस समस्या को हल करने में मदद करता है, और डेफी प्रोटोकॉल के लिए आवश्यक लिक्विडिटी प्रोवाइड कराता है। WBTC एक ERC-20 टोकन है जो बिटकॉइन के साथ 1:1 के आधार पर समर्थित है। जब बिटकॉइन रैप किया जाता है, तो क्रिप्टोकरेंसी को बिटगो ट्रस्ट द्वारा रिजर्व में रखा जाता है।
रैप टोकन के फायदे
ये टोकन डिजिटल असेट्स के मालिकों को अन्य ब्लॉकचेन का पता लगाने की फ्रीडम देते हैं। DeFi इकोसिस्टम का एक बड़ा हिस्सा बिटकॉइन ब्लॉकचेन के बजाय इथेरियम नेटवर्क पर बेस्ड है। यह बीटीसी मालिकों के लिए बेहद निराशाजनक हो सकता है, क्योंकि इसका मतलब है कि उनके लिए इसमें शामिल होना लगभग असंभव है जब तक कि वे अपनी क्रिप्टो संपत्ति नहीं बेचते या दूसरों को नहीं खरीदते। जनवरी 2019 में WBTC.network लॉन्च होने के बाद से, कई DeFi प्रोटोकॉल – जिनमें मेकरडीएओ, धर्मा, कंपाउंड और किबर नेटवर्क शामिल हैं – ने उधारकर्ताओं को WBTC को कॉलेटरल के रूप में उपयोग करने की अनुमति देना शुरू कर दिया है।
Pi Network क्या है? Pi Coin कैसे कमाए? What is Pi in Hindi?
Pi पहली डिजिटल करेंसी है जिसे आप अपने फ़ोन के द्वारा मिने कर सकते हैं.
दोस्तों आपने क्रिप्टो करेंसी के बारे में जरुर सुना होगा. Pi को समझने से पहले आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानना आवश्यक है.
क्रिप्टो करेंसी क्या है?
क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार का करेंसी अर्थात मुद्रा है लेकिन यह वर्चुअल होता है. अर्थात, जिस तरह से हमलोग रुपया, डॉलर का उपयोग करते हैं वैसे ही क्रिप्टो करेंसी का उपयोग किया जाता है लेकिन यह पुर्णतः डिजिटल या वर्चुअल करेंसी होता है. आप इसके मदद से हर लेन-देन कर सकते हैं.
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डिजिटल करेंसी का आप उपयोग कर सकते हैं. इसे आप अपने वॉलेट में देख भी सकते हैं यानि अपने लैपटॉप, मोबाइल में आप देख सकते हैं लेकिन दुसरे मुद्रा की तरह आप इसे छु नहीं सकते.
क्रिप्टो करेंसी के बारे में क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये. वर्तमान में ढेर सारे क्रिप्टो करेंसी मौजूद हैं, जिनका प्रचलन बढ़ रहा है. आज हमलोग एक क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानेगें, जिसका नाम है- Pi.
Pi क्या है? Pi Network in Hindi
Pi Network एक डिजिटल क्रिप्टो करेंसी है जिसे Stanford PhD’s और Graduates की टीम ने बनाया है. यह अपने आप में पहली डिजिटल करेंसी है जिसे आप अपने मोबाइल के द्वारा ही माईन कर सकते है.
अर्थात जिस तरह दुसरे Crypto Currencies को mine की जाती है उसी तरह से ये Digital Currency भी Mine की जाती है. लेकिन दुसरे क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं क्रिप्टो करेंसी को माइन करने के काफी पावरफुल कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है लेकिन Pi को माइन करने के लिए आप को किसी Powerful Computer या GPU की जरुरत नहीं है बस आप अपने मोबाइल के जरिए कर सकते हैं.
काफी कम समय में काफी ज्यादे लोग Pi से जुड़ गए हैं और इससे जुड़ने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
Pi network पे आप Mobile के जरिए कैसे Mine कर पैसे (Money) कमा सकते है?
Pi कमाने के लिए आप अपने मोबाइल से माइन करने के साथ साथ खुद की टीम बना सकते हैं. आपकी टीम जितनी बड़ी होगी आपके coins भी बढ़ेगें. अर्थात टीम बड़ी होने पर आप अधिक माइन कर सकते हैं. एक बार Pi नेटवर्क से जुड़ने के बाद 24 घंटे के बाद फिर से माइन शुरू करना होता है. जो एक टच के साथ हो सकता है. अर्थात एक App इनस्टॉल करके और 24 घंटे में एक बार माइन शुरू करके आप अपने coins माइन कर सकते हैं.
यदि आप को mining करना है तो pi network का app download कर लीजिये. यह app google play store और iOS platform पे भी उपलब्ध है. इनस्टॉल होने के बाद इस App को ओपन कर लें. डिटेल्स Fill करने के बाद आपसे Referral Code पूछा जाएगा.
आप मेरे Refferal Code को add कर सकते हैं और मेरे टीम से जुड़ सकते हैं .
मेरा Refferal Code है क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं –vikrampathak . इस App की एक विशेषता ये भी है कि Mobile से mining करते समय ये आप के mobile की battery भी ख़त्म नहीं करती.
यह App cloud mining पर आधारित है. जैसे जैसे आप mining करते रहेंगे वैसे आप money earn करना start करेंगे.
चलिए इस app के बारे में विस्तार से जानते है.
अगर आपने ये app इनस्टॉल कर के मेरा referral code add कर दिया है तो आप को ये screen दिखेगी.
इस screen में आप को जो lighting icon का button है उस पे आप को हर 24 घंटे बाद press करना है. तो आप mining कर paise (money) कमा सकते है. अगर आप उस button पर फिर से press करते हो तो आप को ये screen दिखेगा .
उसमे आप को 4 role दिखेंगे.
ये Role आप का by default सेलेक्ट रहेगा.
2. Contributor –
ये role आप को unlock करना पड़ेगा. इसके लिए आप को हर 24 घंटे बाद उस lightning बटन को press करना होगा। ये आप को 3 बार करना है. मतलब पहले 24 घंटे बाद, दूसरा उसके 24 घंटे बाद और तीसरा उसके 24 घंटे बाद. इस तरह से आप ये Role unlock कर पाएंगे. इस role में आप 5 लोगो का circle बना के आप अपनी mining को और बढ़ा के और पैसे (money) कमा सकते है.
3. Ambassador –
इस Role में आप अपने दोस्तों को invite कर और पैसे कमा सकते है. जितने आप दोस्त add करेंगे उतना आप कमाएंगे.
4. Node –
इसके जरिये आप mining software को आप के computer पे चला सकते है और Pi blockchain को और secure कर सकते है. but अभी तक ये fetaure आया नहीं है. जब आ जाए गए तब में आप को update कर दूंगा.
अगर आप को pi network में invest करना है तो अभी करे क्योंकि यह App अभी शुरुवाती दौर में है और इसके users काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. इनस्टॉल करके मेरा vikrampathak referral code use करे. आप उनकी website https://minepi.com/ भी check कर सकते है. ये App 100% रियल है.
दोस्तों, उम्मीद है आप यह जान गए होगें कि Pi Network क्या है और कितनी आसानी से आप इसमें मीनिंग कर सकते हैं. Pi से संबंधित आपके मन में कोई भी सवाल हो आप कमेंट करके जरूर पूछें. मेरा प्रयास रहेगा कि आपको Pi से संबंधित हर प्रश्नों का जवाब मिल सके.
भारत का पहला क्रिप्टो ‘बिग बुल’ देश की राजधानी में सार्वजनिक बिक्री के लिए जारी हुआ
इस बारे में बात करते हुए रविन्द्रा पोटदार ने कहा पहले भारत में निर्मित क्रिप्टो की शुरूआत को लेकर मैं और मेरी टीम बेहद उत्सुक हैं। हमने क्रिप्टो को खरीद के लिए सस्ती दरों पर उपलब्ध करानेका लक्ष्य रखा है, ताकि कोई भी खरीददार इसे खरीद सके।
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: November 13, 2021 16:58 IST
Photo:BIGH BULL
भारत का पहला क्रिप्टो ‘बिग बुल’ देश की राजधानी में सार्वजनिक बिक्री के लिए जारी हुआ
नई दिल्ली: बिग बुल टेक्नोसॉफ्ट एलएलपी पहला मेक इन इंडिया क्रिप्टो है जिसका मुख्यालय भारत में क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं है। यह दिल्ली में आईसीओ लॉन्च करने वाला पहला भारतीय क्रिप्टो है। मार्केटिंग के दिग्गज एवं अभिनेता सुहेल सेठ ने बिग बुल टोकन के आईसीओ का अनावरण किया। बिगबुल के 11 ट्रेडिंग टूल्स हैं, जिनका लॉन्च आईसीओ के बाद किया जाएगा। क्रिप्टो बीएससी ब्लॉकचेन में है, जो लेनदेन के कम शुल्क के कारण खरीद के लिए किफ़ायती है। वर्तमान में बिग बुल बाइनैंस स्मार्ट चेन के ज़रिए ट्रस्ट वॉलेट से आईसीआई के तहत खरीद के लिए उपलब्ध है।
बिग बुल का लॉन्च रु 1 में किया गया है और आईसीओ के तहत बेचे जाने वाले हर 100000 क्रिप्टो के लिए क्रिप्टो की कीमत रु 0.075 (0.001डॉलर) बढ़ेगी, रु 1 (0.014 डॉलर) में लॉन्च के बाद बिग बुल क्रिप्टो की कीमत में इस बढ़ोतरी का यही अनुमान है। वर्तमान में बिग बुल क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं को कई बड़े एक्सचेंजेज़ पर सूचीबद्ध किया जाएगा, जो अप्रैल 22 में इसके आईसीओ के बाद होगा, जिसके लिए बिगबुल के सीईओ एवं डेवलपर श्री रविन्द्रा पोटदार ने कई योजनाएं बनाई हैं।
इस बारे में बात करते हुए रविन्द्रा पोटदार ने कहा ‘‘पहले भारत में निर्मित क्रिप्टो की शुरूआत को लेकर मैं और मेरी टीम बेहद उत्सुक हैं। हमने क्रिप्टो को खरीद के लिए सस्ती दरों पर उपलब्ध करानेका लक्ष्य रखा है, ताकि कोई भी खरीददार इसे खरीद सके। इसके लेनदेन की रेंज रु 1 से रु 10,00,000 के बीच है। हम रु 1 प्रति टोकन की शुरूआती कीमत पर ससार्वजनिक आईसीओ जारी कर रहे हैं और जलद ही इसे यूजर्स के लिए लाभकारी एवं अनुकूल बनाने के लिए कई और ट्रेडिंग टूल्स भी लेकर आएंगे। बिगबुल ने देश के हर व्यक्ति क्रिप्टोकरेंसी में ICO कैसे काम करते हैं के साथ जुड़ने और हर घर तक क्रिप्टो को पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है, बिग बुल खरीदना इतना आसान होगा कि रोज़मर्रा में काम करने वाला व्यक्ति भी इसे आसानी से खरीद सकेगा।''
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