इन्हीं अलग – अलग स्थितियों के आधार पर कैंडल की संरचना भी अलग – अलग होती है।

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कैंडलस्टिक चार्ट की जानकारी – 2, लाल कैंडलस्टिक की जानकारी

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लाल रंग की कैंडलस्टिक का मतलब क्या है, लाल कैंडलस्टिक कैसे बनती है

पिछले भाग में हमने आपको हरे रंग की कैंडल की जानकारी दी थी. अब हम यह देखेंगे की कैंडलस्टिक चार्ट की लाल रंग की कैंडल किस प्रकार से बनती क्या एक लाल कैंडलस्टिक आपको बताता है है. इसके लिए हम मान लेते है किसी एक शेयर में एक दिन के open, high, low और close के भाव इस प्रकार है.

Date Open high Low close
03-01-2017 100 102 96 98

इसमें ऊपर 03-01-2017 का open का भाव 100 रूपये है, इसी प्रकार high price यानि दिन भर का सबसे ज्यादा का भाव 102 रूपये है, उस दिन का low price यानि दिन भर का सबसे कम भाव 96 रूपये है, और close price 98 रूपये है. अब आप यहाँ पर देख सकते है की 03-01-2017 को यह शेयर 100 रूपये पर खुल कर शाम को 98 क्या एक लाल कैंडलस्टिक आपको बताता है रूपये पर बंद हुआ यानि यह शेयर उस दिन नीचे गिर कर बंद हुआ तो इसकी कैंडल लाल रंग की बनेगी. यह कैंडल कुछ इस प्रकार की होगी.

यहाँ पर कैंडल का सबसे निचला हिस्सा दिन भर का low price बताता है. कैंडल का वह हिस्सा जिसमे लाल रंग है वह कैंडल की बॉडी कहलाता है. लाल रंग की कैंडल की बॉडी का ऊपर का हिस्सा open price और बॉडी का नीचे का हिस्सा close price बताता है. कैंडल का सबसे ऊपर का हिस्सा दिन भर का high price बताता है. open और high के बीच की लाइन को कैंडल की टेल या विक (tail or wick) क्या एक लाल कैंडलस्टिक आपको बताता है भी कहते है. इसी प्रकार close और low के बीच की लाइन को कैंडल की टेल या विक (tail or wick) भी कहते है.

यहाँ पर ध्यान देने योग्य बात यह है की हरे और लाल रंग की कैंडल में open और close price अलग-अलग और एक दुसरे के बिलकुल उलटे होते है.

Doji के प्रकार | Engulfing Candle क्या है ?

Doji भी किसी क्या एक लाल कैंडलस्टिक आपको बताता है Candles Stick Chart पर बनने वाली कैंडल की एक संरचना पर ही आधारित होती है। जैसा कि आप जान चुके हैं कि कैंडल किसी स्टॉक के भाव के खुलने और बन्द होने की स्थिति बताती है तथा हर बार ये स्थित अलग – अलग हो सकती है।

doji-ke-prakar

इन्हीं अलग – अलग स्थितियों के आधार पर कैंडल की संरचना भी अलग – अलग होती है।

डोजी भी क्या एक लाल कैंडलस्टिक आपको बताता है इसी प्रकार की एक कैंडल स्टिक संरचना है, जो बाजार में आगे क्या होने वाला है इसका संकेत देती है ।

आपको पता है कि किसी शेयर का भाव खुलने के बाद या तो बढ़ता है या फिर घटता है।

परंतु कभी – कभी ऐसा भी होता है कि मार्केट खुलने के बाद किसी शेयर का भाव घटता है या बढ़ता है लेकिन मार्केट बंद होने के समय तक भाव अपने खुलने के भाव के नजदीक ही आकर बंद होता है ।

ऐसी स्थिति में चित्रानुसार चार्ट पर कैंडल की जो आकृति बनती है, इसी आकृति को Doji कहते है।

Doji का अर्थ यह होता है कि इस स्टॉक में खरीद या बिक्री करने वालो में से किसी का भी पक्ष ज्यादा मजबूत नही रहा, इस कारण से उस स्टॉक में अस्थिरता बनी रही,

इससे यह संकेत मिलता है कि आने वाले समय में उस शेयर के भाव में कोई बड़ा बदलाव होने वाला है,

हो सकता है कि उस शेयर के भाव बहुत ज्यादा नीचे गिर जाए, या ये भी हो सकता है कि भाव बहुत ऊपर चढ़ जाए।

डोजी से हमे यह दिशा मिल जाती है कि बाजार किस ओर जाने वाला है अतः Doji एक स्पष्ट संकेतक की तरह कार्य करता है।

यदि डोजी की संरचना ऊपर Resistance पर बन रही हो तो यह स्पष्ट संकेत है कि अब इस शेयर के भाव नीचे गिरेंगे।

और यदि Doji की संरचना नीचे Support पर बन रही है तो यह संकेत होता है कि अब इस शेयर के भाव बढ़ने वाले हैं।

Doji क्या एक लाल कैंडलस्टिक आपको बताता है के संकेत को और पुख्ता करने के लिए साथ मे दूसरे अन्य चार्ट पैटर्न का समर्थन ले लेना उचित होता है।

Doji की संरचना ‘जोड़’ ( Plus ), अथवा क्रॉस के आकार जैसी दिखती है तथा यह चार्ट पर भिन्न – भिन्न प्रकार से बनती है ।

Doji के प्रकार | Engulfing Candle क्या है ?

Doji भी किसी Candles Stick Chart पर बनने वाली कैंडल की एक संरचना पर ही आधारित होती है। जैसा कि आप जान चुके हैं कि कैंडल किसी स्टॉक के भाव के खुलने और बन्द होने की स्थिति बताती है तथा हर बार ये स्थित अलग – अलग हो सकती है।

doji-ke-prakar

इन्हीं अलग – अलग स्थितियों के आधार पर कैंडल की संरचना भी अलग – अलग होती है।

डोजी भी इसी प्रकार की एक कैंडल स्टिक संरचना है, जो बाजार में आगे क्या होने वाला है इसका संकेत देती है ।

आपको पता है कि किसी शेयर का भाव खुलने के बाद या तो बढ़ता है या फिर घटता है।

परंतु कभी – कभी ऐसा भी होता है कि मार्केट खुलने के बाद किसी शेयर का भाव घटता है या बढ़ता है लेकिन मार्केट बंद होने के समय तक भाव अपने खुलने के भाव के नजदीक ही आकर बंद होता है ।

ऐसी स्थिति में चित्रानुसार चार्ट पर कैंडल की जो आकृति बनती है, इसी आकृति को Doji कहते है।

Doji का अर्थ यह होता है कि इस स्टॉक में खरीद या बिक्री करने वालो में से किसी का भी पक्ष ज्यादा मजबूत नही रहा, इस कारण से उस स्टॉक में अस्थिरता बनी रही,

इससे यह संकेत मिलता है कि आने वाले समय में उस शेयर के भाव में कोई बड़ा बदलाव होने वाला है,

हो सकता है कि उस शेयर के भाव बहुत ज्यादा नीचे गिर जाए, या ये भी हो सकता है कि भाव बहुत ऊपर चढ़ जाए।

डोजी से हमे यह दिशा मिल जाती है कि बाजार किस ओर जाने वाला है अतः Doji एक स्पष्ट संकेतक की तरह कार्य करता है।

यदि डोजी की संरचना ऊपर Resistance पर बन रही हो तो यह स्पष्ट संकेत है कि अब इस शेयर के भाव नीचे गिरेंगे।

और यदि Doji की संरचना नीचे Support पर बन रही है तो यह संकेत होता है कि अब इस शेयर के भाव बढ़ने वाले हैं।

Doji के संकेत को और पुख्ता करने के लिए साथ मे दूसरे अन्य चार्ट पैटर्न का समर्थन ले लेना उचित होता है।

Doji की संरचना ‘जोड़’ ( Plus ), अथवा क्रॉस के आकार जैसी दिखती है तथा यह चार्ट पर भिन्न – भिन्न प्रकार से बनती है ।

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