रूस में क्रिप्टोक्यूरेंसी खनन उपकरण के अधिकृत वितरकों में से एक, चिलकूट के अनुसार, Q4 के पहले दो महीनों में पूरे Q3 की तुलना में अधिक बिक्री देखी गई।
पीएम मोदी ने Cryptocurrency को लेकर जताई चिंताए, क्या गलत हाथों में जाने का है डर?
PM Modi Warns On Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी यूँ तो दुनिया के कई हिस्सों में आधिकारिक रूप से अपनी जगह बनाने लगी हैं, लेकिन भारत में इसके भविष्य को लेकर अभी भी संशय बरकरार ही है। और ये मुद्दा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के हालिया बयान के बाद फिर से गरमा गया है।
असल में बीते दिनों हुए ‘द सिडनी डायलॉग’ में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) और बिटकॉइन (Bitcoin) को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ चिंताए व्यक्त की हैं।
ऐसी तमाम ख़बरें सबसे पहले पाने के लिए जुड़ें हमारे टेलीग्राम चैनल से!: (टेलीग्राम चैनल लिंक)
Crypto Investing: BitCoin में निवेश से पहले इन बातों का रखें ख्याल, एक्सपर्ट्स ने वेबिनार के जरिए निवेशकों को दिए खास टिप्स
Crypto Investing: बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर अभी नीतिगत अनिश्चितता है लेकिन इसमें निवेश को लेकर आकर्षण बना हुआ है. ऐसे में निवेश को लेकर कुछ बातों पर विचार करना जरूरी है.
Crypto Investing: बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर अभी नीतिगत अनिश्चितता है लेकिन इसमें निवेश को लेकर आकर्षण बना हुआ है. ऐसे क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज से संबंधित सवाल जवाब में निवेश को लेकर कुछ बातों पर विचार करना जरूरी है जैसे कि क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज से संबंधित सवाल जवाब इसे अपने पोर्टफोलियो में कितना रखना चाहिए. क्रिप्टो में निवेश से जुड़े सवालों के जवाब के लिए फाइनेंशियलएक्सप्रेसडॉटकॉम ने ‘क्रिप्टो ऐज ऐन एसेट क्लास’ विषय पर 22 दिसंबर को ‘मैनेज योर मनी’ वेबिनार आयोजित किया था जिसमें एक्सपर्ट्स ने सुझाव दिया क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज से संबंधित सवाल जवाब कि निवेशकों को मौजूदा हालात में अपने पोर्टफोलियो में क्रिप्टो का हिस्सा अधिकतम 5-10 क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज से संबंधित सवाल जवाब फीसदी रखना चाहिए. उन्होंने निवेशकों को क्रिप्टो में निवेश पर पूरे पैसे डूबने के रिस्क पर ही निवेश की सलाह दी.
क्रिप्टो नीति आने के बाद निवेश करने की सलाह
क्रिप्टोकरेंसी को पोर्टफोलियो में शामिल किए जाने के सवाल पर आईआईएफएल के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट व स्ट्रेटजी प्रमुक यश उपाध्याय ने कहा कि भारत सरकार और बाजार नियामक सेबी इसे रेगुलेट करने लगें तो निवेशकों के एक एसेट क्लास के रूप में क्रिप्टो में जरूर निवेश करना चाहिए. यश के मुताबिक पोर्टफोलियो में 5-10 फीसदी क्रिप्टो का होना चाहिए.
- यश के मुताबिक क्रिप्टो में पहली बार निवेश करते समय ब्लू चिप क्रिप्टो एसेट्स पर विचार करना चाहिए. इनका मार्केट कैप अधिक होता है यानी कि जब निवेशक अपनी क्रिप्टो होल्डिंग की बिक्री करेंगे तो उन्हें आसानी से इसके ग्राहक मिल जाएंगे.
- निवेशकों को रेडिट, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया और अन्य इंफ्लूएंशर की सलाह के आधार पर क्रिप्टो की खरीद-बिक्री से जुड़ा फैसला नहीं लेना चाहिए.
- क्वाइनडीसीएक्स के एग्जेक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट (ग्रोथ एंड स्ट्रेटजी) मीनल ठुकराल के मुताबिक निवेश से पहले इसका जवाब खोजना चाहिए कि क्रिप्टो में निवेश क्यों करना है. अगर तुरंत मुनाफे के लिए निवेश करना चाहते हैं तो नुकसान होने की आशंका बढ़ जाती है. मीनल ने निवेशकों को क्रिप्टो में लंबे समय के निवेश की सलाह दी है और शुरुआत में 2-5 फीसदी पूंजी के साथ शुरुआत की सलाह दी है और फिर नियमित तौर पर निवेश करें.
- क्रिप्टो में निवेश के लिए भरोसेमंद एक्सचेंज चुनें, मीनल के मुताबिक भरोसेमेंद एक्सचेंज जांच-परख के बाद ही अपने प्लेटफॉर्म पर किसी क्वाइन को लिस्ट करते हैं जिससे निवेशकों का रिस्क कम होता है.
- निवेशकों को क्रिप्टो एसेट में उपलब्ध टोकन की सीमा को भी देखना चाहिए. जैसे कि बिटक्वाइन जैसी कई क्रिप्टो एसेट्स की सप्लाई लिमिटेड है लेकिन Dogecoin की कोई अधिकतम सीमा नहीं है.
- निवेश से पहले निवेशकों को क्वाइन सप्लाई के अलावा इसकी क्रेडिबिलिटी और इसके संस्थापकों पर भी विचार करना चाहिए.
क्रिप्टो का क्या है भविष्य?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक मौजूदा समय में क्रिप्टो मार्केट के भविष्य को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज से संबंधित सवाल जवाब कहा जा सकता है. यश के मुताबिक लांग टर्म में क्रिप्टो और मजबूत हो सकता है. हालांकि उन्होंने निवेशकों को अभी क्रिप्टो में एक साथ अधिक पूंजी के निवेश से बचने की सलाह दी है और एसआईपी (सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान) जैसे विकल्पों पर भी गौर करने की सलाह दी है. मीनल के मुताबिक एसआईपी के जरिए निवेश से क्रिप्टो के भाव में भारी उतार-चढ़ाव से जुड़े रिस्क को भी कम करने में मदद मिलेगी.
मीनल के मुताबिक अगर आप लंबे समय के लिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं तो अपने क्रिप्टो एसेट्स को स्टोर करने के लिए हार्डवेयर एसेट्स पर गौर करना चाहिए. हालांकि अगर शॉर्ट टर्म के लिए या छोटी पूंजी निवेश कर रहे हैं तो एक भरोसेमेंद एक्सचेंज बेहतर विकल्प होगा. मीनल के मुताबिक अगर पोर्टफोलियो छोटा है तो क्रिप्टो एसेट्स को एक्सचेंज वॉलेट से हार्डवेयर वॉलेट में ले जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस ट्रांसफर में निश्चित फीस भी चुकानी होती है. हालांकि अगर क्रिप्टो में निवेश की गई क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज से संबंधित सवाल जवाब पूंजी अधिक है तो इसे ट्रांसफर करना बेहतर है. मीनल के मुताबिक एक वॉलेट से दूसरे में ट्रांसफर के लिए ट्रांजैक्शन चार्ज फिक्स होता है.
हांगकांग: पनटेरा-समर्थित कॉइनसुपर ने जमे हुए उपयोगकर्ताओं के फंड के साथ सवाल उठाए
क्रिप्टोक्यूरेंसी उद्योग के समर्थकों को एक और निराशाजनक खबर मिल सकती है। कथित तौर पर, हांगकांग स्थित क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज के उपयोगकर्ता पिछले साल से धन निकालने में असमर्थ हैं। कई लोग अब मानते हैं कि एक और घोटाला साये में छिपा हो सकता है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, कॉइनसुपर एक्सचेंज के कई उपयोगकर्ता नवंबर के बाद से अपने फंड को पुनः प्राप्त नहीं कर पाए हैं रिपोर्ट good फर्म के आधिकारिक टेलीग्राम चैट पर संदेशों का हवाला देते हुए। उनमें से कम से कम सात ने पुलिस को मामले की सूचना दी है। वास्तव में, उनमें से पांच संयुक्त रूप से $ 55,000 की धनराशि का उपयोग करने में असमर्थ थे। जवाब में, हांगकांग पुलिस कथित तौर पर मामले की समीक्षा कर रही है।
जाने क्या है क्रिप्टोकरेंसी बिल? आखिर सरकार कैसे इसकी मदद से क्रिप्टो पर पाएगी काबू?
भारत सरकार ने 23 नवंबर को एक क्रिप्टोकरेंसी बिल पेश करने की घोषणा की, जिसके तहत देश में क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज से संबंधित सवाल जवाब सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी की अनियंत्रित अस्थिरता से बचाने के लिए कड़े कदम उठाने का यह फैसला किया गया है। निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध की खबर सामने आते ही क्रिप्टो बाजार में सभी तरह की क्रिप्टोकरेंसी में 25 से 30% की गिरावट आई है। आइए जानते हैं क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज से संबंधित सवाल जवाब की आखिर केंद्र द्वारा लाई जा रही क्रिप्टोकरेंसी बिल क्या है? जिससे केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर काबू पाने की बात कह रही है। आखिर क्यों क्रिप्टो मार्केट में इस बिल के आने से हड़कंप मच गया है?
क्या है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोक्यूरेंसी अनिवार्य रूप से एक डिजिटल मुद्रा है। यह ब्लॉक-चेन तकनीक पर उपलब्ध होती है। कुछ लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन और एथेरियम हैं।
- क्रिप्टोकरेंसी के नियमन के लिए केंद्र सरकार द्वारा संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल करेंसी रेगुलेशन बिल 2021 पेश किया जाएगा। शीतकालीन सत्र में 26 विधेयक पेश करने के लिए सूचीबद्ध किए गए हैं। इनमें क्रिप्टोकुरेंसी बिल शामिल हैं।
- बिल के माध्यम से, सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के तहत एक आधिकारिक क्रिप्टोकरेसी जारी करने के लिए एक आसान ढांचा तैयार करने की योजना बना रही है। इसकी तकनीक और इस्तेमाल को लेकर भी तैयारी की जा रही है।
- करेंसी को रेगुलेट करने वाली इस बिल के तहत एक ऐसा प्रावधान लाया जाएगा, जिससे सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लगेगी। यही कारण है कि क्रिप्टो बाजार में उत्तल पुथल मची हुई है।
पहली संसदीय समिति बैठक में हुई थी यह बात…
करीब सात दिन पहले यानी 16 नवंबर को क्रिप्टोकरेंसी को लेकर पहली बार संसदीय समिति की बैठक हुई थी। इसमें क्रिप्टो एक्सचेंज, ब्लॉकचेन, क्रिप्टो एसेट काउंसिल, उद्योगजगत के प्रतिनिधियों और अन्य पक्षों को लेकर क्रिप्टोकरेंसी के नियमन और प्रोत्साहन से संबंधित पहलुओं पर चर्चा की गई। वित्त मामलों की संसदीय समिति में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर जब चर्चा हुई तो इस पर पाबंदी के बजाय इसके नियमन का सुझाव दिया गया था।
आपको बता दें कि जहां भारत में अब इस मुद्दे पर कानून बनाने की बात हो रही है वहीं पड़ोसी देश नेपाल इसे प्रतिबंधित करने में भारत से पीछे नहीं रहा है। बिटकॉइन (Bitcoin) विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी के बीच बाजार पूंजीकरण के हिसाब से सबसे बड़ी डिजिटल मुद्रा है और भारत का पड़ोसी देश नेपाल के केंद्रीय बैंक ‘नेपाल राष्ट्र बैंक’ ने अगस्त 2017 में ही इसे अवैध घोषित कर दिया था। तब से नेपाल में बिटकॉइन अवैध है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 726