डाकघर आवर्ती जमा: विशेषताएं और दरें
आवर्ती जमा उन लोगों के लिए एक निवेश उपकरण है जो कम समय के लिए निवेश करना चाहते हैं। यह निवेश उपकरण आपको निकट भविष्य में होने वाली आपात स्थितियों के लिए पैसे बचाने में मदद करता है। भारतीय डाक न केवल आवर्ती जमा खाता खोलने पर प्रभावशाली ब्याज प्रदान करता है बल्कि व्यक्तियों को इसे 5 वर्षों की अवधि के लिए खोलने की अनुमति भी देता है।
--> --> --> --> --> (function (w, d) < for (var i = 0, j = d.getElementsByTagName("ins"), k = j[i]; i
Polls
- Property Tax in Delhi
- Value of Property
- BBMP Property Tax
- Property Tax in Mumbai
- PCMC Property Tax
- Staircase Vastu
- Vastu for Main Door
- Vastu Shastra for Temple in Home
- Vastu for North Facing House
- Kitchen Vastu
- Bhu Naksha UP
- Bhu Naksha Rajasthan
- Bhu Naksha Jharkhand
- Bhu Naksha Maharashtra
- Bhu Naksha CG
- Griha Pravesh Muhurat
- IGRS UP
- IGRS AP
- Delhi Circle Rates
- IGRS Telangana
- Square Meter to Square Feet
- Hectare to Acre
- Square Feet to Cent
- Bigha to Acre
- Square Meter to Cent
- Stamp Duty in Maharashtra
- Stamp Duty in Gujarat
- Stamp Duty in Rajasthan
- Stamp Duty in Delhi
- Stamp Duty in UP
These articles, the information therein and their other contents are for information purposes only. All views and/or recommendations are those of the concerned author personally and made purely for information purposes. Nothing contained in the articles should be construed as business, legal, tax, accounting, investment or other advice or as an advertisement or promotion of any project or developer or locality. Housing.com does not offer any such advice. No warranties, guarantees, promises and/or representations of any kind, express or implied, are given as to (a) the nature, standard, quality, reliability, accuracy or otherwise of the information and views provided in (and other contents of) the articles or (b) the suitability, applicability or otherwise of such information, views, or other contents for any person’s circumstances.
Housing.com shall not be liable in any manner (whether in law, contract, tort, by negligence, products liability or otherwise) for any losses, injury or damage (whether direct or indirect, special, incidental or consequential) suffered by such person as a result of anyone applying the information (or any other contents) in these articles or making any investment decision on the basis of such information (or any such contents), or otherwise. The users should exercise due caution and/or seek independent advice before they make any decision or take any action on the basis of such information or other contents.
30 जून तक बढ़ी डीमैट अकाउंट की KYC कराने की समय सीमा, अगले साल तक नॉमिनी जोड़ने का भी विकल्प
पहले यह तारीख 31 मार्च 2022 तक तय की गई थी, जिसे तीन महीनों के बढ़ोतरी के साथ 30 जून 2022 तक करा दिया गया है। वहीं इस अकाउंट के तहत नॉमिनी जोड़ने की भी समय सीमा बढ़ाई गई है।
Demat Account की केवाईसी करने की डेडलाइन बढ़ाई गई (फाइल फोटो)
इंडियन रेगुलेटर बॉडी (सेबी) ने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के लिए KYC कराने की समय सीमा का विस्तार कर दिया है। इन खातों को केवाईसी कराने की सीमा तीन महीनों के लिए बढ़ा दी गई है। पहले यह तारीख 31 मार्च 2022 तक तय की गई थी, जिसे तीन महीनों के बढ़ोतरी के साथ 30 जून 2022 तक करा दिया गया है। वहीं इस अकाउंट के तहत नॉमिनी जोड़ने की भी समय सीमा बढ़ाई गई है।
चर्चा के बाद बढ़ाई गई डेडलाइन
व्यापारियों के लिए यह राहत भरी खबर है, लेकिन इन्हें अपने खातों को सक्रिय रखने के लिए जल्द से जल्द केवाईसी अपडेट करा लेना चाहिए। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) मुताबिक, एनएसडीएल ने 25 मार्च, 2022 डीमैट खातों को निलंबन की सूचना दी थी। लेकिन अन्य एमआईआई और सेबी के साथ चर्चा होने के बाद मौजूदा डीमैट खातों के लिए 30 जून, 2022 तक विस्तार दिया गया है।
डीमैट खाते की विशेषताएं
ऑर्डर फॉर्म में प्रवेश/निकास और स्टॉपलॉस स्प्रेड को पारिभाषित करें
मुख्य विशेषताएं
एक क्लिक विस्तार स्तर निष्पादन
न्यूनतम स्लिप के साथ प्रसार स्तर पर एक - क्लिक निष्पादन सुविधा के साथ व्यापार को बिना किसी त्रुटि के निष्पादित करें
मुख्य विशेषताएं
स्मार्ट रणनीति ग्रिड
एक जगह में अपनी रणनीतियों को ट्रैक करने के लिए स्मार्ट रणनीति ग्रिड। व्यापार बनाम ऑर्डर, औसत प्रवेश और औसत निकास मूल्य, प्राप्त और अप्राप्त लाभ/हानि जैसे मुख्य मापदंडों के साथ व्यक्तिगत लेग के साथ साथ रणनीति को भी ट्रैक करें
भारत का सबसे सुरक्षित डीमैट खाता
हर बार जब डीमैट खाते की विशेषताएं आप एक नया निवेश खाता खोलते हैं, तो आपको अपना केवाईसी विवरण प्रदान करने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है और खाते में पैसा जमा करना होता है। लेकिन क्या होगा अगर बिना किसी झंझट के वह सब करने का कोई तरीका हो? भारत में डीमैट खाते का परिचय – इस खाते के साथ, आप अपनी प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्टोर कर सकते हैं और निवेश खाते को लगातार खोलने और बंद करने की परेशानी से खुद को बचा सकते हैं!
डीमैट अकाउंट क्या है?
डीमैट खाता एक प्रकार का खाता है जिसका उपयोग प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में रखने के लिए किया जाता है। डीमैट खाते एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) के पास रखे जाते हैं, जो बैंक, ब्रोकर या कोई अन्य वित्तीय संस्थान हो सकता है।
डीमैट खाते का उपयोग करने के कई फायदे हैं, जैसे कि:
-यह भौतिक प्रतिभूतियों को रखने से कहीं अधिक सुरक्षित है, क्योंकि इनमें चोरी या क्षतिग्रस्त होने का कोई जोखिम नहीं होता है।
-यह अधिक सुविधाजनक है, क्योंकि निवेशक कागजी कार्रवाई के झंझट से गुजरे बिना ऑनलाइन प्रतिभूतियों को खरीद और बेच सकते हैं।
-यह भंडारण लागत पर बचत करता है, क्योंकि निवेशकों को अपनी प्रतिभूतियों को स्टोर करने के लिए एक सुरक्षित जमा लॉकर किराए पर लेने की आवश्यकता नहीं होती है।
-यह किसी के निवेश पोर्टफोलियो को ट्रैक करना आसान बनाता है, क्योंकि सभी होल्डिंग्स डीपी की वेबसाइट पर वास्तविक समय में अपडेट की जाती हैं।
हालांकि, ऐसा डीपी चुनना जरूरी है जो विश्वसनीय हो और अच्छी ग्राहक सेवा प्रदान करता हो। भारत में कुछ सर्वश्रेष्ठ डीमैट खाता प्रदाता हैं:
–HDFC Bank
–ICICI Bank
–Kotak Mahindra Bank
–Axis Bank
डीमैट अकाउंट कैसे चुनें?
भारत में डीमैट अकाउंट चुनने के कई तरीके हैं। हालांकि, डीमैट खाते को चुनने का सबसे अच्छा और सुरक्षित तरीका विभिन्न पहलुओं जैसे शुल्क, खाता सुविधाओं, सुरक्षा और सुरक्षा उपायों और ग्राहक सहायता को देखना है।
डीमैट खाता चुनते समय ध्यान देने योग्य सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है शुल्क लिया जाना। कुछ खाते दूसरों की तुलना में अधिक शुल्क ले सकते हैं, इसलिए निर्णय लेने से पहले विभिन्न खातों के शुल्क की तुलना करना महत्वपूर्ण है। विचार करने के लिए एक और महत्वपूर्ण पहलू खाता विशेषताएं हैं। कुछ खाते दूसरों की तुलना में अधिक सुविधाओं की पेशकश कर सकते हैं, इसलिए निर्णय लेने से पहले विभिन्न खातों की सुविधाओं की तुलना करना महत्वपूर्ण है।
डीमैट खाते का चयन करते समय सुरक्षा और सुरक्षा उपाय भी एक महत्वपूर्ण विचार हैं। कुछ खाते दूसरों की तुलना में बेहतर सुरक्षा उपायों की पेशकश कर सकते हैं, इसलिए निर्णय लेने से पहले विभिन्न खातों की सुरक्षा और सुरक्षा उपायों की तुलना करना महत्वपूर्ण है। अंत में, ग्राहक सहायता एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू है जिस पर डीमैट खाता चुनते समय विचार किया जाना चाहिए। कुछ खाते दूसरों की तुलना में बेहतर ग्राहक सहायता की पेशकश कर सकते हैं, इसलिए निर्णय लेने से पहले विभिन्न खातों के ग्राहक सहायता की तुलना करना महत्वपूर्ण है।
डीमैट अकाउंट होने के क्या फायदे हैं?
भारत में डीमैट अकाउंट होने के कई फायदे हैं। सबसे पहले, अपने निवेश को भौतिक रूप की तुलना में डीमैट खाते में रखना ज्यादा सुरक्षित है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अभौतिकीकृत निवेशों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से संरक्षित डिपॉजिटरी में संग्रहित किया जाता है, इसलिए उनके क्षतिग्रस्त डीमैट खाते की विशेषताएं या चोरी होने का बहुत कम जोखिम होता है। दूसरे, जब शेयर डीमैट खाते में होते हैं तो उन्हें खरीदना और बेचना बहुत आसान होता है, क्योंकि पूरी प्रक्रिया इलेक्ट्रॉनिक रूप से की जाती है। इसका मतलब है कि आप लेन-देन की लागतों पर समय और पैसा बचा सकते हैं। अंत में, एक डीमैट खाता आपको शेयर, बांड और म्यूचुअल फंड सहित विभिन्न प्रकार के विभिन्न निवेशों को एक ही स्थान पर रखने का अवसर देता है। इससे आपके पोर्टफोलियो का ट्रैक रखना और अपने पैसे का निवेश कहां करना है, इस बारे में निर्णय लेना बहुत आसान हो जाता है।
Also Read: The Truth About Zerodha: Why This Popular Stock App Is Causing Controversy In Hindi
भारत में सबसे सुरक्षित डीमैट खाता कैसे चुनें?
भारत में सबसे सुरक्षित डीमैट खाते का चयन करते समय कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए:
-पहला है कंपनी की प्रतिष्ठा। एक अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड के साथ एक प्रतिष्ठित कंपनी का चयन करना सुनिश्चित करें।
-दूसरा सुरक्षा फीचर है। ऐसी कंपनी की तलाश करें जो भौतिक सुरक्षा, डेटा एन्क्रिप्शन, और धोखाधड़ी का पता लगाने/रोकथाम सहित सुरक्षा के कई स्तरों की पेशकश करती है।
-तीसरा है ग्राहक सेवा। ऐसी कंपनी चुनें, जिसके पास एक समर्पित ग्राहक सेवा टीम हो, जो आपके किसी भी प्रश्न या समस्या में आपकी मदद कर सके।
भारत में 5 सबसे अच्छे डीमैट खाते
1. Zerodha : Zerodha भारत में एक लोकप्रिय डीमैट अकाउंट प्रदाता है। उनके पास एक बहुत मजबूत सुरक्षा प्रणाली है, जिसमें दो-कारक प्रमाणीकरण और एन्क्रिप्टेड डेटा स्टोरेज शामिल है। ज़ेरोधा की ग्राहक सेवा और सुरक्षा के मामले में भी अच्छी प्रतिष्ठा है।
2. ICICI Direct : ICICI Direct भारत में एक अन्य लोकप्रिय डीमैट अकाउंट प्रदाता है। वे एक अत्यधिक सुरक्षित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म सहित कई प्रकार की सुविधाएँ और सेवाएँ प्रदान करते हैं। ग्राहक सेवा और सुरक्षा के लिए आईसीआईसीआई डायरेक्ट की भी अच्छी प्रतिष्ठा है।
3. HDFC Securities : HDFC Securities भारत में अग्रणी डीमैट खाता प्रदाता है। वे फिंगरप्रिंट प्रमाणीकरण जैसी उन्नत सुविधाओं के साथ एक सुरक्षित ऑनलाइन मंच प्रदान करते हैं। ग्राहक सेवा और सुरक्षा के लिए एचडीएफसी सिक्योरिटीज की भी अच्छी प्रतिष्ठा है।
4. Sharekhan
Fixed Deposit (FD) क्या है, इसकी क्या विशेषताएं है…
FD kya hai – प्रायः देखा गया हैं कि मुख्य रूप से हमारे देश में लोग धन अकट्ठा करने की प्रवृति के होते हैं। वह अपने धन को किसी येसी जगह Invest करने की सोचते हैं जहां उन्हे अच्छा Return मिल सके साथ ही जोखिम भी कम हो। तो ऐसे Investors के लिए Fixed Deposite (FD Account) एक बहुत ही अच्छा विकल्प हैं। भारत में ज्यादातर सभी Banks –जैसे SBI, BoB, Bol, PNB, Canvara Bank, ICICI Bank, Yes Bank आदि, ये सभी Banks Fixed Deposit की Scheme 7 दिन से लेकर 10 सालों तक के समय के लिए Provide कराते हैं।
What is Fixed deposit account और Fixed deposit features –
Fixed deposit का अर्थ एक ऐसे Account से हैं जहां पर एक निश्चित अवधि के लिए धनराशि को जमा किया जाता है और जिस पर Investors को निर्धारित ब्याज (Fix Interest) मिलता हैं। Fixed Deposit की जाने वाली धनराशि को एक निर्धारित निश्चित समयावधि से पहले नहीं निकाल सकते हैं। यदि किन्ही कारणों से धनराशि को निकालना पड़े तो बैंक को सूचित करना पड़ता है उसके बाद कुछ जुर्माना काटकर आपको धनराशि लौटा दी जाती है।
वर्तमान में Fixed Deposit Scheme के अंतर्गत 7%-9% तक fixed deposit interest rates दिया जा रहा है जिस कारण आपकी Saving की गयी धनराशि को दोगुना होने में अब लगभग 8 से 10 साल का वक्त लग जाता हैं, जबकि कुछ सालों पहले FD पर Banks करीब 15% ब्याज देते थे जिस कारण आपका FD Account में जमा पैसा केवल 4-5 साल में ही दोगुना हो जाता था।
प्रत्येक देश का Central Bank प्रतिवर्ष मुद्रास्फीति समायोजन के कारण वह अपने देश की मुद्रा की कीमत में कमी करता हैं एवं मंहगाई के कारण प्रत्येक देश की मुद्राओं में लगातार कमी होती रहती है। यही कारण है कि प्रत्येक देश का Central Bank अलग-अलग तरह के Bank Accounts में जमा धन पर दिये जाने वाले ब्याज की दरों में कटौती करता हैं।
यह बात सच है कि हमारे देश में Saving Bank Account में जमा धन की की तुलना में FD account ब्याज लगभग दोगुना मिलता हैं इसलिए हमे अपने बचे हुए धन को Saving Bank A/C की बजाय FD account में रखना चाहिए, इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत भी नहीं है आप घर बैठे Net Banking से ही Saving Account में जमा धनराशि को Fixed Deposit Account में Transfer कर सकते हैं।
यह कोई जरूरी नहीं कि आप अपने धन को केवल Banks में ही Fixed Deposit करायें, आप चाहें तो बहुत से Financial Company हैं जहां आप Fixed Deposit करा सकते हैं। इनमें Housing Finance Company, Private Companies होती हैं जो FD की सुविधा प्रदान करती हैं।
यहां आपको बताना चाहूंगा कि आप Banks और Financial Institution की FD में अपना धन जमा करते हैं तो यहां आपको थोड़ा Intrest थोड़ा कम मिलता है लेकिन यहां कोई Risk भी नहीं होता है क्योंकि सभी बैंक भारत सरकार के अधीन होते हैं।
वहीं Housing Finance Company में Banks की अपेक्षा ज्यादा ब्याज मिलता हैं इसके अलावा Private Companies में Housing Finance Companies की तुलना में थोड़ा और अधिक ब्जाय मिलता है, लेकिन यहां Institution आपके FD पर RBI द्वारा निर्धारित Interest Rates की तुलना में जितना अधिक ब्याज देता है, आपके FD पर Risk भी उतना ही ज्यादा होता है।
आपके मन में जरूर चल रहा होगा कि Fixed Deposit का धन कितने समय बाद दोगुना हो जायेगा तो इसको जानने के लिए आपको Bank द्वारा आपके FD Account में जमा धन पर आपको जो भी Interest Rate डीमैट खाते की विशेषताएं दिया जा रहा है उसका 72 में भाग देना हैं। इसके बाद जो परिणाम आयेगा उतने ही वर्षों में आपके FD Account में धन दोगुना हो जायेगा।
उदाहरण के तौर पर यदि आपके fixed deposit account पर आपको 9% Interest मिलता है, तो आपका Amount 72/9 = 8 सालों में दोगुना हो जाएगा।
इसके साथ ही यदि आप FD करवाने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले अपने नजदीकी बैंक में जाकर Interest Rate के बारे में जरूर जानकारी कर लें जहां ज्यादा से ज्यादा Interest Rate हो वहीं FD करवायें चाहि वह अन्तर कितना भी छोटा क्यों न हो क्योकि बैंक हमेशा Compound Interest Charge करते हैं जो लम्बी अवधि में बहुत ही अच्छे रिटर्नस देता है।
इसके साथ ही यदि आपको FD कराने के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो तो आप Moneycontrol.com website पर जाकर विभिन्न बैंको के Fixed Deposit Account पर दी जाने वाली Interest Rate का पता लगा सकते हैं। साथ ही वहां Calculate भी कर सकते हैं।
High Interest Rate देने वाली कुछ एफडी
अवधि 1 साल | ब्याज दर (तिमाही) | 10 हजार रु. हो जाएंगे |
कर्नाटक बैंक | 9.75 | 11011 |
इलाहाबाद बैंक | 9.5 | 10984 |
देना बैंक | 9.5 | 10984 |
कॉर्पोरेशन बैंक | 9 | 10931 |
आईडीबीआई बैंक | 9 | 10931 |
क्या एफडी टैक्स फ्री होता है-
एफडी पर आपको जो भी ब्याज दिया जायेगा वह पूरी तरह से टैक्सेबल होता है। यदि आप एक साल में ब्याज की रकम 10 हजार रूपये से ज्यादा बढ़ जाती है तो बैंक या कॉरपोरेट हाउस 10.3 फीसदी टैक्स सोर्स काट लेंगे। रकम आपको टैक्स काटने के बाद ही मिलेगी।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 253