क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है? | Why crypto market is down?

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बिजनेस एवं निवेश में हमेशा केवल फायदा ही नहीं होता। बहुत बार नुकसान भी होता है। कई बार अच्छा रिटर्न दे रही करेंसी में इन्वेस्टमेंट भी बहुत बड़ा नुकसान देकर जाता है।

ऐसा संबंधित मार्केट में उतार-चढ़ाव की वजह से होता है। इस उतार-चढ़ाव के कई कारण होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कितना डाउन है एवं यह क्यों डाउन है? आज इस पर हम आपको इस पोस्ट में जानकारी देंगे।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार 2023 में निवेश के लिए पाँच सबसे अच्छी क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं? (What is cryptocurrency market?)

सबसे पहले समझ लेते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या है? सामान्य रूप से क्रिप्टोकरेंसी बाजार अथवा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट वह जगह है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-फरोख्त एवं ट्रेडिंग होती है।

इसे अलग अलग नामों से भी जाना जाता है। जैसे- क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, डिजिटल करेंसी एक्सचेंज, काॅइन मार्केट एवं क्रिप्टो मार्केट आदि।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार डाउन क्यों है? (Why cryptocurrency market is down?)

आम बजट में भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में 30 फीसदी टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो मार्केट में बिटकाॅइन के रेट नीचे पहुंच गए। टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई और इसमें बिकवाली बढ़ गई। यह स्थिति पहली बार नहीं आई है।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है? | Why crypto market is down?

दिसंबर, 2021 में भी सरकार के रवैये ने आम भारतीय क्रिप्टो निवेश्कों को खूब परेशान किया है। उस दौरान भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज पर निवेशकों ने जल्दबाजी में अपनी करेंसी बेच डाली। विशेषज्ञ क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों ने इसका लाभ उठाते हुए गिरे भाव पर दांव लगाया एवं क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली। वे कीमत गिरने का ही इंतजार कर रहे थे।

आपको जानकारी दे दें कि यद्यपि भारत में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को वैध दर्जा प्राप्त नहीं, ऐसे में कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के संचालक इस पर टैक्सेशन को इसके लीगल किए लाने का पहला दरवाजा मानकर चल रहे हैं, जिसे वे पार कर चुके हैं। सरकार भी इस संबंध में फैसला लेने में अधिक देर करने की स्थिति में नहीं है।

क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के समय क्या करना चाहिए? (What to do when Crypto market is down?)

किसी भी चीज में गिरावट का अर्थ यह कतई नहीं होता कि आप उसे छोड़ दें। खास तौर पर शेयर मार्केट के जानकार गिरावट के समय ही शेयरों में निवेश बढ़ाने की नसीहत देते हैं।

क्रिप्टो मार्केट में भी यही फार्मूला लागू होता है। यदि कोई निवेशक अच्छे से मार्केट रिसर्च करता है और उसे यह बेस मजबूत दिखता है तो यह क्रिप्टो करेंसी में निवेश का सबसे अच्छा समय कहा जा सकता है।

प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में 24 घंटे के भीतर आई गिरावट का लेखा जोखा

अब एक नजर डाल लेते हैं पिछले 24 घंटे के भीतर प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में आई गिरावट के स्तर पर। यह निम्नवत है-

हमने 2023 में निवेश के लिए पाँच सबसे अच्छी क्रिप्टोकरेंसी 2023 में निवेश के लिए पाँच सबसे अच्छी क्रिप्टोकरेंसी इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताया कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है। यदि आप भी इस करेंसी में इन्वेस्ट करने के इच्छुक हैं तो उससे पहले इस मार्केट के उतार-चढ़ाव को अच्छी तरह से समझ लें।

इस पोस्ट को लेकर आपके मस्तिष्क में कोई शक शुबहा है तो हमसे पूछ सकते हैं। करेंसी के संबंध में जागरूकता के मद्देनजर इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करना न भूलें। धन्यवाद।

Today News On Crypto : 2025 तक 100 गुना बढ़ सकती है, इन टोकन्स की कीमत ! ये रहा निवेश करने का सही समय !

Today News On Crypto :- लेटेस्ट स्टडी के मुताबिक प्राइस इसके बढ़ने पर रिटेल इन वर्ड इन्वेस्टर्स की ओर से बिटकॉइन की खरीदारी की जा रही थी। जबकि इसके व्हेल्स जैसे बड़े होल्डर्स बिकवाली कर प्रॉफिट कमा रहे थे। मार्केट कैप के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन होने के बावजूद दूसरा सबसे बड़ा मीम कॉइन SHIB है,जो अस्थिर ही रहता है। लेकिन कीमत में देर से वेट बढ़ोतरी देखी जा सकती है, इसकी कीमतों में भी पिछले कुछ समय में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है।

Today News On Crypto

Today News On Crypto

Non Fungible Tokens :- जब से Dogecoin(Shiba Inu) ने मार्केट का रूख पकड़ा, तभी से मीम कॉइन की शुरुआत मानी जाती है। इनमें से कुछ मीम कॉइन शुरुआत में ही दम तोड़ चूके थे, तो कुछ ने क्रिप्टो मार्केट में अपने पैर अच्छी तरह से जमा लिए। हालाकि पिछले कुछ समय में पूरे क्रिप्टो मार्केट में गिरावट दर्ज की गई, जिसका असर मीम कॉइन पर भी पड़ा, लेकिन यदि पिछले कुछ वर्षों को देखा जाए, तो इन कॉइन ने कई गुना बढ़ोतरी देखी है,और अपने सैकड़ों निवेशकों को करोड़पति बना दिए हैं.जहां एक ओर Bitcoin, Ether, Tether, XRP जैसे क्रिप्टो धीमी गति से प्रॉफिट अर्जित करने में मदद करते हैं, वहीं, Dogecoin, Shiba Inu, Floki Inu, Safemoon जैसे मीम कॉइन चंद मिनटों में मार्केट में उथल-पुथल मचा देते हैं।Penny Cryptocurrency Token 2022-23 : डिजीटल करेंसी की महामाया ! टॉप 5 Penny Currency का रेट पहुंच सकता है 1 डॉलर !

Note :- ध्यान दें, एक इनसाइट फर्म ने उन मीम कॉइन की एक लिस्ट शेयर की है, कथित तौर पर 2025 तक 100 गुना से ज्यादा वृद्धि देखा जा सकता हैं।

ये रही जबरदस्त पॉपुलेरिटी वाला मीम कॉइनो की लिस्ट !

Doge Cryptocurrency :- अगरAnalytics Insight के अनुसार बात करें तो, वर्तमान में Dogecoin सबसे बड़े मीम कॉइन और निवेश एसेट्स में से एक है, जो Bitcoin और Ethereum से भी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। साथ ही Elon Musk की Twitter डील ने तो इसकी कीमतों में रॉकेट लगा दिया, और टोकन करीब 150% बढ़ गया। पिछले कुछ वर्षों से यह बहस चल रही है कि मीम कॉइन 1 डॉलर पर पहुंचेगा या नहीं, जिसे लेकर एक्सपर्ट्स का मानना ​​है कि यह 2023 तक 1 डॉलर के निशान को पार कर सकता है।Cryptocurrency Today Rate : क्रिप्टो में आज हो रही है कमाई, जानिए आपके लिए क्या हैं, ख़ास!

Shiba Inu Meme Currency :– दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मीम कॉइन SHIB है, जो अस्थिर तो रहता है, लेकिन कीमत में देर-सवेर बढ़ोतरी देखता है। इसकी कीमतों में भी पिछले कुछ समय में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है। रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि 2023 तक इस टोकन की कीमत में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

Safe Moon Meme Currency :- यह करेंसी मूल रूप से एक DeFi टोकन है, जो 2021 में चांद पर ही पहुंच गया था। जी हां हम इसकी कीमत की बात कर रहे हैं। यह RFI टोकनोमिक्स और एक ऑटो-लिक्विडिटी जनरेटिंग प्रोटोकॉल का एक कॉन्बिनेशन है। रिपोर्ट के अनुसार सेफमून की योजना एक NFT एक्सचेंज विकसित करने की है, जो 2023 और उसके बाद भी इसकी कीमत में वृद्धि करेगा।Cryptocurrency की भारत में आज की कीमत ! मात्र 1% टूटा BitCoin, चेक करें टॉप-10 करेंसीज के करेंट भाव !

Kitty Inu Meme CryptoCurrency :- अगर इस क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो, यह एक गेमिंग और एनएफटी DeFi प्रोटोकॉल है, जो प्ले-टू-अर्न और मेटावर्स इकोसिस्टम को पावर देता है। कॉइन का मिशन सर्वश्रेष्ठ कम्युनिटी-संचालित गेमिंग और NFT DeFi प्रोटोकॉल का निर्माण करना है, जो कि Defi में सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक द्वारा सपोर्टेड है। आने वाले समय में कथित तौर पर यह मीम कॉइन भी जबरदस्त प्रदर्शन कर सकता है।

Floki Inu Meme Digital Coin :– चुकीं फ्लोकी इनु एक अन्य डॉग-थीम मीमकॉइन है, जो खुद को मीम कॉइन नहीं बल्कि “एक कैंपेन” कहता है। यह शिबा इनु (SHIB) कम्युनिटी फैन्स और मेंबर्स द्वारा शुरू की गई है क्रिप्टोकरेंसी है। फ्लोकी इनु सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले मीमकॉइन्स में से एक है।Crypto-Currency-Today-Price-क्रिप्टो-मार्केट-में-आया-1-का-उछाल-

आज आपने क्या सीखा ?

उम्मीद करती हूं दोस्तों, आपको मेरी आज की पेशकश पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से कोशिश यही रहती है कि ट्रेंडिंग न्यूज़ से संबंधित सही जानकारी आप तक पहुंचे ! अगर आपको Today News On Crypto के बारे में और भी मालूम हैं, तो हमारे साथ जरूर शेयर कीजिए. धन्यवाद !

फीचर आर्टिकल: क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य

पिछले कुछ समय में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश सबसे हॉट इन्वेस्टमेंट के रूप में उभरा है। खासकर युवा निवेशकों के बीच यह तेजी से लोकप्रिय हुआ है। परंपरागत रूप से सुरक्षित तरीके से पैसा लगाने वाले निवेशक भी इसमें लगातार दिलचस्पी ले रहे हैं।

जहां एक और ब्लॉकचेन की मुख्य भूमिका वाले वेब 3.0 की बात हो रही है, वहीं देश में स्टार्टअप कल्चर भी तेजी से पैर पसार रहा है। ऐसे में दुनिया की सबसे अधिक युवा आबादी वाले देशों में शुमार भारत 2023 में निवेश के लिए पाँच सबसे अच्छी क्रिप्टोकरेंसी इस कल्चर को तेजी से अपना रहा है और ब्लॉकचेन आधारित तकनीकों पर बहुत अधिक ध्यान दिया जा रहा है।

क्रिप्टो टैक्स: क्रिप्टो निवेश अब मुख्यधारा में आ चुका है
भारत में क्रिप्टोकरेंसी निवेशक हमेशा से इस बात को लेकर आशंकित रहे हैं कि देश में यह निवेश कानूनी रूप से वैध है या नहीं! इसी धारणा को स्पष्ट करने के लिए पहली बार देश में इस साल के बजट में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स की बात की गई है।

इस वर्ष के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर अब 30 प्रतिशत कर लगेगा। कराधान उद्देश्य के लिए, क्रिप्टोकरेंसी को अब वर्चुअल डिजिटल एसेट (VDA) की परिभाषा में शामिल कर लिया गया है।

इसके अलावा, लेन-देन के विवरण को विनियमित और कैप्चर करने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज या किसी अन्य भुगतानकर्ता द्वारा क्रिप्टोकरंसी के विक्रेता से 1 प्रतिशत टीडीएस की कटौती का भी प्रावधान किया गया है, यदि कुल भुगतान 10,000 रुपए वार्षिक से ऊपर है। यह प्रावधान 1 जुलाई 2022 से लागू किए जा रहे हैं।

इस तरह से कहा जा सकता है कि अब भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पूरी तरह से कानूनी रूप से 2023 में निवेश के लिए पाँच सबसे अच्छी क्रिप्टोकरेंसी वैध हो चुका है। जहां तक अधिक कर की बात है तो यह एक लचीली व्यवस्था है। यह शुरुआती समय है और आने वाले समय में इस पर अधिक विचार किया जाएगा। इसके बाद निवेशकों को हित को देखते हुए इसमें आवश्यक बदलाव किए जा सकते हैं।

भारत बन रहा वेब 3.0 हब
वेब3 या वेब 3.0 एक नई शब्दावली है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। इसका अर्थ एक ऐसे इंटरनेट स्पेस से है, जो विकेन्द्रीकृत प्रक्रिया को बढ़ावा देता है। सरल शब्दों में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के पास इंटरनेट चरण के स्वामी होने की 2023 में निवेश के लिए पाँच सबसे अच्छी क्रिप्टोकरेंसी शक्ति होती है। इसके अनुसार इंटरनेट की दुनिया में आम इंटरनेट उपयोगकर्ता शेयरधारक होंगे।

वेब 3.0 मूल रूप से यह निर्धारित करता है कि किसी दिए गए इंटरनेट व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र में भाग लेने वाले सभी विभिन्न हितधारक अपने डेटा पर नियंत्रण कैसे बनाए रखते हैं। अच्छी बात यह है कि भारत धीरे-धीरे वेब 3.0 अर्ली एडॉप्टर के रूप में विकसित हो रहा है, जिसमें पूरे देश में कार्यक्रमों की योजना तेजी से बनाई जा रही है।

वेब 3.0 में इकोसिस्टम के लिए क्रिप्टो एसेट की जरूरत होती है और यही वजह है कि वेब 3.0 क्रिप्टो करेंसी के अभाव में सफल नहीं हो सकता। नए इकोसिस्टम में एक्सचेंज के मीडियम के रूप में क्रिप्टोकरेंसी का होना जरूरी है। यही कारण है कि वेब 3.0 का क्रेज क्रिप्टो व्यापार को और आगे ले जाएगा।

भारत में क्रिप्टो निवेश: लगातार विकास के पथ पर अग्रसर
भारत में क्रिप्टो निवेशक और HODLers उत्साहित हैं और आशावाद से भरे हुए हैं। HODLers शब्द का चलन क्रिप्टो करेंसी को खरीदकर उसे लंबे समय तक होल्ड करने वाले लोगों के लिए किया जाता है। भारत में क्रिप्टो को वैधानिक मान्यता मिलने, वेब 3.0 को जल्दी अपनाने की स्पर्धा और निवेश के लिए आधुनिक विकल्प ने अग्रणी क्रिप्टो एक्सचेंजों रजिस्टर्ड यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ाई है।

कॉइनस्विच कुबेर प्लेटफॉर्म पर 15 मिलियन यानी डेढ़ करोड़ से अधिक यूजर्स हैं और कंपनी अपनी वर्कफोर्स को दिसंबर 2022 तक 1000 तक पहुंचाना चाहती है। कॉइनस्विच भारत का पहला ऐसा क्रिप्टो एक्सचेंज होगा, जो अपनी टीम में वेब 3.0 इंजीनियर्स की भर्ती करेगा। इसके अलावा​ क्रिप्टो के निवेशक इस वजह से भी बढ़ रहे हैं क्योंकि लोग बड़े पैमाने पर निवेश के दूसरे विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।

इसमे शामिल है: एनएफटी, मेटावर्स-संचालित निवेश और डिफाइ-आधारित निवेश।

कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि भारत में क्रिप्टो में काफी संभावनाएं हैं। निवेशकों की दिलचस्पी के साथ ही वेब 3.0 के विकास की वजह से क्रिप्टो समय की मांग बन चुके हैं। आधुनिक युग में नवीनतम तकनीकों के साथ यदि किसी निवेश को सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है तो वह क्रिप्टो निवेश ही है।

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क्रिप्‍टोकरेंसी पर भारत में कानून नहीं, फिर भी लोग जमकर निवेश कर रहे, अगर बैन हो गया तो…?

Cryptocurrency investment in India: एक अनुमान के मुताबिक, भारत में फिलहाल डेढ़ करोड़ लोगों ने क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश किया है. लेकिन आरबीआई और केंद्र सरकार की ओर से न तो कोई कानूनी प्रावधान है और न ही इसे लेकर उनका पक्ष स्‍पष्‍ट है. ऐसे में अगर भविष्‍य में क्रिप्‍टोकरेंसी को बैन कर दिया जाता है तो क्‍या होगा?

क्रिप्‍टोकरेंसी पर भारत में कानून नहीं, फिर भी लोग जमकर निवेश कर रहे, अगर बैन हो गया तो.

भारत में जो लोग क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश कर रहे हैं, वे अपने लिए बहुत बड़ा जोख़िम उठा रहे हैं. उन्‍हें इस बात का बिल्‍कुल भी अंदाजा नहीं है कि इसे लेकर कब और कैसे कानून बनने वाले हैं. हालांकि, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और केंद्र सरकार – दोनों ने स्‍पष्‍ट कर दिया है कि क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर वित्‍तीय स्थिरता समेत कई तरह की चिंताओं को दूर किए बिना इसे कानूनी वैधता (Legal validity of cryptocurrency) नहीं दी जा सकती है. इस मामले से जुड़े जानकारों का भी कहना है कि क्रिप्‍टाकरेंसी में निवेश को लेकर भारतीय निवेशकों पर दोहरा जोख़‍िम है.

उनका कहना है कि जब तक भारत में क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर नियामकीय रास्‍ता साफ़ नहीं हो जाता, तब तक यह एक तरह का जुआ ही है. एक्‍सपर्ट्स की यह राय निवेशकों के लिए इसलिए भी महत्‍वपूर्ण हो जाती है क्‍योंकि पहले की तुलना में अब भारतीयों का रुझान क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश को लेकर लगातार बढ़ने लगा है.

भारत में फिलहाल कितना बड़ा है किप्‍टो मार्केट?

क्रिप्‍टो एक्‍सचेंजों (Crypto Exchange) के एक अनुमान के मुताबिक, भारत में तकरीबन 1.5 करोड़ लोगों ने क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश किया है. वर्तमान में भारतीय लोगों के पास करीब 15,000 करोड़ रुपये की होल्डिंग है. 350 ऐसे स्‍टार्टअप्‍स हैं, जो ब्‍लॉकचेन (Blockchain) और क्रिप्‍टो मार्केट (Crypto Market in India) से जुड़े हैं. WazirX और कॉइनस्विच कुबेर समेत कई एक्‍सचेंजों पर यूजर्स की मांग लगातार बढ़ रही है. खुद क्रिप्टो एक्‍सचेंज अपने विज्ञापनों के लिए जमकर पैसा बहा रहे हैं.

दूसरी ओर आरबीआई ने किप्‍टोकरेंसी को लेकर चिंता ज़ाहीर कर दी है. इसी साल मार्च महीने में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने एक इवेंट के दौरान कहा कि केंद्रीय बैंक को क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर कई तरह की चिंता है. दास ने कहा, ‘आरबीआई और सरकार, दोनों वित्‍तीय स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमने सरकार को क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कुछ बड़ी चिंताओं के बारे में बताया है. सरकार इसपर जल्‍द ही कोई फैसला करेगी.’

RBI ने अब तक क्‍या किया है?

आरबीआई ने 2018 में सभी बैंकों पर क्रिप्‍टोकरेंसी से जुड़े कारोबार में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IMAI) द्वारा दायर की गई याचिका की सुनवाई के दौरान इसे पलट दिया. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कहा कि जब इसे लेकर कोई नियमन तैयार नहीं होता है, तब तक आरबीआई वर्चुअल करेंसी को रेगुलेट कर सकता है लेकिन इस तरह की करेंसी में कारोबार करना किसी भी पेशे में काम करने के मूल अधिकार के दायरे में आता है. कोर्ट का यह फैसला संविधान के आर्टिकल 19 (1)(g) के तहत लिया था, जोकि ट्रेड या बिज़नेस से संबंधित है.

सरकार क्‍या कर रही है?

आरबीआई तो स्‍पष्‍ट रूप से क्रिप्‍टोकरेंसी को लेनदेन के माध्‍यम के तौर पर वैधता देने के पक्ष में नहीं है. सरकार ने अभी तक अपना पक्ष साफ नहीं किया है. क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने के लिए सरकार ने ‘क्रिप्‍टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021’ के नाम से एक बिल पेश करने का प्रस्‍ताव दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के माने तो इस बिल में क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency Bill) से जुड़े किसी भी काम को गैर-कानूनी बनाने का प्रावधान है. लेकिन अभी तक यह साफ नहीं है कि आखिर कब तक इसे संसद में पेश किया जाएगा.

क्रिप्‍टोकरेंसी क्‍यों खरीद रहे लोग?

अर्थव्‍यवस्‍था के मौजूदा माहौल को देखें तो लोगों के पास क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश को लेकर कोई आकर्षक निवेश विकल्‍प नहीं दिखाई दे रहे हैं. ब्‍याज दरों में लगातार कटौती होने से बैंक डिपॉजिट (Bank deposits) में कोई रुचि नहीं दिखा रही. इसी प्रकार अर्थव्‍यवस्‍था में अन‍िश्चितता और उठापटक की वजह से रियल एस्‍टेट, इक्विटी म्‍यूचुअल फंड में कुछ खास रुचि नहीं देखने को मिल रही है.

कोविड-19 संकट, बैंकिंग निवेश में खराब रिटर्न के बीच क्रिप्‍टोकरेंसी तेजी से पॉपुलर हो रहा है. साथ ही हाल के दिनों में क्रिप्‍टोकरेंसी मार्केट से आ रही खबरों ने भी निवेशकों के सेंटीमेंट को बहुत हद तक प्रभावित किया है.

क्रिप्‍टोकरेंसी को क्‍यों अर्थव्‍यवस्‍था और बैंकिंग सिस्‍टम के लिए जोख़‍िम माना जाता है?

दरअसल, केंद्रीय बैंक का मानना है कि देश की अर्थव्‍यवस्‍था और बैंकिंग सिस्‍टम का केंद्रीकरण ही सबसे बेहतर तरीका होता है यानी सरकार के पास ही अर्थव्‍यवस्‍था और बैंकिंग सिस्‍टम की बागडोर होनी चाहिए. लेकिन 2023 में निवेश के लिए पाँच सबसे अच्छी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) समेत दूसरी क्रिप्‍टोकरेंसी इसके ठीक उलट तरीके से काम करती हैं. उन्‍हें न तो किसी देश का रेगुलेटर और न ही कोई सरकार कंट्रोल करती है. यही कारण है कि केंद्रीय बैंक क्रिप्‍टोरेंसी को संदेह की नज़र से देखते हैं और इसकी ट्रेडिंग पर बैन या कड़े नियमन की वकालत करते हैं. अब कॉमर्शियल बैंक भी क्रिप्‍टोकरेंसी से दूरी बना रहे हैं.

अगर भारत में क्रिप्‍टोकरेंसी बैन हुआ तो क्‍या होगा?

क्रिप्‍टोकरेंसी पर कानूनी प्रावधान नहीं होने का मतलब है कि अगर भविष्‍य में सरकार इस पर बैन लगाने का फैसला करती है तो मौजूदा निवेशकों को भारी नुकसान हो सकता है. यही कारण है कि भारत में क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश को लेकर बड़ा जोख़‍िम है. हाल के दिनों में क्रिप्‍टोकरेंसी मार्केट में उठापटक के बाद अधिकतर लोगों का मानना है कि केवल फायदे की उम्‍मीद में ही इसमें निवेश किया जा रहा है.

साथ ही क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर इस संभावना को भी खारिज नहीं किया जा सकता कि गैर-कानूनी कामों और मनी-लॉन्ड्रिंग के लिए इसका इस्‍तेमाल किया जा सकता है. जब तक आरबीआई की ओर से स्थिति बहुत साफ नहीं हो जाती, बैंक भी इसे लेकर चिंतित रहेंगे.

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