पेट्रोल-डीजल पर घटी एक्साइज़ ड्यूटी, जल्द आने वाली कीमत कटौती वाली गुड न्यूज
पेट्रोल और डीज़ल की बढ़ी कीमतों से परेशान लोगों के लिए शनिवार राहत से भरा है. क्योंकि केंद्र सरकार ने लोगों को राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला उत्पाद शुल्क यानी एक्साइज़ ड्यूटी घटा दी है. मतलब ये कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती वाली गुड न्यूज़ आने वाली है.
Saturday is full of relief for the people troubled by the increased prices of petrol and diesel. Because the central government has reduced the excise duty on petrol and diesel, giving relief to the people. This means that the good news about the reduction in the prices of petrol and diesel is about to come.
दीवाली पर आए मेवा कारोबारियों के अच्छे दिन
दो साल बाद दीवाली मेवा कारोबारियों के लिए खुशियां लेकर आई है। इस साल दीवाली पर मेवों की बिक्री पिछले साल से ज्यादा होने की संभावना है। कारोबारियों के मुताबिक आम ग्राहक, मिठाई वालों से लेकर गिफ्ट के लिए मेवों की मांग खूब है। पिछली दीवाली पर अफगान संकट के कारण मेवों की आपूर्ति बाधित होने से दाम काफी बढे थे। लेकिन इस बार ज्यादातर मेवों का आयात खूब हुआ क्योंकि अफगान शेयरों में निवेश मिटाए महंगाई की मार संकट भी दूर हो गया है। साथ ही कारोबारियों ने अफगान के अलावा अन्य मेवा आयातक देशों से भी माल मंगाया है। कोरोना की मार खत्म होने से भी मेवों की बिक्री बढने को बल मिला है।
इंटरनेशनल फ्रूट्स एंड नट्स ऑर्गेनाइजेशन व क्लास एलजोन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रविंद्र मेहता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि कोरोना के कारण बीते दो साल दीवाली पर मेवों की मांग कमजोर ही रही। लेकिन अब कोरोना खत्म होने से इस साल मेवों की मांग भी बढी है। इस दीवाली कॉरपोरेट क्षेत्र ने भी कर्मचारियों व अन्य को गिफ्ट देने के लिए मेवों की खरीद पिछले साल से ज्यादा की है। इस साल मेवा कारोबार 10 फीसदी बढ़कर 25,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
खारी बावली के मेवा कारोबारी दलजीत सिंह कहते हैं कि पिछले साल मेवे महंगे होने से बिक्री कम हुई थी। इस साल मेवों के दाम बढे नहीं है। साथ ही इस बार आम से लेकर खास सभी उत्साह से दीवाली मना रहे हैं। कोरोना खत्म होने से मिठाई निर्माताओं को भी मिठाई की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है। इसलिए उन्होंने भी मेवों की अधिक खरीद की है। कुल मिलाकर पिछले साल से इस साल त्योहारों पर मेवों की बिक्री 10 से शेयरों में निवेश मिटाए महंगाई की मार 15 फीसदी बढ़ने की संभावना है।
मेवा कारोबारी नवीन मंगला ने कहा कि ज्यादातर मेवों के इस साल दाम भी पिछले साल से थोडे कम ही हैं। इससे भी बिक्री शेयरों में निवेश मिटाए महंगाई की मार बढने को सहारा मिल रहा है। इस बार डिब्बाबंद मेवों की गिफट के रूप में भी बिक्री खूब हो रही है।
एक मेवा कारोबारी ने बताया कि दीवाली पर अब तक 10 से 12 लाख रुपये मूल्य के मेवे के गिफ्ट पैकेट बिक चुके हैं। अभी कम से कम 3 दिन और बिक्री होनी है। पिछले साल खरीदारों ने कम मात्रा वाले मेवे के पैकेट पैक करवाए थे। इस बार ऐसा नहीं है। दिल्ली स्थित खारी बावली मंडी देश में मेवों का अहम बाजार है। दिल्ली स्थित खारी बावली मंडी देश में मेवों का अहम बाजार है। खारी बावली मंडी में इन दिनों बादाम के थोक भाव 600 से 700 रुपये, काजू के 600 से 800 रुपये, किशमिश के 250 से 450 रुपये, पिस्ता डोडी के 800 से 1,000 रुपये किलो चल रहे हैं। केसर की कीमत 80 हजार से 1.50 लाख रुपये किलो है। पिछले साल केसर के भाव 2 लाख रुपये किलो पार कर गए थे।
कारोबारियों का कहना है इस बार मेवों की आपूर्ति भी ज्यादा है। इसलिए पिछले साल की तरह मेवों पर महंगाई का रंग नहीं चढ़ पाया। पिछले साल अफगान संकट के कारण मेवों की आपूर्ति घटने से दाम बढे थे।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2022-23 की अप्रैल-अगस्त अवधि में काजू आयात करीब 72 फीसदी बढ़कर 8.77 लाख टन, किशमिश शेयरों में निवेश मिटाए महंगाई की मार आयात करीब 14 फीसदी बढ़कर 5,202 टन, अखरोट आयात करीब 7 फीसदी बढ़कर 482 टन, केसर आयात 190 फीसदी बढ़कर 31.75 टन हो गया है। हालांकि इस दौरान बादाम आयात करीब 64 फीसदी घटकर 1,906 टन रह गया। लेकिन कारोबारियों के पास बादाम का स्टॉक पर्याप्त था। इसलिए इसकी किल्लत जैसी स्थिति नहीं बनी। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान बादाम आयात 140 फीसदी बढ़कर 15,945 टन हुआ था।
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शिमला में PM मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- 2014 से पूर्व की सरकार ने भ्रष्टाचार के आगे टेक दिए थे घुटने
पीएम मोदी ने शिमला में कहा, "2014 से शेयरों में निवेश मिटाए महंगाई की मार पहले की सरकार ने भ्रष्टाचार को प्रशासन का जरूरी हिस्सा मान लिया था, तब की सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने की बजाय उसके आगे घुटने टेक चुकी थी, तब देश देख रहा था कि योजनाओं का पैसा जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने के पहले ही लुट जाता था."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने केंद्र में अपनी अगुवाई में सरकार के 8 साल पूरे होने के अवसर पर आज मंगलवार को शिमला में आयोजित एक रैली (Shimla Rally) को संबोधित करते हुए कहा कि 2014 से पहले की सरकार ने भ्रष्टाचार को प्रशासन का जरूरी हिस्सा मान लिया था. उन्होंने दावा किया कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) नीत सरकार ने भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई है. साथ ही पीएम मोदी ने आज किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त के रूप में 21,000 करोड़ रुपये जारी किए.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की आठवीं वर्षगांठ के मौके पर शिमला के रिज मैदान शेयरों में निवेश मिटाए महंगाई की मार में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों की सूची में से नौ करोड़ फर्जी नाम हटाए हैं. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री आवास योजना हो या छात्रवृत्ति या कोई अन्य योजना, हमने लोगों को सीधे इसका लाभ पहुंचा भ्रष्टाचार को मिटा दिया है.” उन्होंने यह भी कहा, “हमने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के बैंक खातों में 22 लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि स्थानांतरित की है.”
अब देश की सीमाएं ज्यादा सुरक्षितः PM मोदी
अपने संबोधन में बिना नाम लिए कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “2014 से पहले की सरकार ने भ्रष्टाचार को प्रशासन का जरूरी हिस्सा मान लिया था, तब की सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने की बजाय उसके आगे घुटने टेक चुकी थी, तब देश देख रहा था कि योजनाओं का पैसा जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने के पहले ही लुट जाता था.” उन्होंने साथ ही कहा, “2014 से पहले की तुलना में अब देश की सीमाएं भी अधिक सुरक्षित हैं.”
भारत अब दूसरों की मदद को हाथ बढ़ाता हैः PM मोदी
कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए उनकी सरकार द्वारा किए गए उपायों को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 रोधी टीकों की करीब 200 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं. उन्होंने बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने विभिन्न देशों को कोविड-19 रोधी टीकों का निर्यात किया और हिमाचल प्रदेश की बद्दी औद्योगिक इकाई ने उन खुराकों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब भारत मजबूरी में नहीं बल्कि शेयरों में निवेश मिटाए महंगाई की मार दूसरों की मदद के लिए दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, जैसा कि कई देशों को कोविड-19 रोधी टीके उपलब्ध कराकर किया गया.
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इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशभर के, विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों से ऑनलाइन बातचीत की और किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त के रूप में 21,000 करोड़ रुपये जारी शेयरों में निवेश मिटाए महंगाई की मार किए. पीएम मोदी अपनी सरकार की आठवीं वर्षगांठ के अवसर पर मंगलवार की सुबह शिमला पहुंचे. हिमाचल प्रदेश की राजधानी में माल रोड पर पहुंचने के बाद वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ सुबह करीब साढ़े 11 बजे रिज मैदान के लिए रवाना हुए.
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