अगले साल भी क्रिप्टो में राहत नहीं
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि फेड की नीतियों से अगले साल भी निवेश के लिए नकदी की उपलब्धता पर भारी दबाव रहेगा। इसके अनुसार, आने वाले वर्षों में भी ग्लोबल मनी ग्रोथ में मंदी जारी रहेगी। कम पैसे का मतलब है रिस्क बढ़ना। इसलिए निवेशक क्रिप्टो से बाहर निकल रहे हैं।

आईटी सेक्टर में मंदी

बिग टेक जैसे दूसरे संवेदनशील सेक्टर्स भी इसी तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। आईटी सेक्टर में हम इस समय छंटनी देख रहे हैं। इसका कारण है कि यह सेक्टर मंदी की चपेट में आ रहा है। एपल, अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट जैसी टेक्नोलॉजी कंपनीज में गिरावट है। इन कंपनियों का एसएंडपी 500 में बड़ा हिस्सा है। फेड पॉलिसी में बदलाव से यूएस हाउसिंग मार्केट इंडस्ट्री भी काफी प्रभावित हुई है।
Cryptocurrency news: क्रिप्टोकरेंसी का चस्का बाबू भाई! अमेरिकी अरबपति ने एक दिन में गंवाई 94% दौलत
चीन से आया एक सकारात्मक संकेत

हालांकि, पिछले हफ्ते चीन ने कोविड प्रतिबंधों में ढील दी। इससे बाजार में सकारात्मक रुख दिखा है। युआन एक महीने के उच्च स्तर पर आ गई है। हांगकांग में लिस्ट ट्रैवल कंपनियों के शेयरों में भी तेजी दिखी। चीनी अथॉरिटीज देश के रियल एस्टेट संकट को खत्म करने की कोशिश कर रही है, जिसने पिछले एक साल से इकनॉमी को बुरी तरह प्रभावित किया है।

महंगाई डेटा से क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आया भूचाल, तीन हफ्तों के न्यूनतम स्तर पर आया बिटकॉइन

महंगाई डेटा आने से क्रिप्टो बाजार में भूचाल आ गया है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन 22 सितंबर के भी निचले स्तर पर पहुंच गया है

महंगाई डेटा आने से क्रिप्टो बाजार में भूचाल आ गया है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन 22 सितंबर के भी निचले स्तर पर पहुंच गया है। सितंबर के अमेरिका के महंगाई के आए डेटा में महंगाई दर बीते 40 सालों में सबसे अधिक रही है। इस साल मई से इक्विवटी मार्केट और क्रिप्टो खासकर बिटकॉइन में सीधा को-रिलेशन नजर आया है। अगर इक्विटी मार्केट गिरती है तो बिटकॉइन में भी गिरावट आ जाती है।

22 सितंबर के निचले स्तर पर आया बिटकॉइन

बिटकॉइन इंट्रा डे ट्रेड में 18,क्रिप्टोकरेंसी बाजार 319 डॉलर पर आ गया। इससे पहले बिटकॉइन सबसे नीचे 22 सितंबर को 18,415 डॉलर पर रहा था। बिटकॉइन का मार्केट कैप 363.73 बिलियन डॉलर पर था। अभी बिटकॉइन में बिकवाली के दौरान 6 फीसदी की गिरावट आई। दुनिया की दूसरे नंबर पर आने वाली क्रिप्टोकरेंसी ईथर में 3 फीसदी की गिरावट आई और ये 1,257 डॉलर पर कारोबार करता नजर आ। इसमें बीते एक हफ्ते में 8 फीसदी की गिरावट आई है।

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मार्केट कैप में रही गिरावट

ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 901.85 डॉलर रहा और इसमें 2.18 फीसदी की गिरावट रही। हालांकि, मार्केट वॉल्यूम में 41.73 फीसदी की बढ़त रही और ये बीते 24 घंटों में 68.27 बिलियन डॉलर रहा।

इन क्रिप्टो में रही गिरावट

BNB में 1 फीसदी की गिरावट रही। वहीं, XRP और Cardano में 4 फीसदी की गिरावट रही। Solana और Dogecoin में क्रमश: 5% और 3% की गिरावट रही। सबसे कम परफॉर्म करने वाली क्रिप्टोकरेंसी में Convex Finance में 11 फीसदी की गिरावट रही, Klaytn and STEPN में 10 फीसदी गिरी। Ravencoin और Waves में 6 फीसदी की गिरावट नजर आई।

इनमें रही तेजी

इस बीच सबसे अच्छा परफॉर्म हुओबी टोकन ने किया। इसमें लगबग 19% की बढ़ोतरी हुई। TerraClassicUSD में 7 फीसदी की बढ़ोतरी रही। ओकेबी और बिटकॉइन एसवी 3-4% के बीच उछले।

ये रही महंगाई दर

सितंबर 2022 में अमेरिकी मुद्रास्फीति दर 8.2% पर आ गई। हालांकि, बीते 3 महीनों से यह कम हो रही है। महंगाई दर लगातार 7 महीने में इस बार सबसे कम रही है। मुद्रास्फीति का दबाव अभी भी बना हुआ है क्योंकि ये अभी भी 40 साल के उच्च स्तर पर बनी हुई है। अमेरिकी श्रम विभाग के जारी आंकड़ों के अनुसार मुख्य उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (Consumer Price Index) जिसमें भोजन और एनर्जी शामिल नहीं है, एक साल पहले की तुलना में 6.6% बढ़ा, जो 1982 के बाद का उच्चतम स्तर है।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है? | Why crypto market is down?

|| क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है?, Why crypto market is down?, इंडिया की, क्रिप्टो करेंसी कौन सी है, सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी कौन सी है, क्रिप्टो करेंसी का भविष्य क्या है, क्रिप्टो करेंसी इन इंडिया News ||

बिजनेस एवं निवेश में हमेशा केवल फायदा ही नहीं होता। बहुत बार नुकसान भी होता है। कई बार अच्छा रिटर्न दे रही करेंसी में इन्वेस्टमेंट भी बहुत बड़ा नुकसान देकर जाता है।

ऐसा संबंधित मार्केट में उतार-चढ़ाव की वजह से होता है। इस उतार-चढ़ाव के कई कारण होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कितना डाउन है एवं यह क्यों डाउन है? आज इस पर हम आपको इस पोस्ट में जानकारी देंगे।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं? (What is cryptocurrency market?)

सबसे पहले समझ लेते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी बाजार बाजार क्या है? सामान्य रूप से क्रिप्टोकरेंसी बाजार अथवा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट वह जगह है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-फरोख्त एवं ट्रेडिंग होती है।

इसे अलग अलग नामों से भी जाना जाता है। जैसे- क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, डिजिटल करेंसी एक्सचेंज, काॅइन मार्केट एवं क्रिप्टो मार्केट आदि।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार डाउन क्यों है? (Why cryptocurrency market is down?)

आम बजट में भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में 30 फीसदी टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो मार्केट में बिटकाॅइन के रेट नीचे पहुंच गए। टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई और इसमें बिकवाली बढ़ गई। यह स्थिति पहली बार नहीं आई है।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है? | Why crypto market is down?

दिसंबर, 2021 में भी सरकार के रवैये ने आम भारतीय क्रिप्टो निवेश्कों को खूब परेशान किया है। उस दौरान भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज पर निवेशकों ने जल्दबाजी में अपनी करेंसी बेच डाली। विशेषज्ञ क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों ने इसका लाभ उठाते हुए गिरे भाव पर दांव लगाया एवं क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली। वे क्रिप्टोकरेंसी बाजार कीमत गिरने का ही इंतजार कर रहे थे।

आपको जानकारी दे दें कि यद्यपि भारत में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को वैध दर्जा प्राप्त नहीं, ऐसे में कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के संचालक इस पर टैक्सेशन को इसके लीगल किए लाने का पहला दरवाजा मानकर चल रहे हैं, जिसे वे पार कर चुके हैं। सरकार भी इस संबंध में फैसला लेने में अधिक देर करने की स्थिति में नहीं है।

क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के समय क्या करना चाहिए? (What to do when Crypto market is down?)

किसी भी क्रिप्टोकरेंसी बाजार चीज में गिरावट का अर्थ यह कतई नहीं होता कि आप उसे छोड़ दें। खास तौर पर शेयर मार्केट के जानकार गिरावट के समय ही शेयरों में निवेश बढ़ाने क्रिप्टोकरेंसी बाजार की नसीहत देते हैं।

क्रिप्टो मार्केट में भी यही फार्मूला लागू होता है। यदि कोई निवेशक अच्छे से मार्केट रिसर्च करता है और उसे यह बेस मजबूत दिखता है तो क्रिप्टोकरेंसी बाजार यह क्रिप्टो करेंसी में निवेश का सबसे अच्छा समय कहा जा सकता है।

प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में 24 घंटे के भीतर आई गिरावट का लेखा जोखा

अब एक नजर डाल लेते हैं पिछले 24 घंटे के भीतर प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में आई गिरावट के स्तर पर। यह निम्नवत है-

हमने इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताया कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है। यदि आप भी इस करेंसी में इन्वेस्ट करने के इच्छुक हैं तो उससे पहले इस मार्केट के उतार-चढ़ाव को अच्छी तरह से समझ लें।

इस पोस्ट को लेकर आपके मस्तिष्क में कोई शक शुबहा है तो हमसे पूछ सकते हैं। करेंसी के संबंध में जागरूकता के मद्देनजर इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करना न भूलें। धन्यवाद।

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट: अधिकतर कॉइन ग्रीन, शिबा इनु और Dogecoin में तगड़ा उछाल

शिबा इनु पिछले 7 दिनों में 36.09 प्रतिशत बढ़कर 0.00001632 डॉलर पर पहुंच गया है.

शिबा इनु पिछले 7 दिनों में 36.09 प्रतिशत बढ़कर 0.00001632 डॉलर पर पहुंच गया है.

बिटकॉइन (Bitcoin Price Today) 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 24,061.48 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है. दूसरे सबसे बड़े कॉइन इथेरियम . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 17, 2022, 10:45 IST

हाइलाइट्स

ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप 0.85 फीसदी की बढ़त के साथ 1.15 ट्रिलियन डॉलर हो गया है.
क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आज बिटकॉइन का प्रभुत्व (Dominance) 39.9 प्रतिशत है.
बिटकॉइन का मार्केट कैप 459.85 बिलियन डॉलर है, जबकि इथेरियम का 231.84 बिलियन डॉलर है.

नई दिल्ली. वैश्विक बाजारों के साथ-साथ क्रिप्टोकरेंसी मार्केट भी धीरे-धीरे ऊपर की तरफ बढ़ रही है. आज भी इसमें हल्का उछाल आया है. भारतीय समयानुसार सबुह 10:22 बजे तक ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप (Global Crypto Market Cap) 0.85 फीसदी की बढ़त के साथ 1.15 ट्रिलियन डॉलर हो गया है. बिटकॉइन और इथेरियम समेत बड़े कॉइन्स में तेजी है.

Coinmarketcap के आंकड़ों के हिसाब से खबर लिखे जाने के समय तक बिटकॉइन (Bitcoin Price Today) 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 24,061.48 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है. पिछले 7 दिनों की बात करें तो यह 4.77 प्रतिशत उछला है. दूसरे सबसे बड़े कॉइन इथेरियम का प्राइस (Ethereum Price Today) पिछले 24 घंटों में 1.37 प्रतिशत बढ़कर 1,902.03 डॉलर पर पहुंच गया है. पिछले 7 दिनों में इसमें 13.13 फीसदी का उछाल है.

तेजी से बढ़ रहा है इथेरियम
क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आज बिटकॉइन का प्रभुत्व (Dominance) 39.9 प्रतिशत है तो इथेरियम का 20.1 फीसदी है. बिटकॉइन का मार्केट कैप 459.85 बिलियन डॉलर है, जबकि इथेरियम का मार्केट कैप 231.84 बिलियन डॉलर है. भारत में काफी ज्यादा पॉपुलर शिबा इनु (Shiba Inu) और डोज़कॉइन (Dogecoin – DOGE) में भी पिछले सात दिनों में अच्छी तेजी आई है. शिबा इनु पिछले 7 दिनों में 36.09 प्रतिशत बढ़कर 0.00001632 डॉलर पर पहुंच गया है, तो डोज़कॉइन इतने ही समय में 26.77 फीसदी उछल चुका है. आज इसका मार्केट प्राइस 0.08655 डॉलर है.

किस क्रिप्टोकरेंसी का क्या हाल (24 घंटों में)
-शिबा इनु (Shiba Inu) – प्राइस: $0.00001632, बदलाव: +2.24%
-डोज़कॉइन (Dogecoin – DOGE) – प्राइस: $0.0866, बदलाव: +8.72%
-पोल्काडॉट (Polkadot – DOT) – प्राइस: $9.06, बदलाव: +3.33%
-सोलाना (Solana – SOL) – प्राइस: $44.07, बदलाव: +1.80%
-एक्सआरपी (XRP) – प्राइस: $0.3881, बदलाव: +4.46%
-पॉलिगॉन (Polygon – MATIC) – प्राइस: $0.9501, बदलाव: +0.01%
-कार्डानो (Cardano – ADA) – प्राइस: $0.5761, बदलाव: +4.04%
-बीएनबी (BNB) – प्राइस: $318.85, बदलाव: +0.59%
-यूनिस्वैप (Uniswap – UNI) – प्राइस: $8.49, बदलाव: +1.22%
-एवलॉन्च (Avalanche) – प्राइस: $27.69, कोई बदलाव बदलाव

सबसे ज्यादा बढ़ने वाली क्रिप्टोकरेंसीज़
Coinmarketcap के अनुसार, पिछले 24 घंटों के भीतर सबसे ज्यादा बढ़ने वाले तीन कॉइन्स में Cashera (CSR), ElonHype, और Aidos Kuneen (ADK) शामिल हैं. बता दें कि ये वो क्रिप्टोकरेंसीज़ हैं, जिनमें 50 हजार डॉलर से अधिक की वॉल्यूम है.

पिछले 24 घंटों के दौरान Cashera (CSR) में 669.65 फीसदी का जबरदस्त उछाल आया है. इसका मार्केट प्राइस $0.01343 पर पहुंच गया है. दूसरे नंबर पर ElonHype नामक कॉइन है, जिसमें 554.16 प्रतिशत का जम्प आया है और इसका मार्केट प्राइस 0.0001773 डॉलर हो गया है. Aidos Kuneen (ADK) में इसी समय के दौरान 440.94% की बढ़त हुई है और इसका मार्केट प्राइस 0.1797 डॉलर पर पहुंच गया है.

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Cryptocurrency Market News : क्यों क्रिप्टोकरेंसी का चल रहा है बुरा समय? जल्द ही 25% और गिर सकता है बिटकाॅइन

Cryptocurrency Market News : क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का इस समय बुरा समय चल रहा है। यह सिर्फ एफटीएक्स की वजह से नहीं है। बाजार में अब लिक्विडिटी पहले की तरह नहीं है। इसका डिजिटल एसेट्स पर बुरा असर पड़ रहा है। फेड की पॉलिसी में बदलाव क्रिप्टोकरेंसीज के लिए काफी बुरा साबित हो रहा है।

Cryptocurrency News

Cryptocurrency News : क्या शुरू हो गया है क्रिप्टोकरेंसीज का बुरा दौर

हाइलाइट्स

  • आने वाले हफ्तों में 25% और गिर सकता है बिटकॉइन
  • क्रिप्टोकरेंसी के लिए सही नहीं है यह समय
  • बाजार में लिक्विडिटी की कमी से डिजिटल एसेट्स पर बुरा असर

एक साल में 75% गिरा बिटकॉइन
कुल मिलाकर बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी के लिए यह काफी बुरा समय चल रहा है। सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की वैल्यू एक साल में 75 फीसदी से अधिक गिर गई है। हालांकि, मंगलवार को यह बढ़त के साथ 16,675 डॉलर के करीब ट्रेड करती दिखाई दी। कोरोना महामारी के समय लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में जमकर पैसा लगाया था। इसका कारण था अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा बाजार में जमकर लिक्विडिटी लाना। फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को जीरो के करीब ले आया था। लेकिन अब यह काफी पुरानी बात हो गई है।

बाजार में कम हो रही लिक्विडिटी
हाल के महीनों में महंगाई काफी बढ़ी है। ब्याज दरें बहुत ऊपर जा चुकी हैं और बाजार में लिक्विडिटी धीरे-धीरे कम हो रही है। यह स्थिति डिजिटल एसेट्स के लिए अच्छी नहीं है, क्योंकि एक्सपर्ट्स के अनुसार डिजिटल एसेट्स में लोग अपना अतिरिक्त पैसा ही निवेश करते हैं।

अगले साल भी क्रिप्टो में राहत नहीं
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि फेड की नीतियों से अगले साल भी निवेश के लिए नकदी की उपलब्धता पर भारी दबाव रहेगा। इसके अनुसार, आने वाले वर्षों में भी ग्लोबल मनी ग्रोथ में मंदी जारी रहेगी। कम पैसे का मतलब है रिस्क बढ़ना। इसलिए निवेशक क्रिप्टो से बाहर क्रिप्टोकरेंसी बाजार निकल रहे हैं।

आईटी सेक्टर में मंदी

बिग टेक जैसे दूसरे संवेदनशील सेक्टर्स भी इसी तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। आईटी सेक्टर में हम इस समय छंटनी देख क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्रिप्टोकरेंसी बाजार रहे हैं। इसका कारण है कि यह सेक्टर मंदी की चपेट में आ रहा है। एपल, अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट जैसी टेक्नोलॉजी कंपनीज में गिरावट है। इन कंपनियों का एसएंडपी 500 में बड़ा हिस्सा है। फेड पॉलिसी में बदलाव से यूएस हाउसिंग मार्केट इंडस्ट्री भी काफी प्रभावित हुई है।
Cryptocurrency news: क्रिप्टोकरेंसी का चस्का बाबू भाई! अमेरिकी अरबपति ने एक दिन में गंवाई 94% दौलत
चीन से आया एक सकारात्मक संकेत

हालांकि, पिछले हफ्ते चीन ने कोविड प्रतिबंधों में ढील दी। इससे बाजार में सकारात्मक रुख दिखा है। युआन एक महीने के उच्च स्तर पर आ गई है। हांगकांग में लिस्ट ट्रैवल कंपनियों के शेयरों में भी तेजी दिखी। चीनी अथॉरिटीज देश के रियल एस्टेट संकट को खत्म करने की कोशिश कर रही है, जिसने पिछले एक साल से इकनॉमी को बुरी तरह प्रभावित किया है।

Cryptocurrency की भारत में आज की कीमत

क्रिप्टो करेंसी ऑनलाइन भुगतान का एक तरीका है जिसे वस्तु और सेवाओं के बदले दिया जाता है. दरअसल क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क आधारित डिजिटल मुद्रा है. कुछ कंपनियों ने अपनी क्रिप्टो करेंसी भी जारी की है. जिसे क्रिप्टोकरेंसी बाजार टोकन्स कहते हैं. इन टोकन्स का प्रयोग आमतौर पर कंपनी के ही गुड्स और सर्विसेस खरीदने के लिए होता है.

वास्तविक मुद्रा और क्रिप्टो करेंसी में बेसिक फर्क यही है कि आप जिस पैसे को बाजार में खर्च करते हैं उसे देश का केंद्रीय बैंक जारी करता है. जबकि क्रिप्टो करेंसी को कोई व्यक्ति या कंपनी जारी कर सकती है.

डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक क्या है?

डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक रिसोर्स का एलोकेशन है. आसान भाषा में समझें तो ये कहा जा सकता है कि किसी वस्तु या रिसोर्स का नियंत्रण किसी एक व्यक्ति, संस्था या सेंट्रल टीम के पास नहीं होता है बल्कि उसका विकेंद्रीकरण यानी डिसेंट्रलाइजेशन होता है. क्रिप्टो करेंसी में जिस तकनीक ब्लॉकचेन का इस्तेमाल किया जाता है, उससे उस क्रिप्टो करेंसी पर किसी एक व्यक्ति या संस्था का नियंत्रण नहीं रहता, बल्कि डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी के जरिये उसे बहुत से कम्प्यूटर के जरिये अलग-अलग लोकेशन से मैनेज किया जाता है और ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड किया जाता है. यह तकनीक जितनी मजबूत होगी वो क्रिप्टो करेंसी उतनी ही सिक्योर होगी.

क्रिप्टोकरेंसी FAQs

CryptoCurrency या डिजिटल करेंसी एक वर्चुअल करेंसी है. इसका यूज भी डिजिटल लेन-देन के लिए किया जा सकता है. इसे आप ना देख सकते हैं ना ही छू सकते हैं. इसका पूरा बिजनेस ऑनलाइन ही होता है. बाकी देशों की करेंसी की तरह इसे कोई कंट्रोल नहीं करता है. इसे नेटवर्क के जरिए ऑनलाइन ऑपरेट किया जाता है. इस वजह से इसकी कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है.

Bitcoin दुनिया की सबसे पुरानी और पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है. इसे साल 2008 में बनाया गया था. इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के तौर क्रिप्टोकरेंसी बाजार पर साल 2009 में रिलीज किया गया था. Bitcoin बनाने वाले व्यक्ति या ग्रुप को Satoshi Nakamoto नाम से जाना जाता है. इसे किसी ने देखा नहीं है. इसे क्रिप्टोकरेंसी बाजार बनाने की वजह साफ थी. इसको लेकर कहा गया था ये एक ऐसी डिजिटल करेंसी है जिस पर कोई भी सरकार कंट्रोल नहीं कर सकती है.

CryptoCurrency को भारत में क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के जरिए खरीदा जा सकता है. आप इन प्लेटफॉर्म पर जाकर अपना अकाउंट बना सकते हैं. उसके बाद बैंक से प्लेटफॉर्म पर पैसे ऐड करके आप किसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीद सकते हैं. भारत में WazirX और CoinDCX जैसे क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म काफी पॉपुलर है.

CryptoCurrency पर भारत में काफी ज्यादा टैक्स लगा दिया गया है. सरकार ने इसके लेनदेन पर 30 परसेंट का टैक्स लगाया है. लेकिन, वित्त मंत्री ने साफ किया है देश में क्रिप्टोकरेंसी को फिलहाल लीगल नहीं किया गया है.

इसको लेकर कोई फिक्स फॉर्मूला नहीं है. कई क्रिप्टोकरेंसी कभी-कभी अच्छा फायदा भी करवा देती है लेकिन, कभी-कभी इन्वेस्टर्स का नुकसान भी काफी ज्यादा हो जाता है. आप इसमें बड़ी और पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी जैसे Bitcoin या Ether में इन्वेस्ट करके सेफ रह सकते हैं. लेकिन, इसके लिए आपको क्रिप्टो मार्केट पर भी ध्यान देना होगा. हालांकि, आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी को निवेश के मकसद से नहीं बनाया गया था.

बिटकॉइन की कीमत कुछ समय पहले 50 लाख से भी ज्यादा हो गई थी. लेकिन, जब इसे लॉन्च किया गया था तब इसकी कीमत जीरो थी. लेकिन, कुछ ही समय के बाद इसकी कीमत 6 पैसे हो गई थी. अभी इसकी कीमत 31 लाख रुपये करीब है.

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