‘किसान गर्जना रैली’ में माहौल काफी सांस्कृतिक था। स्थानीय नाच-गान और संगीत के माध्यम से किसान विरोध प्रदर्शन करते नज़र आए। ढोल और झाल बजाते हुए किसान भी वहाँ मौजूद थे। शाम होने के बाद वे कारक जो रिपल की कीमत को प्रभावित करते हैं कई किसान वापस रेलवे स्टेशन के लिए निकलते नज़र आए, वे कारक जो रिपल की कीमत को प्रभावित करते हैं क्योंकि अभी गेहूँ का मौसम है और और उन्हें खेतों में काम भी रहता है। सबसे बड़ी बात ये कि ‘किसान गर्जना रैली’ में महिलाओं की एक बड़ी उपस्थिति दिखी।
केंद्र ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 3.90 लाख करोड़ रुपए खर्च कर मुफ्त खाद्यान्न वितरित किया
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि देशभर में वन नेशन-वन राशन कार्ड की महत्वाकांक्षी योजना से गरीबों को काफी राहत मिली है। श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से केंद्र सरकार ने गरीबों को 3.90 लाख करोड़ रुपये का मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया है, जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किसानों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए सरकार ने 2021-22 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर रिकॉर्ड 2.75 लाख करोड़ रुपए मूल्य के खाद्यान्न की खरीदारी की है।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कृषि मंत्रालय से संबंधित उपलब्धियों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण हुए आर्थिक व्यवधान के कारण गरीबों को हुई कठिनाइयों को दूर करने के लिए और खाद्य सुरक्षा पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए, प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने मार्च 2020 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की, जिसके तहत लगभग 80 करोड़ लोगों के लिए अतिरिक्त मुफ्त खाद्यान्न (चावल/गेहूं) के वितरण की घोषणा की थी। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना (वे कारक जो रिपल की कीमत को प्रभावित करते हैं पीएम-जीकेएवाई) के तहत प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलोग्राम के हिसाब से अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) और प्राथमिकता वाले घरेलू (पीएचएच) लाभार्थी, जिसके तहत अब तक, 3.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक के व्यय के साथ राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को 1118 एलएमटी खाद्यान्न आवंटित किया गया है। पीएमजीकेएवाई का 7वां चरण (अक्टूबर-दिसंबर, 2022) राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में चल रहा है।
2023 में Car खरीदना होगा और भी महंगा, जनवरी से कारों के साथ बाइक्स भी होंगी हजारो रूपए महंगी
नई दिल्ली :- फॉक्सवैगन और Honda ने घोषणा की है कि नए साल से वह अपनी Cars के दाम में बढ़ोतरी करने जा रहे हैं. नई कीमतें सभी मॉडल रेंज पर जनवरी 2023 से लागू हो जाएंगी. दोनों कंपनियों की तरफ से बढ़ती लागत को इसका कारण बताया जा रहा है. इससे पहले भारतीय पैसेंजर कार बाजार की सबसे बड़ी कंपनी Maruti सुजुकी, हुंडई, Tata मोटर्स, मर्सीडीज, ऑडी, रेनो, Kia इंडिया और MG Motors भी एलान कर चुकी है कि वह जनवरी से अपनी Car Rate बढ़ाने जा रही है.
6 मॉडल ग्लोबल मार्केट में मौजूद
फॉक्सवैगन ने कमोडिटी की बढ़ती कीमत और आगामी नियामक बदलाव को इसका कारण बताया है. इस जर्मन कंपनी के स्पेशल एडिशन व्हीकल्स को छोड़कर छह मॉडल ग्लोबल मार्केट (Global Market) में उपस्थित है. इसके लाइन-अप में पोलो, वेंटो, टाइगुन, टिगुआन और नई सेडान वर्टस शामिल है. हालांकि पोलो भारतीय बाजार से Discontinue कर दी गई है. फॉक्सवैगन के पास वर्तमान में भारत के 117 शहरों में 157 बिक्री टच-प्वाइंट का Network उपलब्ध है.
वहीं जापानी कार Producer होंडा ने अपने सभी Models की कीमतों में 30 हजार रुपए तक की बढ़ोतरी करने की बात कही है. होंडा कार्स इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट (Sales And Marketing) कुणाल बहल ने बातचीत के दौरान कहा कि कच्चे माल की लागत में लगातार हो रही बढ़ोतरी और आने वाली Regulatory जरूरतों का आंकलन करने के बाद हमें 2023 जनवरी से अपने प्रोडक्ट्स के Price Revision से गुजरना होगा. दाम में बढ़ोतरी करने की सीमा 30 हजार रुपए तक की होगी. जो अलग अलग मॉडल के अनुसार अलग अलग होगी.
बैटरी महंगी होने से महंगे होंगे EV
टाटा मोटर्स के पैसेंजर और इलेक्ट्रिक व्हीकल के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेश चंद्रा ने एक इंटरव्यू में कहा था बैटरी की कीमतों में वृद्धि हुई हैं, लेकिन अभी तक इसका बोझ बाजार पर नहीं डाला गया है. उन्होंने कहा कि जहां तक Commodity Prices की बात है, तो उसके प्रभाव के आधार पर हम प्राइस Increase करने के लिए मूल्यांकन कर रहे हैं. चंद्रा ने कहा कि बैटरी की कीमतों और नए नियमों का असर EV पहलू पर भी हुआ है.
वाहनों की कीमतों में होने वाली बढ़ोतरी सिर्फ चार पहिया वाहनों के लिए ही नहीं है बल्कि देश की सबसे बड़ी Two Wheelers वाहन निर्माता कंपनी TVS मोटोकॉर्प ने भी जनवरी से कीमत का ऐलान कर दिया है. हाल ही में Hero ने भी अपनी टू व्हीलर्स के दाम में इज़ाफ़ा किया था.
दिल्ली में ‘जय बलराम’ करते जुटे 50000 किसान, कहा – राकेश टिकैत हमारा नेता नहीं, उनके आंदोलन को थी राजनीतिक फंडिंग
किसानों ने कहा कि हम अपना कार्य अहिंसक पद्धति से निकालने आए हैं और तीनों 'कृषि कानून' में त्रुटियाँ दूर होने के बाद वो उनका स्वागत करते। ये किसान 'भारत माता की जय' और 'जय बलराम' के नारे भी लगा रहे थे।
दिल्ली के रामलीला मैदान में 'भारतीय किसान संघ' द्वारा आयोजित 'किसान गर्जना रैली'
दिल्ली के रामलीला मैदान में सोमवार (19 दिसंबर, 2022) को लगभग 50,000 की संख्या में किसानों का जुटान हुआ। ‘भारतीय किसान संघ’ के बैनर तले इन किसानों ने केंद्र सरकार के समक्ष अपनी विभिन्न माँगें रखी और फिर शाम होते-होते लौट गए। इस रैली में देश भी के किसान जुटे। मंच पर भारत माता और भगवान बलराम की तस्वीर लगी थी। आंदोलन एकदम शांतिपूर्ण रहा और दिल्ली पुलिस के अलावा पैरा-मिलिट्री बलों की भी अच्छी-खासी तैनाती रही।
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