डीमैट अकाउंट के प्रकार
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर सर्टिफिकेट और अन्य सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है। इसमें शेयर, बॉन्ड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज , म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस अकाउंट के माध्यम से शेयरों और संबंधित डॉक्युमेंट्स के रखरखाव की परेशानियों दूर हो जाती हैं।
डीमैट अकाउंट का अर्थ हम एक उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं। मान लीजिए आप कंपनी X का शेयर खरीदना चाहते है, शेयर खरीदने के साथ का वह आपके नाम पर ट्रांसफर भी होंगे। पहले आपको अपने नाम के साथ शेयर सर्टिफिकेट भी मिलते थे। जिसमें पेपर वर्क की कार्रवाई भी शामिल है। जितनी बार कोई शेयर खरीदा या बेचा जाता था तो उतनी बार सर्टिफिकेट बनाने पड़ते थे। इस कागजी कार्रवाई की कितने डीमैट खाते हो सकते हैं? प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए भारत ने एनएसई पर व्यापार के लिए 1996 में डीमैट अकाउंट प्रणाली की शुरुआत की।
डीमैट खाते 10 करोड़ के पार | अगस्त 2022 में खुले सबसे ज्यादा डिमैट खाते?
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सी.डी.एस.एल. और एन.एस.डी.एल. द्वारा जारी आंकड़ों में यह बात निकलकर सामने आई है कि देश में पहली बार अगस्त 2022 में डीमैट खातों की संख्या कितने डीमैट खाते हो सकते हैं? 10 करोड़ के जादुई आंकड़े को पार कर गई है. इनके मुताबिक गत माह यानी अगस्त 2022 में 22 लाख डीमैट खाते खोले गए हैं जोकि पिछले 4 महीनों का सबसे अधिक आंकड़ा दर्शाता है.इन 22 लाख डिमैट खातों की संख्या में खुदरा/रीटेल यानि छोटे निवेशकों का योगदान सर्वाधिक है. डीमैट खातों की संख्या में इस अप्रत्याशित तेजी से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है की देश में शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
डीमैट खाता क्या है
जब शेयर या सिक्योरिटी निवेशकों द्वारा खरीदे जाते हैं तो यह शेयर या सिक्योरिटी इलेक्ट्रॉनिक रूप से जिन खातों में रखे जाते हैं उन्हें डीमैट खाता कहा जाता है.स्टॉक एक्सचेंज जैसे कि निफ़्टी या सेंसेक्स या फिर कोई भी एक्सचेंज हो अगर आपको कोई स्टॉक खरीदना या बेचना है तो डीमैट खाता होना अत्यंत जरूरी है.डीमेट अकाउंट, डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट का संक्षिप्त नाम है.आजकल कई स्टॉक ब्रोकर आपको अपने म्युचुअल फंड्स को डीमैट फॉर्मेट में रखने की सुविधा भी प्रदान करते हैं.
डिमैट अकाउंट खोलने की प्रवृत्ति में इधर तेजी से इजाफा हुआ है जिसके प्रमुख कारण निम्नलिखित हो सकते हैं-
- जैसा कि कुछ दिनों पहले जेरोधा के फाउंडर नितिन कामत जी ने बताया था की आधार से डिमैट अकाउंट का खोला जाना ब्रोकिंग के क्षेत्र में क्रांतिकारी सिद्ध हुआ और इस प्रक्रिया के आने से लोगों ने डिमैट अकाउंट तेजी से खुलवाए.
- अब डिमैट खाते खुलवाने के लिए आपको किसी ऑफिस जाने की जरूरत नहीं पड़ती है यह घर बैठे 15 से 20 मिनट में आप अपने मोबाइल या लैपटॉप के द्वारा आसानी से ओपन कर सकते हैं.यह भी डिमैट खातों की संख्या बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुआ.
- करोना कॉल में काफी लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा था, ऐसे लोगों ने नए अवसरों की तलाश में स्टॉक मार्केट का रुख किया इस कारण भी डिमैट अकाउंट की संख्या में वृद्धि देखने को मिलती है.
- भारतीय स्टॉक मार्केट में डिस्काउंट ब्रोकरों के आ जाने से प्रतियोगिता बहुत बढ़ गई है, दिन प्रतिदिन यह नए डिस्काउंट ब्रोकर नई तकनीकों के साथ और नए ऑफर्स के साथ आते रहते हैं , डिमैट अकाउंट की संख्या बढ़ने के पीछे यह भी एक प्रमुख कारण है.
- बचत के माध्यमों जैसे कि एफ़.डी.; पी.पी.एफ. इत्यादि पर ब्याज की दर निरंतर कम होती जा रही है और महंगाई दर नित नई ऊंचाइयां छू रही है इस परिस्थिति में लोगों को ज्यादा रिटर्न पाने के लिए एक बेहतर माध्यम की तलाश थी और यह खोज डिमैट अकाउंट पर जाकर रूकती है जहां पर निवेशक ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.बचतों/सेविंग्स पर कम ब्याज दर भी डिमैट खातों की संख्या बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है.
सी.डी.एस.एल. के पास में कितने डीमैट खाते हैं
सार्वजनिक आंकड़ों के अनुसार सी.डी.एस.एल. जोकि भारत की दो डिपॉजिटरीज में से एक है,के पास 7.16 करोड़ डीमैट खाते हैं.
एन.एस.डी.एल. जोकि भारत की दूसरी डिपॉजिटरीज है,के पास 7.16 करोड़ डीमैट खाते हैं.
डीमैट खातों कितने डीमैट खाते हो सकते हैं? की संख्या बढ़ना क्या संकेत करता है
भारतीय बाजार में डीमैट खातों की बढ़ती संख्या हर्ष का विषय है क्योंकि इनमें से अधिकतर डीमैट खाते खुदरा निवेशकों यानी रिटेल निवेशकों की बाजार/स्टॉक मार्केट में भागीदारी बढ़ने का संकेत है. खुदरा निवेशकों के बढ़ने से फायदा यह होगा की हमारी निर्भरता विदेशी निवेशकों पर घटेगी और ऐसा होने से बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को कम मिलेगा.
बढ़ती तकनीकी और तकनीकी के विस्तार के कारण स्टॉक मार्केट में लोगों द्वारा भारत के कोने-कोने से निवेश किया जा रहा हैं, और यह संख्या क्रमबद्ध तरीके से लगातार बढ़ती ही जा रही है. आने वाले समय में जब बिजली के साथ-साथ नेटवर्क का विस्तार भी दूर तलक हो जाएगा तब डिमैट अकाउंट की यह संख्या और तेजी से बढ़ेगी.
आज की तारीख लोगों में निवेश को लेकर सोचने का नजरिया और जागरूकता मल्टीमीडिया के उपयोग के कारण लगातार बढ़ता जा रही है, अभी तक हमारे देश में जनसंख्या के प्रतिशत के हिसाब से स्टॉक मार्केट में निवेश करने वालों की संख्या काफी कम कहीं जा सकती है,इस संख्या के भविष्य में बढ़ने की अपार संभावनाएं प्रतीत होती हैं,और जब ऐसा होगा तो यह भारत के निर्माण एवं भविष्य के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा.
ढेर सारे Demat Accounts को लेकर हैं कन्फ्यूज? जानें एक ही खाते में कैसे कितने डीमैट खाते हो सकते हैं? ट्रांसफर करें अपनी सारी सिक्योरिटीज
हो सकता है आपके पास भी एक से अधिक डीमैट खाते हों और सभी खातों में कुछ प्रतिभूतियां पड़ी हुई हों। अगर ये एक ही डीमैट खाते में आ जाए तो इनका प्रबंधन आसान हो जाएगा। आइए जानते हैं कि एक ही डीमैट खाते में सिक्योंरिटीज कैसे करें ट्रांसफर
नई दिल्ली, रामकुमार के। पांच साल पहले से लेकर वर्तमान तक किसी भी व्यावसायिक क्षेत्र को देखें, आपको आमूल-चूल बदलाव नजर आएंगे। किसी भी और बदलाव की तुलना में डिजिटलीकरण सबसे बड़ा बदलाव है। डिजिटलीकरण एक ऐसी ताकत के रूप में सामने आया है कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच इसकी कुशल पैंतरेबाजी दुनिया भर के व्यवसायों के लिए जीवन और मरण का विषय बन गई है। उस संदर्भ में, पूंजी बाजार ने न केवल तकनीकी नवाचारों को लागू किया है बल्कि इसके कितने डीमैट खाते हो सकते हैं? आश्चर्यजनक प्रभाव से अपने लाभ को भी बढ़ाया है।
सिक्योरिटीज को भिन्न डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर करने की विधि
चरण 1 - प्रक्रिया शुरू करने के लिए, ‘ए’ को पहले डिपॉजिटरी सेवा प्रदाता की वेबसाइट पर जाना होगा और डीपी आईडी और क्लाइंट आईडी प्रदान करने वाली प्रतिभूतियों के हस्तांतरण के लिए दिए गए पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
चरण 2 - अब, ‘ए’ को पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा, जिसे दर्ज करके निवेशक उपयोगकर्ता नाम, सुरक्षा प्रश्न और उत्तर सेट कर सकेगा।
चरण 3 कितने डीमैट खाते हो सकते हैं? - लेन-देन के साथ आगे बढ़ने के लिए, ‘ए’ को एक विश्वसनीय खाता जोड़ना होगा। विश्वसनीय खाता लगभग 24 घंटों की अधिकतम अवधि के भीतर सक्रिय हो जाता है।
चरण 4 - ‘ए’ को अब शेयरों के हस्तांतरण के लिए पोर्टल में लॉग इन करना होगा, ‘ट्रांजिक्शन’ टैब पर क्लिक करें और कितने डीमैट खाते हो सकते हैं? ‘सेटअप’ विकल्प के तहत ‘बल्क सेटअप’ चुनें।
क्लियरिंग और सेटलमेंट की प्रक्रिया
वैसे तो क्लियरिंग और सेटलमेंट बहुत ही सैधान्तिक विषय है लेकिन इसके पीछे की प्रक्रिया को समझना महत्वपूर्ण है। एक ट्रेडर या निवेशक के तौर पर आपको ये चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती कि आपका सौदा कैसे क्लियर या सेटल हो रहा है, क्योंकि एक अच्छा इंटरमीडियरी यानी मध्यस्थ ये काम कर रहा होता है और आपको ये पता भी नहीं चलता।
लेकिन अगर आप इसको नहीं समझेंगे तो आपकी जानकारी अधूरी रहेगी इसलिए हम विषय को समझने की कोशिश करेंगे कि शेयर खरीदने से लेकर आपके डीमैट अकाउंट (DEMAT account) में आने तक क्या होता है।
10.2 क्या होता है जब आप शेयर खरीदते हैं?
दिवस 1/ पहला दिन- सौदे का दिन (T Day), सोमवार
मान लीजिए आपने 23 जून 2014 (सोमवार) को रिलायंस इंडस्ट्रीज के 100 शेयर 1000 रुपये के भाव पर खरीदे। आपके सौदे की कुल कीमत हुई 1 लाख रुपये (100*1000)। जिस दिन आप ये सौदा करते हैं उसे ट्रेड डे या टी डे (T Day) कहते हैं।
दिन के अंत होने तक आपका ब्रोकर एक लाख रुपये और जो भी फीस होगी, वो आपसे ले लेगा। मान लीजिए आपने ये सौदा ज़ेरोधा पर किया, तो आपको निम्नलिखित फीस या चार्जेज देनी होगी:
क्रमांक | कितने तरह के चार्जेज | कितना चार्ज | रकम |
---|---|---|---|
1 | ब्रोकरेज | 0.03% या 20 रुपये- इनमें से जो भी इंट्राडे ट्रेड के लिए कम हो | 0 |
2 | सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन चार्ज | टर्नओवर का 0.1% | 100/- |
3 | ट्रांजैक्शन चार्ज | टर्नओवर का 0.00325% | 3.25/- |
4 | GST | ब्रोकरेज का 18% + ट्रांजैक्शन चार्ज | 0.585/- |
5 | SEBI चार्ज | 10 रुपये प्रति एक करोड़ के ट्रांजैक्शन पर | 0.1/- |
कुल | 103.93/- |
शेयर बाजार में बहार से बढ़ते जा रहे निवेशक, 5 करोड़ से ज्यादा हुए डीमैट अकाउंट
- नई दिल्ली ,
- 15 फरवरी 2021,
- (अपडेटेड 15 फरवरी 2021, 1:40 PM IST)
- कोरोना काल में भी शेयर बाजार में तेजी
- तेजी से बढ़ते शेयर बाजार के निवेशक
- डीमैट अकाउंट की संख्या 5 करोड़ पार
कोरोना काल में भी शेयर बाजारों के नित नई ऊंचाइयां छूने से बहुत से लोग इनमें निवेश के प्रति आकर्षित हुए हैं. इसकी वजह से देश में डीमैट खाताधारकों की संख्या 5 करोड़ के पार हो गई है.
देश के सबसे बड़े डिपॉजिटरी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (CDSL) में पिछले महीने डीमैट खाताधारकों की संख्या 3 करोड़ तक पहुंच कितने डीमैट खाते हो सकते हैं? गई. अप्रैल 2020 के लॉकडाउन के बाद से ही डीमैट खाताधारकों की संख्या तेजी से बढ़ी है.
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